उत्तर प्रदेश Switch to English
उत्तर प्रदेश के शहरों में लागू होगा इंदौर का SWM मॉडल
चर्चा में क्यों?
23 नवंबर, 2022 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश में स्वच्छ, हरित और नियोजित शहरों को सुनिश्चित करने के लिये, राज्य सरकार राज्य के शहरी निकायों में इंदौर के ठोस अपशिष्ट प्रबंधन (SWM) मॉडल को लागू करेगी।
प्रमुख बिंदु
- देश के सबसे स्वच्छ शहर माने जाने वाले इंदौर के स्वच्छता मॉडल की व्यापक समीक्षा के लिये उत्तर प्रदेश की एक टीम ने हाल ही में अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान इंदौर शहर की रणनीति का आकलन किया और ट्रेंचिंग ग्राउंड में स्थित एशिया के सबसे बड़े बायो सीएनजी प्लांट का अवलोकन भी किया।
- उत्तर प्रदेश में स्वच्छ भारत मिशन की निदेशक नेहा शर्मा सहित मथुरा-वृंदावन, झाँसी, अलीगढ़, सहारनपुर, बरेली, फर्रुखाबाद, कुशीनगर, इकदिल नगर, मुरादाबाद, गोरखपुर जैसे नगरीय निकायों के करीब 13 प्रतिनिधि दौरे पर गए थे।
- उत्तर प्रदेश के अधिकारियों को इंदौर शहर में स्पॉट फाइन और कचरा संग्रहण शुल्क के बारे में जानकारी दी गई। यात्रा के दौरान पिछले छह वर्षों में स्वच्छता के लिये की गई पहलों पर एक प्रस्तुति दी गई।
- इसके अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा के साथ नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के अध्यक्ष आदर्श गोयल और दो अन्य सदस्यों ने भी ट्रेंचिंग ग्राउंड स्थित बायो सीएनजी प्लांट का दौरा किया और प्लांट की कार्यप्रणाली को समझा।
- उत्तर प्रदेश के शहरों में नगर निकायों के माध्यम से 300 टन से 400 टन गीले कचरे से बायो सीएनजी प्लांट तैयार करने की योजना है।
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