लातेहार के चार लोक कलाकारों को मिला पद्मश्री डॉ. रामदयाल मुंडा अवॉर्ड | झारखंड | 23 Dec 2022
चर्चा में क्यों?
22 दिसंबर, 2022 को झारखंड के राँची में झारखंड आदिवासी विकास समिति द्वारा आयोजित डॉ. रामदयाल मुंडा स्मृति सम्मान समारोह, 2022 में राज्य के लातेहार ज़िले के चार लोक कलाकारों को पद्मश्री मुकुंद नायक द्वारा पद्मश्री डॉ. रामदयाल मुंडा पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
प्रमुख बिंदु
- लोक कलाकारों में रविकांत भगत व सुकुल उराँव को कुडुख गायन एवं संगीत निर्देशन, रिंकू उराँव को कुडुख सांस्कृतिक गीतों में अच्छे अभिनय के लिये, जबकि जितेंद्र भगत को कुडुख गीतों और वीडियो में अच्छी कोरियोग्राफी के लिये यह सम्मान मिला है।
- गौरतलब है कि शहर से सटे सदर प्रखंड के पतरिया चोटाग निवासी रविकांत भगत 20 साल से लगातार कुडुख भाषा में गीत गाते चले आ रहे हैं। वहीं सुकुल उराँव 10 साल से कुडुख संस्कृति में गायकी और संगीत निर्देशक के रूप में काम कर रहे हैं।
- रिंकू उराँव व जितेंद्र भगत ने बताया कि वे भविष्य में भी कुड़ुख संस्कृति पर काम करते रहेंगे। इनका पतरिया चोटाग में सरना स्टूडियो भी है, जिसके बैनर तले यू-ट्यूब पर हजारों नागपुरी वीडियो एल्बम बना चुके हैं और लगातार गायन व कला के क्षेत्र में स्थानीय कलाकारों को मौका दे रहे हैं।