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केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री ने प्रदेश के 6 मनरेगा श्रमिकों को किया सम्मानित
चर्चा में क्यों?
24 मार्च, 2022 को केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा प्रोजेक्ट ‘उन्नति’के ज़रिये कौशल विकास का प्रशिक्षण हासिल कर अपनी ज़िंदगी बदलने वाले छत्तीसगढ़ के छह मनरेगा श्रमिकों को सम्मानित किया गया।
प्रमुख बिंदु
- देश की आज़ादी के 75 वर्ष पूरे होने के मौके पर आयोजित आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत देश भर से प्रोजेक्ट ‘उन्नति’के 75 हितग्राहियों को सम्मानित किया गया है।
- प्रोजेक्ट ‘उन्नति’ के अंतर्गत मनरेगा श्रमिकों के कौशल विकास में उत्कृष्ट योगदान देने वाले कृषि विज्ञान केंद्रों, ग्रामीण स्वरोज़गार प्रशिक्षण संस्थानों (R-SETI) एवं दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (DDU-GKY) के अधिकारियों को भी कार्यक्रम में सम्मानित किया गया।
- केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री गिरिराज सिंह ने नई दिल्ली के डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में इन श्रमिकों को स्मृति चिह्न एवं प्रशस्ति-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
- प्रदेश के बालोद कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. के.आर. साहू और धमतरी में बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा संचालित ग्रामीण स्वरोज़गार प्रशिक्षण संस्थान (R-SETI) की प्रभारी अनिता तुडू को भी प्रोजेक्ट ‘उन्नति’में उनके योगदान के लिये सम्मानित किया गया।
- वित्तीय वर्ष 2018-19 में मनरेगा के अंतर्गत 100 दिनों का रोज़गार प्राप्त करने वाले परिवारों के इन सदस्यों को प्रोजेक्ट ‘उन्नति’के माध्यम से कौशल विकास का प्रशिक्षण देकर स्वरोज़गार के लिये तैयार किया गया है। इन सभी को अपने-अपने ज़िले में स्थित ग्रामीण स्वरोज़गार प्रशिक्षण संस्थान (R-SETI) में प्रशिक्षण प्रदान किया गया था।
- वित्तीय वर्ष 2018-19 में मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारंटी अधिनियम) के अंतर्गत 100 दिनों का रोज़गार हासिल करने वाले परिवारों के ये श्रमिक कौशल उन्नयन के बाद अब खुद का व्यवसाय कर रहे हैं।
- सम्मानित होने वाले मनरेगा श्रमिकों में धमतरी ज़िले के भनपुरी ग्राम पंचायत की नीतू बाई साहू (मशरूम उत्पादन), सारंगपुरी पंचायत की पूलवंती कंवर (मोमबत्ती बनाने का काम), गरियाबंद ज़िले के फिंगेश्वर विकासखंड की लोहरसी की गीतांजली ध्रुव और पतोरा पंचायत की ओमेश्वरी कंवर (सिलाई कार्य), कोरिया ज़िले के सोनहत विकासखंड के पोड़ी ग्राम पंचायत के कृष्ण कुमार (बकरी पालन) एवं महासमुंद ज़िले के बसना विकासखंड के दुर्गापाली के बिमल साव (मोबाइल रिपेयरिंग) शामिल हैं।
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छत्तीसगढ़ की ईश्वरी ने दुबई में वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स ग्रैंड प्रिक्स में जीता रजत पदक
चर्चा में क्यों?
23 मार्च, 2022 को छत्तीसगढ़ के महासमुंद की दृष्टिबाधित धावक ईश्वरी निषाद ने दुबई में आयोजित 13वें फैजा इंटरनेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप के अंतर्गत वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स ग्रैंड प्रिक्स 2022 में दौड़ प्रतियोगिता में भारत के लिये रजत पदक जीता।
प्रमुख बिंदु
- ईश्वरी निषाद ने 400 मीटर की दौड़ एक मिनट 25 सेकेंड में पूरी कर दूसरा स्थान प्राप्त किया है। इसके साथ ही ईश्वरी इस साल अक्टूबर में चीन के हांगझोऊ में होने वाले एशियाई पैरा खेलों के लिये न्यूनतम मानक योग्यता हासिल करने में सफल हो गई हैं।
- उल्लेखनीय है कि 13वें फैजा इंटरनेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आयोजन दुबई में 17 से 25 मार्च, 2022 तक किया गया।
- मूलत: महासमुंद ज़िले की बागबाहरा तहसील के ग्राम सम्हर की रहने वाली ईश्वरी निषाद फॉर्चून फाउंडेशन नेत्रहीन विशेष विद्यालय, बागबाहरा में अध्ययनरत् हैं।
- ईश्वरी ने 2016 में राष्ट्रीय प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करना शुरू किया और पांच साल से लगातार स्वर्ण पदक जीत रही हैं। उन्होंने अब तक राष्ट्रीय स्पर्धाओं में 11 पदक हासिल किये हैं, जिनमें 5 स्वर्ण, 5 रजत और 1 कांस्य पदक शामिल हैं।
- उन्होंने वर्ष 2021-22 में बंगलूरु सांई प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित इंडिया नेशनल ओपन पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 200 मीटर रेस में स्वर्ण पदक जीता था।
- गौरतलब है कि समाज कल्याण मंत्री अनिला भेड़िया ने विगत पाँच मार्च को राजधानी रायपुर में आयोजित राज्यस्तरीय सम्मान समारोह में ईश्वरी निषाद को राष्ट्रीय स्तर पर पैराएथलेटिक्स में स्वर्ण पदक प्राप्त करने पर सम्मानित किया था।
- ईश्वरी दुबई से लौटने के बाद भुवनेश्वर में आयोजित होने वाले 20वें नेशनल पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भाग लेंगी।
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