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स्टेट पी.सी.एस.

  • 24 Aug 2023
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उत्तर प्रदेश Switch to English

गोरखपुर में कुश्ती प्रतियोगिता के समापन समारोह में विजेता खिलाड़ी हुए सम्मानित

चर्चा में क्यों? 

21 अगस्त, 2023 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद गोरखपुर में आयोजित दो दिवसीय कुश्ती प्रतियोगिता के समापन समारोह में विजेता खिलाड़ियो को उत्तर प्रदेश ‘केसरी’, उत्तर प्रदेश ‘कुमार’व उत्तर प्रदेश ‘वीर अभिमन्यु’पुरस्कार से सम्मानित किया। 

प्रमुख बिंदु  

  • प्रदेश सरकार ने गोरखपुर के खेल प्रेमियों के साथ मिलकर इस कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन किया और सामूहिक भागीदारी से इसे रोचक बनाया। 
  • उत्तर प्रदेश ‘केसरी’पुरस्कार विजेता जोंटी को 01 लाख 01 हज़ार रुपए व गदा तथा उप विजेता वीरेश कुंडू को 51 हज़ार रुपए प्रदान किये गए। 
  • उत्तर प्रदेश ‘कुमार’पुरस्कार विजेता सौरभ यादव को 51 हज़ार रुपए व गदा तथा उप विजेता बघेल यादव को 25 हज़ार रुपए प्रदान किये गए।  
  • उत्तर प्रदेश ‘वीर अभिमन्यु’पुरस्कार जीतने वाले आदित्य यादव को 51 हज़ार रुपए व गदा तथा उप विजेता विनीत को 25 हज़ार रुपए प्रदान किये गए।  
  • इनके अलावा वॉलीबॉल खिलाड़ी युवराज प्रताप सिंह, कुश्ती के सौरभ यादव व टेनिस बॉल के खिलाड़ी अमन राज को भी सम्मानित किया गया। 
  • केंद्र व राज्य सरकार ने खेलों तथा खिलाड़ियों के लिये ‘खेलो इंडिया’और ‘सांसद खेल महाकुंभ’ जैसे खेल आयोजनों के माध्यम से खिलाड़ियों को प्रतिभा प्रदर्शित करने का मंच प्रदान किया है।  

 


बिहार Switch to English

देश के सबसे बड़े एग्जाम सेंटर ‘बापू परीक्षा परिसर’ का पटना में हुआ उद्घाटन

चर्चा में क्यों? 

23 अगस्त, 2023 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के कुम्हरार में देश के सबसे बड़े परीक्षा केंद्र ‘बापू परीक्षा परिसर’ का उद्घाटन किया। 

प्रमुख बिंदु 

  • इस केंद्र पर 16 से 20 हज़ार विद्यार्थी ऑनलाइन और ऑफलाइन परीक्षा दे सकेंगे। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने ‘बापू परीक्षा परिसर’में पौधारोपण भी किया।  
  • परीक्षा व्यवस्था को और उत्कृष्ट बनाने के लिये 281.11 करोड़ रुपए की लागत से कुम्हरार इलाके में लगभग छह एकड़ में ‘बापू परीक्षा परिसर’का निर्माण किया गया है। 
  • मुख्यमंत्री ने बिहार बोर्ड के मेधावी विद्यार्थियों के लिये इंजीनियरिंग एवं मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिये नि:शुल्क कोचिंग की भी शुरुआत की। 
  • बिहार विद्यालय परीक्षा बोर्ड द्वारा पटना प्रमंडल में नि:शुल्क आवासीय कोचिंग और शेष आठ प्रमंडलीय मुख्यालयों में नि:शुल्क गैर-आवासीय कोचिंग कार्यक्रम की शुरुआत की गई। 
  • आधुनिक सुविधाओं से युक्त इस परीक्षा केंद्र में ऐसी व्यवस्था की गई है कि विभिन्न परीक्षाओं के संचालन में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो। 
  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने रिमोट के माध्यम से बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की विभिन्न योजनाओं का भी शुभारंभ किया।
  • मुख्यमंत्री ने दूसरे चरण की कार्ययोजना की भी शुरुआत की। दूसरे चरण में राज्य के 29 ज़िलों में परीक्षा भवन और 38 ज़िलों में वज्रगृह की स्थापना होगी। राज्य के सभी नौ प्रमंडलों में कंप्यूटर आधारित परीक्षा के लिये ऑनलाइन परीक्षा केंद्रों-सह-कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना की जाएगी।  
  • बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की सभी सेवाओं के लिये सिंगल विंडो सिस्टम की व्यवस्था की जाएगी। नए इंटर एवं मैट्रिक स्तरीय शिक्षण संस्थानों के लिये जीआईएस बेस्ड ऑनलाइन एफलियेशन एंड इंस्पेक्शन सिस्टम की व्यवस्था होगी। 
  • बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की सभी परीक्षाओं में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस आधारित फॉर्म भरने की प्रक्रिया एवं आर्टिफिशियल बेस्ड डेटा सैनिटाइजेशन की व्यवस्था होगी। 
  • बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की सभी परीक्षाओं में आरएफआईडी बेस्ड सिक्यूरिटी एवं ट्रैकिंग सिस्टम की व्यवस्था होगी।


