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स्टेट पी.सी.एस.

  • 25 Apr 2022
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उत्तर प्रदेश Switch to English

ऑपरेशन कायाकल्प

चर्चा में क्यों?

25 अप्रैल, 2022 को उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि राज्य द्वारा संचालित स्कूल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिये ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ के तहत पारंपरिक शिक्षण पद्धति के साथ तकनीक आधारित शिक्षा का प्रयोग किया जा रहा है।

प्रमुख बिंदु

  • प्रदेश में शिक्षा सुविधाओं में लगातार सुधार लाने के उद्देश्य से ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ के तहत प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों को ‘स्मार्ट स्कूलों’ में बदला जाएगा। 
  • इसके तहत लगभग 30,000 माध्यमिक विद्यालय स्मार्ट कक्षाओं, खेल के मैदानों, उचित शौचालयों, पुस्तकालयों, कंप्यूटर प्रयोगशालाओं, कला कक्षों और अन्य आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किये जाएंगे। 
  • इसी संदर्भ में सरकार द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के संकल्प को पूरा करने और सरकारी स्कूलों को सुविधाओं एवं बुनियादी ढाँचे के मामले में निजी स्कूलों के बराबर बनाने के लिये एक कार्य योजना तैयार की गई है।
  • उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ की शुरुआत वर्ष 2019 में की गई थी।

उत्तर प्रदेश Switch to English

कायाकल्प योजना

चर्चा में क्यों?

हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार उत्तर प्रदेश राज्य सड़क मार्ग परिवहन निगम (UPSRTC) द्वारा ‘कायाकल्प योजना’ के तहत सभी मंडल के लिये नोडल अधिकारी तैनात किये गए हैं, जिसका उद्देश्य रोडवेज बस स्टेशन में यात्री सुविधाओं में सुधार करना है।

प्रमुख बिंदु

  • इस योजना के तहत यात्रियों को गर्मी से राहत देने के लिये प्रत्येक बस अड्डे पर स्वच्छ पेयजल व वाटर कूलर की व्यवस्था सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। बस स्टेशनों पर साफ-सफाई की व्यवस्था के अलावा महिला-पुरुषों के शौचालयों की नियमित सफाई भी होगी।
  • साथ ही बस स्टेशनों को रिपैंट (Repaint) किया जाएगा और यात्रियों को समय-सारिणी एवं किराया तालिका के बारे में सूचित करने वाले नये संकेत भी लगाए जाएंगे। 
  • इसके अतिरिक्त बस स्टेशनों पर यार्ड, भवन और कमरों की मरम्मत की जाएगी। यात्री शेड में सीटों की व्यवस्था के साथ ही गर्मी से राहत देने के लिये रोशनी, पंखे/कूलर की समुचित व्यवस्था की जाएगी।

बिहार Switch to English

बाबू वीर कुँवर सिंह विजयोत्सव

चर्चा में क्यों?

23 अप्रैल, 2022 को केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बिहार के जगदीशपुर में बाबू वीर कुँवर सिंह विजय उत्सव को संबोधित किया।

प्रमुख बिंदु

  • यह वीर कुँवर सिंह की जन्म व कर्मभूमि जगदीशपुर में आज़ादी के अमृत महोत्सव के तहत मनाया गया 164वाँ विजयोत्सव था। 
  • इस विजयोत्सव में एक साथ 77 हज़ार 993 झंडे फहराकर सर्वाधिक झंडे फहराने का रिकॉर्ड बनाया गया।
  • उल्लेखनीय है कि वीर कुँवर सिंह ने 1857 के विद्रोह में जगदीशपुर क्षेत्र में नेतृत्व प्रदान किया था।
  • 1777 ई. में बिहार के भोजपुर ज़िले के जगदीशपुर गाँव में जन्में वीर कुँवर सिंह का प्रभावक्षेत्र बिहार के साथ पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, आज़मगढ़, बलिया, गाज़ीपुर में भी था।

मध्य प्रदेश Switch to English

सीएसआई एसआईजी ई-गवर्नेंस अवार्ड

चर्चा में क्यों?

