मध्य प्रदेश Switch to English
प्रदेश में ईवी से होगा घर-घर कचरा संग्रहण, बंद होंगे डीजल व सीएनजी वाहन
चर्चा में क्यों?
23 नवंबर, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश के नगरीय निकायों में ई-व्हीकल से घरों से कचरा एकत्रित किया जाएगा। डीजल और सीएनजी से चलने वाले वाहनों को बंद किया जाएगा। इसको लेकर नगरीय संचालनालय ने प्रस्ताव तैयार किया है।
प्रमुख बिंदु
- विदित हो कि मध्य प्रदेश के 413 नगरीय निकायों में अभी डीजल और सीएनजी से चलने वाले वाहनों से घर घर से कचरा एकत्रित किया जा रहा है। अब इन वाहनों को ई-व्हीकल में बदला जाएगा।
- प्रस्ताव के तहत अब नगरीय निकायों में कचरा एकत्रित करने के लिये ई-व्हीकल ही खरीदे जाएंगे। ये ना सिर्फ वायु प्रदूषण को कम करेंगे, बल्कि ईधन के ऊपर होने वाले अत्यधिक खर्च को भी कम करेंगे। साथ ही ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन में कमी लाने में भी मदद मिलेगी।
- नगरीय निकाय विभाग केंद्र सरकार की मदद से ई-व्हीकल को लेकर पायलट प्रोजेक्ट चलाएगा। इसके लिये शुरुआत में 250 ई-व्हीकल खरीदे जाएंगे। इन वाहनों को किसी शहर को चिन्हित कर पायलट प्रोजेक्ट के तहत वहां संचालित किया जाएगा। इसके लिये उन शहरों में चार्जिंग स्टेशन समेत अन्य सुविधाएँ भी स्थापित की जाएंगी।
- प्रदेश के 413 नगरीय निकायों में कचरा एकत्रित करने के लिये 6 हज़ार से ज्यादा वाहनों का उपयोग किया जाता है। प्रत्येक वाहन के ईंधन पर अभी पूरे प्रदेश में 30 लाख रुपए का खर्च आता है। यह राशि एक माह में करीब 9 करोड़ रुपए होती है। ई-व्हीकल के उपयोग से ईंधन पर खर्च होने वाली बड़ी राशि की बचत होगी।
- विभाग नगरीय निकायों में पुराने और कंडम वाहनों को रेट्रोफिटिंग के जरिए ई-व्हीकल में बदलने पर भी विचार कर रहा है। अभी कई नगरीय निकायों में छोटे वाहन खराब पड़े हैं। इन वाहनों को ई-व्हीकल में बदला जाएगा। जिनका इस्तेमाल घर-घर कचरा संग्रहण में किया जाएगा।
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