उत्तर प्रदेश Switch to English
उत्तर प्रदेश विधानसभा से CRPC संशोधन विधेयक पास
चर्चा में क्यों?
23 सितंबर, 2022 को उत्तर प्रदेश विधानसभा ने महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों पर अंकुश लगाने के लिये CRPC यानी दंड प्रक्रिया संहिता (उत्तर प्रदेश संशोधन) विधेयक, 2022 बिल पास कर दिया। इसके तहत अब दुष्कर्म व प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन फ्रॉम सेक्सुअल अफेंसेज एक्ट (पॉक्सो) के मामलों में आरोपित को अग्रिम ज़मानत (anticipatory bail) नहीं मिलेगी।
प्रमुख बिंदु
- संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सदन में दंड प्रक्रिया संहिता (संशोधन) विधेयक, 2022 पारित करने का प्रस्ताव रखा। विधेयक के पक्ष में सत्ताधारी सदस्यों के बहुमत के कारण विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने इसे पारित करने की घोषणा की।
- गौरतलब है कि 22 सितंबर को राज्य सरकार द्वारा विधानसभा में दंड प्रक्रिया संहिता (उत्तर प्रदेश संशोधन) विधेयक, 2022 पेश किया गया था।
- विधेयक के प्रावधान के तहत अब रेप के आरोपियों को अग्रिम ज़मानत नहीं मिलेगी। इस संशोधन विधेयक में CRPC की धारा 438 में बदलाव के साथ ही पॉक्सो एक्ट और 376, 376-A, 376–AB, 376–B, 376-C, 376-D, 376-DA, 376-DB, 386-E की धाराओं में आरोपी को अग्रिम ज़मानत नहीं देने का प्रावधान किया गया है।
- न सिर्फ रेप और गैंगरेप बल्कि यौन अपराध, बदसलूकी और यौन अपशब्द के मामलों में भी अग्रिम ज़मानत नहीं मिल सकेगी।
- हालाँकि, इस कानून को लागू करने पर अभी केंद्र सरकार की मुहर लगना अनिवार्य है क्योंकि इसके लिये गृह मंत्रालय की मंज़ूरी ज़रूरी है।
उत्तर प्रदेश Switch to English
देश की 75 अग्रणी महिलाओं में डॉ. जयदीप और डॉ. नीहारिका, ब्रिटिश उच्चायुत्त ने किया सम्मानित
चर्चा में क्यों?
हाल ही में ब्रिटिश काउंसिल ऑफ इंडिया ने नई दिल्ली स्थित ब्रिटिश उच्चायुत्त आवास पर आगरा के रेनबो आईवीएफ और उजाला सिग्नस रेनबो हॉस्पिटल की निदेशक (पूर्व अध्यक्ष, फॉग्सी) डॉ. जयदीप मल्होत्रा और उनकी बेटी डॉ. नीहारिका मल्होत्रा को सम्मानित किया।
प्रमुख बिंदु
- आज़ादी के अमृत महोत्सव में भारत सरकार के विज्ञान एवं तकनीकी मंत्रालय ने चिकित्सक माँ-बेटी को देश की 75 अग्रणी महिलाओं में स्थान देते हुए पुस्तक ‘शी इज वूमेन इन स्टीम’के दूसरे संस्करण में शामिल किया है।
- ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस और भारत के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार प्रोफेसर अजय कुमार सूद ने उन्हें सम्मानित करने वाली पुस्तक का विमोचन किया। पुस्तक में देश भर की चुनिंदा 75 अग्रणी महिलाओं को स्थान दिया गया है।
- यह पुस्तक इन महिलाओं की वास्तविक जिंदगी की कहानियों, आशा, साहस और दृढ़ संकल्प पर आधारित है। इसमें 75 महिलाओं के साक्षात्कार हैं, जिनमें डॉ. जयदीप मल्होत्रा और डॉ. नीहारिका मल्होत्रा के नाम भी शामिल हैं। दोनों को महिला सशक्तीकरण की मिसाल मानते हुए नि:संतानता के उपचार और समाज में योगदान को देखते हुए सम्मानित किया गया है।
- डॉ. जयदीप मातृ एवं शिशु के स्वास्थ्य पर काम करने वाले डबल्यूएचओ के 125 देशों के समूह फीगो और भारत के एकाउंटेबिलिटी ग्रुप की प्रतिनिधि भी हैं। डॉ. नीहारिका अपनी संस्था ‘सेव द गर्ल चाइल्ड’ के माध्यम से महिला सशक्तीकरण एवं पर्यावरण पर भी कार्य कर रही हैं।
उत्तर प्रदेश Switch to English
ग्लोबल हुरुन रिचलिस्ट में शुमार हुआ अलख पांडेय फिजिक्सवाला का नाम
चर्चा में क्यों?
हाल ही में इंटरनेशनल हुरुन रिचलिस्ट में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के अलख पांडेय फिजिक्सवाला को स्थान मिला है। इस लिस्ट में उत्तर प्रदेश के 25 रईसों के नाम शामिल हैं। अलख पांडेय का नाम पहली बार इस लिस्ट में शामिल किया गया है।
प्रमुख बिंदु
गौरतलब है कि अलख पांडेय की स्टार्टअप कुछ दिन पहले ही 8000 करोड़ रुपए की यूनिकॉर्न लिस्ट में शामिल हुई थी। अलख पांडेय को फिजिक्सवाला के नाम से भी जाना जाता है। वह फिजिक्सवाला के संस्थापक और सीईओ हैं।
अलख पांडेय को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिये जाना जाता है। पढ़ाने के अपने अलग अंदाज़ के लिये वे पूरे देश के छात्रों में लोकप्रिय हैं और उनकी अलग पहचान बन चुकी है।
अलख पांडेय मूलत: प्रयागराज के रहने वाले हैं। अलख पांडेय की पढ़ाई प्रयागराज से ही विशप जॉनसन स्कूल से हुई थी। उन्हें हाईस्कूल में 91% और 12वीं में 5% अंक मिले थे। उन्होंने स्कूल के समय से ही अपने से छोटे बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया था। कुछ समय बाद उन्होंने एक कोचिंग में पढ़ाना शुरू कर दिया।
साल 2020 में कोरोना के समय लगे लॉक डाउन में नीट और जेईई जैसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को इसका बहुत लाभ हुआ, साथ ही यूट्यूब चैनल भी काफी लोकप्रिय हुआ। इसी साल अलख पांडेय ने प्रतीक माहेश्वरी के साथ मिलकर फिजिक्सवाला प्राइवेट लिमिटेड के रूप में बतौर कंपनी रजिस्टर कर लिया।
Switch to English