23 अप्रैल, 2022 को प्रयागराज स्थित मोतीलाल नेहरू नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में आयोजित 19वाँ सीएसआई-एसआईजी अवार्ड समारोह में एमपी टेंडर्स पोर्टल ने परियोजना श्रेणी में वर्ष 2021 के लिये प्रशंसा का राष्ट्रीय स्तर का प्रतिष्ठित ‘सीएसआई एसआईजी ई-गवर्नेंस’ अवार्ड प्राप्त किया।

प्रमुख बिंदु

  • 19वाँ ‘सीएसआई एसआईजी ई-गवर्नेंस’ अवार्ड 2021 निविदाओं के लिये ‘प्रशंसा का पुरस्कार’ के रूप में मध्य प्रदेश सरकार ई-प्रोक्योरमेंट सिस्टम एमपीएसईडीसी हेतु मील का पत्थर है।
  • ऑनलाइन ई-निविदा प्रणाली के लिये नोडल एजेंसी के रूप में एमपीएसईडीसी की भागीदारी के साथ वर्ष 2006 में कार्य शुरू किया गया था। यह उपलब्धि मध्य प्रदेश राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम (एमपीएसईडीसी) के लिये दूरदर्शी परियोजना साबित हुई है।
  • एमपीएसईडीसी ने न्यूनतम मानवीय भागीदारी के साथ फुलप्रूफ कार्यक्रम के लिये स्थिर समाधान बनाए हैं। संस्था ने पारदर्शिता, आधुनिक तकनीक, मज़बूत बुनियादी ढाँचा और मज़बूत टीम से इस सफलता को प्राप्त किया है।
  • संस्था का लक्ष्य अपने भागीदारों को मूल्य-आधारित सेवाएँ देने, अच्छे परियोजना प्रबंधन विचारों को अपनाने, लगातार प्रशिक्षण, एक डाटा विश्लेषण डैशबोर्ड सुविधा और फर्म को अपने लक्ष्यों तक पहुँचने में मदद के लिये अपने सभी हितधारकों पर ध्यान केंद्रित करना है। 
  • संस्था ने अपनी परियोजना को आसान बनाने के लिये नवीनतम तकनीकी विकास को लागू किया है। साथ ही डाटा एनालिटिक्स को एक उपकरण के रूप में उपयोग करते हुए विषमताओं का लाभ उठाकर और समस्याओं के मूल कारण का पता लगाने में मदद करके सुधार किया है।
  • उल्लेखनीय है कि सीएसआई एसआईजी ई-गवर्नेंस अवार्ड प्रतिष्ठित राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार है, जो कंप्यूटर सोसाइटी ऑफ इंडिया द्वारा सर्वश्रेष्ठ ई-गवर्नेंस में किये गए नवाचारों को स्वीकार करने के लिये दिया जाता है।

मध्य प्रदेश Switch to English

भीमबेटका रॉक पेंटिंग और आश्रय पर हुआ वेबिनार

चर्चा में क्यों?

हाल ही में पर्यटन मंत्रालय द्वारा वर्ल्ड हेरिटेज साइट और विश्व की सबसे पुरानी रॉक पेंटिंग में से एक भीमबेटका रॉक पेंटिंग और आश्रय पर वेबिनार आयोजित किया गया।

प्रमुख बिंदु

इस वेबिनार में देश और प्रदेश के गाइड, पुरातत्त्वविद् तथा इतिहास प्रेमियों ने हिस्सा लिया।  

  • वेबिनार में सेंट्रल इंडिया के रीजनल गाइड भोपाल के अजय सिंह चौहान ने बताया कि भीमबेटका रॉक पेंटिंग में 4 कलर (लाल, सफेद, हरा और पीले) का उपयोग किया गया है। ये सभी कलर पत्तियाँ, पत्थर, हेमेटाइट आदि प्राकृतिक स्रोतों से बनाये गए हैं।  
  • भीमबेटका में नृत्य और संगीत, बॉडी आर्ट, आखेट और पशुओं को चित्रित किया गया है। इस प्रकार की पेंटिंग्स को पिक्टोग्राफ कहा जाता है।  
  • भीमबेटका रॉक पेंटिंग और आश्रय में मानव जीवन की यात्रा चित्रित की गई है, जिसमें जीवन की दिन-प्रतिदिन की गतिविधियाँ, पशु, आखेट, जंगल में उपयोगी चीज़ें एकत्रित करना आदि दिखाया गया है।  
  • उल्लेखनीय है कि भीमबेटका रॉक पेंटिंग और आश्रय भारत में यूनेस्को की विश्व धरोहर रॉक साइट है। यह प्रागैतिहासिक रॉक पेंटिंग और रॉक शेल्टर के लिये बहुत लोकप्रिय है। 
  • आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की कार्बन डेटिंग प्रक्रिया के अनुसार भीमबेटका की रॉक पेंटिंग 30 से 35 हज़ार वर्ष पुरानी है। प्रसिद्ध पुरातत्त्वविद् विष्णु श्रीधर वाकणकर ने 1957-58 में नागपुर की यात्रा के दौरान विंध्य पर्वत श्रेणी में भीमबेटका की खोज की थी।  
  • हाल ही में जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम ने भीमबेटका से एक फॉसिल की खोज की है, जो करीब ढ़ाई करोड़ वर्ष पुराना है। इस प्रकार के फॉसिल यूक्रेन, रूस और चीन में भी मिले हैं।

