मुख्यमंत्री ने किया ‘नो बैग डे’ की तीन निर्देशिकाओं का विमोचन | राजस्थान | 24 Aug 2023
चर्चा में क्यों?
23 अगस्त, 2023 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ‘नो बैग डे’की तीन निर्देशिकाओं का विमोचन किया, जिसमें कक्षा 1 से 5 के लिये ‘अंकुर-प्रवेश’, कक्षा 6 से 8 के लिये ‘दिशा’तथा कक्षा 9 से 12 के लिये ‘क्षितिज-उन्नति’निर्देशिका शामिल हैं।
प्रमुख बिंदु
- इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ‘सुरक्षित स्कूल सुरक्षित राजस्थान’अभियान के लोगो का भी अनावरण किया।
- विदित है कि ‘नो बैग डे’राज्य सरकार द्वारा संचालित एक महत्त्वाकांक्षी कार्यक्रम है। इससे विद्यार्थियों को शैक्षणिक विकास के साथ-साथ उनके समग्र विकास की ओर अग्रसर किया जा रहा है।
- प्रदेश के राजकीय विद्यालयों में प्रत्येक शनिवार ‘नो बैग डे’के रूप में मनाया जाता है। ऐसा करने वाला राजस्थान देश में एक अग्रणी राज्य है। इसमें विद्यार्थियों को सड़क सुरक्षा, तंबाकू के विरुद्ध जानकारी, गुड टच बैड टच संबंधी जागरूकता तथा व्यक्तित्व विकास की महत्त्वपूर्ण जानकारी दी जाती है।
- स्कूल शिक्षा शासन के सचिव नवीन जैन ने बताया कि ‘सुरक्षित स्कूल सुरक्षित राजस्थान’एक अभिनव पहल है। इसके तहत प्रदेश के राजकीय एवं निजी विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को ‘गुड टच बैड टच’के संबंध में जागरूक करने तथा ऐसी स्थिति उत्पन्न होने पर उससे बचाव के उपायों की जानकारी दी जाएगी।
- आगामी शनिवार (दिनांक 26 अगस्त, 2023) को प्रदेशभर के 65 हज़ार से अधिक राजकीय विद्यालयों में 65 लाख से अधिक विद्यार्थियों को एक साथ इस अभियान के तहत ‘गुड टच बैड टच’की जानकारी दी जाएगी।
राजस्थान में खेलो इंडिया के 33 केंद्रों का शुभारंभ | राजस्थान | 24 Aug 2023
चर्चा में क्यों?
23 अगस्त, 2023 को केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान राज्य में खेलो इंडिया के 33 केंद्रों का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- केंद्रीय मंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि राजस्थान में खेलो इंडिया के 18 अन्य केंद्रों में एक समर्पित खेल विज्ञान केंद्र के साथ एक राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया जाएगा। इस प्रकार राज्य में खेलो इंडिया केंद्रों की कुल संख्या 51 हो जाएगी।
- इसके साथ ही यह भी घोषणा की गई कि खेलो इंडिया केंद्रों के बीच प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा, जबकि ‘कोचिंग द कोच’कार्यक्रम को ‘खेलो इंडिया’केंद्र तक भी बढ़ाया जाएगा। कोचों और ‘खेलो इंडिया’केंद्र के कोचों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कोचों के साथ जोड़कर प्रशिक्षित किया जाएगा।
- विदित है कि वर्तमान में 17,000 से अधिक एथलीट खेलो इंडिया केंद्रों (केआईसी) में प्रशिक्षित हो रहे हैं और 699 पूर्व चैंपियन एथलीट पहले से ही देश भर में काम पर हैं।
- वर्तमान में पूरे भारत में अधिसूचित खेलो इंडिया केंद्रों की कुल संख्या 960 है, जिनमें से 715 केआईसी द्वारा संचालित हैं। राजस्थान में अधिसूचित केआईसी की कुल संख्या 33 है, जिनमें से 32 केआईसी कार्यरत हैं। ये केआईसी विशिष्ट प्रशिक्षण केंद्र हैं, जो साइकिल चलाना, बास्केटबॉल, वुशु, हॉकी आदि जैसे खेल विषयों पर केंद्रित हैं।
- ब्लॉक या ज़िला स्तर पर स्कूलों, संगठनों और अन्य पात्र एजेंसियों में उपलब्ध खेल संबंधी मौजूदा बुनियादी ढांचे के उपयोग को बढ़ाने के लिये छोटे खेलो इंडिया केंद्र ज़मीनी स्तर पर खेल ईको-सिस्टम को मज़बूत करने में सहायता करते हैं।
- केआईसी में युवाओं के लिये पूर्व चैंपियन एथलीट कोच और संरक्षक बन जाते हैं, स्वायत्त तरीके से खेल प्रशिक्षण केंद्र चलाते हैं और अपनी आजीविका अर्जित करते हैं। खेलो इंडिया योजना के तहत इन पूर्व चैंपियनों के साथ-साथ इन केंद्रों को खेल प्रशिक्षण, कोचिंग और संचालन के लिये प्रारंभिक तथा वार्षिक वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाती है।