हरियाणा मधुमक्खीपालन नीति-2021 और कार्य योजना 2021-2030 | हरियाणा | 24 Sep 2021
चर्चा में क्यों?
23 सितंबर, 2021 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्य में मधुमक्खीपालन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हरियाणा मधुमक्खीपालन नीति-2021 (Haryana Beekeeping Policy-2021) और कार्य योजना (Action Plan) 2021-2030 का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को 2030 तक शहद के उत्पादन को 10 गुना तक बढ़ाने का लक्ष्य रखने के निर्देश दिये। साथ ही, उन्होंने अधिकारियों को किसानों को मधुमक्खीपालन शुरू करने के लिये प्रेरित करने और 5000 नए किसानों को इसकी पहल करने के लिये प्रेरित करने का भी निर्देश दिया।
- इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को मधुमक्खीपालन के माध्यम से अपनी आय बढ़ाने में मदद करने के लिये छोटे किसानों पर ध्यान केंद्रित करना सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि मधुमक्खीपालन से जुड़े किसानों को सूरजमुखी और सरसों जैसी वैकल्पिक फसलें बोने के लिये प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शहद और इसके उप-उत्पादों, जैसे- रॉयल जेली, बीवैक्स, प्रोपोलिस, मधुमक्खी पराग और मधुमक्खी के ज़हर की बिक्री से किसानों की आय कई गुना बढ़ जाएगी।
- उन्होंने कहा कि निजी उद्यमियों को मधुमक्खी बक्से के निर्माण के लिये व्यवसाय शुरू करने हेतु प्रोत्साहित किया जाना चाहिये और विभाग को बक्से की गुणवत्ता की निगरानी करने के लिये बढ़ावा दिया जाना चाहिये।
- उद्यानिकी विभाग के महानिदेशक डॉ. अर्जुन सिंह सैनी ने बताया कि हरियाणा देश में शहद उत्पादन में सातवें स्थान पर है। हरियाणा में 4800 मीट्रिक टन शहद का उत्पादन होता है। 2019-2020 में देश ने लगभग 1 लाख मीट्रिक टन शहद का उत्पादन किया।
- उन्होंने बताया कि मधुमक्खीपालन को बढ़ावा देने के लिये विभाग द्वारा विभिन्न पहल, जैसे- हनी ट्रेड सेंटर, विलेज़ ऑफ एक्सीलेंस, टेस्टिंग लैब आदि की स्थापना की जाएगी।