मध्य प्रदेश Switch to English

‘माँ तुझे प्रणाम योजना’

चर्चा में क्यों?

23 अप्रैल, 2022 को मध्य प्रदेश की खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने बताया कि कोविड काल के बाद ‘माँ तुझे प्रणाम योजना’ को पुन: शुरू किया जा रहा है। इस वर्ष योजना में पहली बार प्रदेश की ‘लाडली लक्ष्मियाँ’ देश की सीमा की यात्रा करेंगी।

प्रमुख बिंदु

  • सशक्त भारत और आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के सपने को साकार करने के लिये युवाओं में देश की सीमाओं की सुरक्षा के प्रति जागृति लाने, राष्ट्र के प्रति समर्पण और युवाओं को सेना तथा अर्द्धसैनिक बलों के प्रति आकर्षित करने के उद्देश्य से ‘माँ तुझे प्रणाम योजना’ की शुरुआत की गई है। 
  • मंत्री ने बताया कि 2 से 11 मई तक चलने वाले ‘लाडली लक्ष्मी उत्सव’ में 2 मई को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 200 लाडली लक्ष्मियों को हरी झंडी दिखाकर बाघा बॉर्डर की यात्रा के लिये रवाना करेंगे। 
  • इस यात्रा से किशोरियों में न सिर्फ देश भक्ति की भावना जागृत होगी, बल्कि वे भविष्य में देश की सेवा कर स्वयं को आत्मनिर्भर बनाने में भी सफल होंगी। 
  • उल्लेखनीय है कि खेल एवं युवा कल्याण विभाग की ‘माँ तुझे प्रणाम योजना’ में ज़िला कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित चयन समिति द्वारा लॉटरी के माध्यम से चयन कर युवाओं को विभिन्न समूहों में देश की अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर भ्रमण के लिये ले जाया जाता है।  
  • सीमावर्ती भूमि में शहीदों को युवाओं द्वारा अपने निवास क्षेत्र से ले जाए गए जल से श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है। युवाओं द्वारा अंतर्राष्ट्रीय सीमावर्ती क्षेत्र के रहवासियों की मदद से पशुपालन, कृषि व्यवसाय, उद्योग-धंधे, सिंचाई सुविधाएँ, भौगोलिक विशेषताएँ, सांस्कृतिक रीति-रिवाज, मान्यताएँ, त्योहार आदि का भी अध्ययन किया जाता है। 
  • वर्ष 2013 से प्रारंभ माँ तुझे प्रणाम योजना में अब तक प्रदेश के 12 हज़ार 672 युवाओं को लेह-लद्दाख, कारगिल-द्रास, आर.एस.पुरा, बाघा-हुसैनीवाला, तनोत माता का मंदिर, लोंगोवाल, कोच्चि, बीकानेर, बाड़मेर, नाथूला दर्रा, पेट्रापोल, तुरा, जयगाँव, अंडमान निकोबार एवं कन्याकुमारी कीयात्रा कराई गई है।
  • खेल एवं युवा कल्याण विभाग की इस योजना में चयनित युवाओं को गृह निवास का यात्रा किराया, दैनिक भत्ता, आवास, भोजन, स्थानीय यातायात व्यवस्था, रेल आरक्षण व्यवस्था, ट्रैक सूट, टी-शर्ट और किट बैग उपलब्ध कराए जाते हैं।

हरियाणा Switch to English

गुरु तेग बहादुर के नाम पर मेडिकल कॉलेज की घोषणा

चर्चा में क्यों?

