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ऊर्जा साक्षरता अभियान
चर्चा में क्यों?
23 नवंबर, 2021 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रदेश के सभी नागरिकों को ऊर्जा साक्षर बनाने के लिये प्रदेश स्तर पर ‘ऊर्जा साक्षरता अभियान चलाया जाएगा। अभियान के माध्यम से प्रदेश के नागरिकों को ऊर्जा बचत की जानकारी दी जाएगी।
प्रमुख बिंदु
- ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से निपटने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए राज्य सरकार द्वारा ‘ऊर्जा साक्षरता अभियान प्रारंभ किया जा रहा है।
- ऊर्जा साक्षरता अभियान में प्रदेश के सभी नागरिकों को समयबद्ध कार्य-योजना के अनुसार ऊर्जा साक्षर बनाने के प्रयास किये जाएँगे।
- इसमें जन-सामान्य में ऊर्जा के व्यय एवं अपव्यय की समझ विकसित करना, ऊर्जा के पारंपरिक एवं वैकल्पिक साधनों की जानकारी देना एवं उनका पर्यावरण पर प्रभाव की समझ पैदा करना, ऊर्जा एवं ऊर्जा के उपयोग के बारे में सार्थक संवाद, ऊर्जा संरक्षण एवं प्रबंधन के बारे में जागरूकता, ऊर्जा उपयोग के प्रभावों, परिणामों की समझ के आधार पर इसके दक्ष उपयोग हेतु निर्णय लेने की दक्षता उत्पन्न करना, पर्यावरणीय जोखिम एवं जलवायु परिवर्तन के नकारात्मक प्रभावों को कम करना और विभिन्न ऊर्जा तकनीकों के चयन हेतु सक्षम बनाना जैसी गतिविधियाँ आयोजित की जाएँगी।
- इस अनूठे अभियान के माध्यम से स्कूलों एवं कॉलेजों के विद्यार्थियों तथा जन-साधारण को ऊर्जा और ऊर्जा की बचत के विषय में जानकारी दी जाएगी।
- इस अभियान को एक मिशन के रूप में क्रियान्वित किया जाएगा।
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मत्स्य-उत्पादन के क्षेत्र में बालाघाट का देश में प्रथम स्थान
चर्चा में क्यों?
हाल ही में मध्य प्रदेश के बालाघाट ज़िले को मत्स्य विकास क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिये देश में प्रथम स्थान मिला है।
प्रमुख बिंदु
- ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में विश्व मत्स्य दिवस (21 नवंबर) पर बालाघाट ज़िले को प्रथम पुरस्कार दिया गया। सर्वे में देश के 70 ज़िले शामिल थे।
- भारत सरकार द्वारा पुरस्कार स्वरूप 3 लाख रुपए और मोमेंटो प्रदान किया गया। संचालक मत्स्योद्योग भरत सिंह तथा उप संचालक मत्स्योद्योग बालाघाट शशि प्रभा ने यह पुरस्कार प्राप्त किया।
- भरत सिंह ने बताया कि आर.ए.एस., बायोफ्लाक, केज एवं महिलाओं तथा बच्चों की आर्थिक उन्नति के लिये उत्कृष्ट कार्य करने हेतु बेस्ट इनलेंड स्टेट का पुरस्कार बालाघाट ज़िले को मिला है।
- बालाघाट द्वारा विगत तीन वर्षों में 2 फीड मिल, 23 रिटेल मार्केट, 2 कियोस्क, 10 बायोफ्लाक, 280 टू-व्हीलर्स, 5 थ्री व्हीलर्स, 160 केज कल्चर आदि वितरित/स्थापित कराए गए हैं। पी.एम.एम.एस.वाई योजना में 2288 एवं बचत-सह-राहत योजना में 7292 हितग्राहियों को लाभ पहुँचाया गया है।
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आईआईएसएफ-2021 कर्टेन रेजर का शुभारंभ
चर्चा में क्यों?
23 नवंबर, 2021 को विज्ञान भवन नई दिल्ली में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ) 2021 के कर्टेन रेजर का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- इस उत्सव का आयोजन मध्य प्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद तथा मध्य प्रदेश निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
- इस बार यह महोत्सव वर्चुअल और प्रत्यक्ष, दोनों मोड पर आयोजित होगा। इस उत्सव में स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर भारतीय वैज्ञानिकों के योगदान को भी रेखांकित किया जाएगा।
- मध्य प्रदेश विज्ञान परिषद के महानिदेशक डॉ. अनिल कोठारी ने कहा कि यह एशिया का सबसे बड़ा विज्ञान उत्सव है।
- विज्ञान उत्सव के पाँच स्तंभ हैं- फ्रीडम स्ट्रगल (इसमें स्वाधीनता संघर्ष से जुड़े भारतीय वैज्ञानिकों से परिचित कराया जाएगा), आइडियाज एट सेवंटी फाइव (इसमें युवाओं से नए विचार आमंत्रित किये गए हैं), अचीवमेंट्स एट सेवंटी फॉइव (इसमें 75 वर्षों की उपलब्धियों से अवगत कराया जाएगा), एक्शन एट सेवंटी फॉइव (इसमें नए भारत की 75 कार्य-योजनाएँ होंगी) रिजाल्व्स एट सेवंटी फाइव (इसमें आत्मनिर्भर भारत के लिये 75 संकल्प होंगे)।
- परिषद के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. राकेश कुमार आर्य ने आईआईएसएफ 2021 पर प्रेजेंटेशन में बताया कि 7वाँ विज्ञान महोत्सव 10-13 दिसंबर तक पणजी में होगा। इसमें साइंस फिल्म और साइंस लिटरेचर फेस्टिवल सहित 12 कार्यक्रम आयोजित होंगे तथा मेगा साइंस एंड टेक्नोलॉजी एक्सपो प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।
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