श्रीगंगानगर ज़िले में राज सखी कैफे का शुभारंभ | राजस्थान | 24 Dec 2022
चर्चा में क्यों?
23 दिसंबर, 2022 को राजस्थान के श्रीगंगानगर ज़िला प्रभारी एवं आपदा प्रबंधन मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने राजीविका स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित खाद्य उत्पादों को एक छत के नीचे उपलब्ध करवाने हेतु राज सखी कैफे का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- इस अवसर पर ज़िला कलक्टर सौरभ स्वामी ने बताया कि महिलाएँ समूह में जुड़ कर पीएनबी आरसेटी से ट्रेनिंग लेकर अपने गाँव में स्वरोज़गार शुरू कर हस्तनिर्मित उत्पाद बना रही हैं। इन समूह की सदस्यों के आजीविका संवर्धन हेतु राजीविका द्वारा राज सखी कैफे की शुरुआत की गई है।
- उन्होंने बताया कि सरकारी कार्यालयों में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा तैयार खाद्य पदार्थों को प्रशिक्षण और बैठक के दौरान ऑर्डर के लिये प्रेरित किया जाएगा, ताकि महिलाओं का आजीविका में बढ़ोतरी हो सके।
- राजीविका ज़िला परियोजना प्रबंधक डॉ. दीपाली शर्मा ने इस पहल को इलाके के लिये शुभ करार देते हुए बताया कि आमजन भी राजीविका राज सखी कैफे में आकर इन महिलाओं द्वारा बनाए खाद्य उत्पादों को खाकर इनका हौसला बढ़ाएँ। इसमें स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित खाद्य उत्पाद चाय, कचोरी, समोसा, कुकीज, भेलपूरी, सैंडविच, वेज बर्गर, पकौड़ा इत्यादि विक्रय हेतु उपलब्ध रहेंगे।
महिला एवं बाल विकास मंत्री ने किया राष्ट्रीय अमृता हाट का शुभारंभ | राजस्थान | 24 Dec 2022
चर्चा में क्यों?
23 दिसंबर, 2022 को राजस्थान की महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने जयपुर के जवाहर कला केंद्र परिसर स्थित शिल्पग्राम में राष्ट्रीय अमृता हाट का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने बताया कि स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के हस्तनिर्मित आकर्षक उत्पादों की बिक्री और प्रदर्शन का यह मेला 23 दिसंबर से 1 जनवरी, 2023 तक चलेगा, जिसमें जयपुर राईट अपने मनपसंद उत्पादों की खरीद कर सकेंगे।
- इस अवसर पर उन्होंने बताया कि ग्रामीण परिवेश की महिलाओं के द्वारा तैयार उत्पाद बेहतरीन कारीगरी और हुनर का उदाहरण हैं तथा राज्य सरकार की महिला सशक्तीकरण की मुहिम में जयपुर राईट्स भी इनके उत्पादों को खरीद कर योगदान दे सकते हैं।
- राज्य सरकार आईएम शक्ति उद्यम प्रोत्साहन योजनाओं जैसी योजनाओं से महिलाओं को बैंकों द्वारा अनुदानित ऋण प्रदान कर उन्हें उद्यमी के रूप में आगे बढ़ने के अवसर प्रदान कर रही है।
- ममता भूपेश ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग के महिला अधिकारिता निदेशालय द्वारा स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को राष्ट्रीय अमृता हाट के माध्यम से जहाँ उनके उत्पादों की बिक्री के लिये बाज़ार उपलब्ध करवाया जाता है, वहीं जयपुरवासियों को एक ही जगह प्रदेशभर के हस्तनिर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी एवं खरीदारी का अवसर मिलता है।
- विदित है कि राष्ट्रीय अमृता हाट का आयोजन प्रतिवर्ष किया जाता है।
- राष्ट्रीय अमृता हाट में राजस्थान राज्य के सभी ज़िलों के महिला स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की प्रदर्शनी एवं बिक्री की जा रही है। इसमें 140 से ज़्यादा स्टॉल्स पर महिलाओं को बेहतरीन कारीगरी के उत्पादों को बेचने का अवसर मिला है, जिसमें हैंडीक्राफ्ट, कशीदाकारी, लाख की चूड़ियाँ, पेपरमेशी आईटम, सलवार-सूट, टेराकोटा, आर्टिफिशियल ज्वैलरी, चिकन एवं जरी वर्क, काँच एवं पेच वर्क, सभी के पसंदीदा अचार, मुरब्बा, मसाले एवं अन्य हस्तनिर्मित आकर्षक उत्पाद उपलब्ध हैं।