24 अप्रैल, 2022 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पानीपत में ‘हिंद की चादर’ गुरु तेग बहादुर के 400 वें प्रकाश उत्सव में चार बड़ी घोषणाएँ कीं, जिनमें यमुना नगर ज़िले के पंजूपुर गाँव में सिखों के नौवें गुरु के नाम पर एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना भी शामिल है।

प्रमुख बिंदु

  • यमुनानगर के पंजूपुर गाँव में 60 एकड़ से अधिक भूमि में स्थापित किये जा रहे मेडिकल कॉलेज का नाम गुरु तेग बहादुर मेडिकल कॉलेज रखा जाएगा। 
  • इसके अलावा जिस मैदान में यह राज्यस्तरीय समारोह आयोजित किया जाएगा, उसका नाम भी गुरु तेग बहादुर जी के नाम पर रखे जाने की घोषणा की।
  • उन्होंने कहा कि जिस रास्ते से पालकी साहिब (सिखों के पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब को ले जाने वाली पालकी) को ले जाया जाता था, उसका नाम ‘श्री गुरु तेग बहादुर मार्ग’ रखा जाएगा। 
  • साथ ही, गुरु तेग बहादुर द्वारा युद्ध के दौरान इस्तेमाल किये गए हथियारों की प्रदर्शनी देश भर में आयोजित की जाएगी, राज्य सरकार गुरुजी के इन दुर्लभ अवशेषों को सुरक्षित रूप से ले जाने के लिये वाहन भी दान करेगी। 
  • गौरतलब है कि गुरु तेग बहादुर साहिब सिखों के नौवें गुरु थे, उनका पहला नाम त्यागमल था। सिख धार्मिक अध्ययन के सूत्रों में उनका उल्लेख ‘संसार की चादर’ के रूप में किया गया है, जबकि भारतीय परंपरा में उन्हें ‘हिंद की चादर’ कहा जाता है।

हरियाणा Switch to English

हरियाणा की रिद्धि ने तीरंदाजी वर्ल्ड कप के मिक्स्ड डबल्स में जीता स्वर्ण पदक

चर्चा में क्यों?

24 अप्रैल, 2022 को तुर्की के एंटाल्या में तीरंदाजी वर्ल्ड कप के मिक्स्ड डबल्स में हरियाणा की तीरंदाज रिद्धि फोर ने अपने जोड़ीदार तरुणदीप राय के साथ भारत को स्वर्ण पदक दिलाया।

प्रमुख बिंदु

  • तरुणदीप और रिद्धि ने मिश्रित टीम स्पर्धा में शूट ऑफ में ब्रिटेन के ब्रायोनी पिटमैन और एलेक्स वाइस की जोड़ी को हराकर भारत को स्वर्ण पदक दिलाया। 
  • इसके साथ ही भारत ने टूर्नामेंट में अपना अभियान दो स्वर्ण के साथ समाप्त किया। इससे पहले 23 अप्रैल को अभिषेक वर्मा, रजत चौहान और अमन सैनी की कंपाउंड पुरुष टीम ने देश को स्वर्ण पदक दिलाया था। 
  • गौरतलब है कि 17 साल की रिद्धि का यह पहला वर्ल्ड कप पदक है, वहीं ग्वांगझू एशियाई खेलों (2010) में रजत पदक जीतने वाले 38 साल के तरुणदीप पहली बार वर्ल्ड कप के मिश्रित वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहे। 

झारखंड Switch to English

‘एक स्टेशन एक उत्पाद योजना’

चर्चा में क्यों?

23 अप्रैल, 2022 को स्थानीय कला और उत्पादों को बढ़ावा देने के लिये कृषि परामर्श और ग्रामीण विकास संस्थान ने दक्षिण-पूर्व रेलवे (एसईआर) के राँची रेलवे डिवीजन के तहत राँची स्टेशन पर ‘एक स्टेशन एक उत्पाद योजना’ का दूसरा अस्थायी स्टॉल शुरू किया।

प्रमुख बिंदु

  • योजना के तहत राँची रेलवे स्टेशन पर संचालित यह स्टॉल 24 अप्रैल से 8 मई तक हाथ से बुने हुए बैग, बाँस उत्पादों और बुनी हुई कलाकृतियों की प्रदर्शनी सह बिक्री करेगा।
  • ‘एक स्टेशन एक उत्पाद योजना’ के तहत, 15 राँची रेलवे मंडल के उन स्टेशनों का चयन किया जाना है, जहाँ स्थानीय कलाओं और कारीगरों को बढ़ावा देने के लिये स्टॉल खुले हैं। 
  • ‘एक स्टेशन एक उत्पाद योजना’ के तहत राँची रेलवे स्टेशन पर यह दूसरा अस्थायी स्टॉल है। इससे पूर्व झारखंड सिल्क टेक्सटाइल एंड हैंडीक्राफ्ट डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (झारक्राफ्ट) का 15 दिवसीय अस्थाई स्टाल लगाया गया है। 
  • स्टॉल के माध्यम से रेलवे स्टेशन पर यात्री वहाँ के विशेष उत्पाद के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे और उसे आसानी से खरीद सकेंगे। इससे स्थानीय रोज़गार बढ़ेगा और उत्पाद का प्रचार भी होगा। 
  • उल्लेखनीय है कि अलग-अलग जगहों के स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने में रेल की महत्त्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए केंद्रीय बजट 2022-23 में ‘एक स्टेशन एक उत्पाद’ योजना की घोषणा की गई थी।  
  • 25 मार्च, 2022 को भारतीय रेल के 19 स्टेशनों पर इस योजना की शुरुआत की गई थी। इसके बाद इसे 69 अन्य स्टेशनों तक बढ़ाया गया। इसकी सफलता के बाद देश भर में 1000 रेलवे स्टेशनों पर चरणबद्ध तरीके से इस योजना को लागू किया जा रहा है। 

झारखंड Switch to English

जमशेदपुर के अंशुमन ने जीता वर्ष 2022 के सर्वश्रेष्ठ लेखक का पुरस्कार

चर्चा में क्यों?

24 अप्रैल, 2022 को जमशेदपुर के लेखक अंशुमन भगत को मुंबई की संस्था ‘मन ओ मौसुमी’ ने वर्ष 2022 के लिये सर्वश्रेष्ठ लेखक के पुरस्कार से नवाज़ा है। उन्हें यह पुरस्कार उनकी किताब ‘एक सफर में’ के लिये दिया गया है।

प्रमुख बिंदु

  • अंशुमन को उनकी पुस्तक और लेखन शैली में सर्वश्रेष्ठ योगदान के लिये सर्वश्रेष्ठ लेखक के रूप में चुना गया है। उनकी किताब ‘एक सफर में’ बॉलीवुड टीवी इंडस्ट्री के पर्दे के पीछे की कहानियों और कलाकारों के संघर्ष से जुड़ी कहानियों पर आधारित है।  
  • अंशुमन भगत की किताब ‘एक सफर में’ को छत्तीसगढ़ के ऑथर्स ट्री पब्लिशिंग हाउस ने 18 दिसंबर, 2021 को प्रकाशित किया था। 
  • मुंबई की संस्था ‘मन ओ मौसुमी’ प्रतिभाशाली लेखकों को उनकी रचनात्मकता, अनुसंधान और संगठन की निपुणता का पता लगाने तथा अपने विचारों को लिखने के कौशल को विकसित करने के लिये प्रेरित करती है। 
  • लेखन प्रतियोगिता के रूप में ‘मन ओ मौसुमी’ दुनिया भर के लेखकों के लिये अवसर पैदा करती रहती है, जिसमें एशिया के लगभग सभी देशों से लेखक भाग लेते हैं।

छत्तीसगढ़ Switch to English

सीएसआई-एसआईजी का ई-गवर्नेंस अवार्ड

चर्चा में क्यों?

23 अप्रैल, 2022 को प्रयागराज स्थित मोतीलाल नेहरू नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में आयोजित 19वाँ सीएसआई-एसआईजी अवार्ड समारोह में छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा विभाग को सीएसआई-एसआईजी ई-गवर्नेंस अवार्ड 2021 से सम्मानित किया गया।

प्रमुख बिंदु

  • छत्तीसगढ़ राज्य को यह अवार्ड स्कूली बच्चों के आंकलन एवं अभ्यास कार्य को आसान बनाने के लिये लागू टेली-प्रेक्टीज के लिये रिकग्निशन कैटेगरी में प्रदान किया गया है।  
  • उल्लेखनीय है कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों के आकलन एवं अभ्यास कार्य को आसान बनाने तथा आकलन की प्रक्रियाओं में आमतौर पर होने वाली विसंगतियों को दूर करने हेतु राष्ट्रीय सूचना केंद्र (एनआईसी) के सहयोग से टेली-प्रेक्टीज नामक कार्यक्रम लागू किया जा रहा है।  
  • इसमें शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को टेलीग्राम में एक समूह बनाकर कार्य करना होता है। बच्चों के समक्ष प्रश्न आते-जाते हैं, जिनका बिना समय गँवाए बच्चों को जवाब देना होता है। प्रत्येक बच्चे के ई-जवाब का अपनेआप अलग-अलग वीडियो बन जाता है। इन वीडियो को बाद में शिक्षक देखकर बच्चों का आकलन कर सकते हैं।  
  • टेली-प्रेक्टीज कार्यक्रम पूर्णत: छत्तीसगढ़ में एनआईसी छत्तीसगढ़ के सहयोग से स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा उपयोग में लाया जा रहा है। इसमें उपयोग में लाए जाने वाले प्रश्न भी यहाँ के शिक्षक ही तैयार करते हैं।
  • विभिन्न संस्थाओं ने राज्य में प्रचलित टेली-प्रेक्टीस को देखा है और उन्हें बच्चों के अभ्यास एवं शिक्षकों के आकलन संबंधी कार्यों को आसान करने हेतु उपयोगी पाया है।
  • उल्लेखनीय है कि सीएसआई एसआईजी ई-गवर्नेंस अवार्ड प्रतिष्ठित राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार है, जो कंप्यूटर सोसाइटी ऑफ इंडिया द्वारा सर्वश्रेष्ठ ई-गवर्नेंस में किये गए नवाचारों को स्वीकार करने के लिये दिया जाता है।

छत्तीसगढ़ Switch to English

कॉमनवेल्थ और एशियाड में उतरेंगी छत्तीसगढ़ की आकर्षि

चर्चा में क्यों?

हाल ही में छत्तीसगढ़ की उदीयमान बैडमिंटन खिलाड़ी आकर्षि कश्यप भारतीय बैडमिंटन संघ की ओर से आयोजित चयन स्पर्धा में महिला एकल में विजेता बनीं।

प्रमुख बिंदु

  • चयन स्पर्धा में प्रथम स्थान प्राप्त करने के कारण आकर्षि कश्यप का अब इंग्लैंड में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स, 2022 और एशियन गेम्स, 2022 में भाग लेना तय हो गया है।
  • इन दोनों अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट में आकर्षि भारत की शीर्ष महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पी.वी. सिंधू के साथ हिस्सा लेंगी।
  • एशियाड और कॉमनवेल्थ के अलावा आकर्षि को उबेर कप 2022 में भी खेलने का मौका मिलेगा।
  • गौरतलब है कि महिला एकल चयन स्पर्धा के फाइनल मैच में आकर्षि ने अश्मिता चालिहा को तीन सेटों तक चले रोमांचक मुकाबले में हराकर शीर्ष स्थान हासिल किया।

उत्तराखंड Switch to English

क्रांति दिवस मेला

चर्चा में क्यों?

23 अप्रैल, 2022 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पौड़ी ज़िले के पीठसैंण क्षेत्र के मासौ चोपड़ाकोट में क्रांति दिवस मेले में शिरकत की।

प्रमुख बिंदु

  • मुख्यमंत्री ने पेशावर कांड के महानायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की स्मृति में मनाए जाने वाले क्रांति दिवस मेले को प्रतिवर्ष राजकीय मेले के रूप में मनाए जाने की घोषणा की।
  • गौरतलब है कि सविनय अवज्ञा आंदोलन के दौरान 23 अप्रैल, 1930 को ब्रिटिश रॉयल गढ़वाल राइफल के हवलदार मेजर वीर चंद्र सिंह गढ़वाली ने ब्रिटिश हुकूमत के निहत्थे पठानों पर गोली चलाने के निर्देशों को मानने से इनकार कर दिया था।
  • आज्ञा न मानने के कारण इन गढ़वाली सैनिकों पर मुकदमा चलाया गया, जिसकी पैरवी मुकुंदी लाल द्वारा चलाई गई थी।
  • मुकदमे के पश्चात् 1930 में चंद्र सिंह गढ़वाली को 14 साल के कारावास के लिये ऐबटाबाद की ज़ेल में भेज दिया गया, किंतु बाद में इनकी सज़ा कम कर 11 वर्ष के कारावास के बाद इन्हें 26 सितंबर, 1941 को रिहा कर दिया गया।

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