राजस्थान Switch to English

मुख्यमंत्री ने किया ‘नो बैग डे’ की तीन निर्देशिकाओं का विमोचन

चर्चा में क्यों?

23 अगस्त, 2023 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ‘नो बैग डे’की तीन निर्देशिकाओं का विमोचन किया, जिसमें कक्षा 1 से 5 के लिये ‘अंकुर-प्रवेश’, कक्षा 6 से 8 के लिये ‘दिशा’तथा कक्षा 9 से 12 के लिये ‘क्षितिज-उन्नति’निर्देशिका शामिल हैं।  

प्रमुख बिंदु 

  • इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ‘सुरक्षित स्कूल सुरक्षित राजस्थान’अभियान के लोगो का भी अनावरण किया।  
  • विदित है कि ‘नो बैग डे’राज्य सरकार द्वारा संचालित एक महत्त्वाकांक्षी कार्यक्रम है। इससे विद्यार्थियों को शैक्षणिक विकास के साथ-साथ उनके समग्र विकास की ओर अग्रसर किया जा रहा है।  
  • प्रदेश के राजकीय विद्यालयों में प्रत्येक शनिवार ‘नो बैग डे’के रूप में मनाया जाता है। ऐसा करने वाला राजस्थान देश में एक अग्रणी राज्य है। इसमें विद्यार्थियों को सड़क सुरक्षा, तंबाकू के विरुद्ध जानकारी, गुड टच बैड टच संबंधी जागरूकता तथा व्यक्तित्व विकास की महत्त्वपूर्ण जानकारी दी जाती है।  
  • स्कूल शिक्षा शासन के सचिव नवीन जैन ने बताया कि ‘सुरक्षित स्कूल सुरक्षित राजस्थान’एक अभिनव पहल है। इसके तहत प्रदेश के राजकीय एवं निजी विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को ‘गुड टच बैड टच’के संबंध में जागरूक करने तथा ऐसी स्थिति उत्पन्न होने पर उससे बचाव के उपायों की जानकारी दी जाएगी।  
  • आगामी शनिवार (दिनांक 26 अगस्त, 2023) को प्रदेशभर के 65 हज़ार से अधिक राजकीय विद्यालयों में 65 लाख से अधिक विद्यार्थियों को एक साथ इस अभियान के तहत ‘गुड टच बैड टच’की जानकारी दी जाएगी। 


राजस्थान Switch to English

राजस्थान में खेलो इंडिया के 33 केंद्रों का शुभारंभ

चर्चा में क्यों?

23 अगस्त, 2023 को केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान राज्य में खेलो इंडिया के 33 केंद्रों का शुभारंभ किया। 

प्रमुख बिंदु  

  • केंद्रीय मंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि राजस्थान में खेलो इंडिया के 18 अन्य केंद्रों में एक समर्पित खेल विज्ञान केंद्र के साथ एक राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया जाएगा। इस प्रकार राज्य में खेलो इंडिया केंद्रों की कुल संख्या 51 हो जाएगी। 
  • इसके साथ ही यह भी घोषणा की गई कि खेलो इंडिया केंद्रों के बीच प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा, जबकि ‘कोचिंग द कोच’कार्यक्रम को ‘खेलो इंडिया’केंद्र तक भी बढ़ाया जाएगा। कोचों और ‘खेलो इंडिया’केंद्र के कोचों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कोचों के साथ जोड़कर प्रशिक्षित किया जाएगा। 
  • विदित है कि वर्तमान में 17,000 से अधिक एथलीट खेलो इंडिया केंद्रों (केआईसी) में प्रशिक्षित हो रहे हैं और 699 पूर्व चैंपियन एथलीट पहले से ही देश भर में काम पर हैं।  
  • वर्तमान में पूरे भारत में अधिसूचित खेलो इंडिया केंद्रों की कुल संख्या 960 है, जिनमें से 715 केआईसी द्वारा संचालित हैं। राजस्थान में अधिसूचित केआईसी की कुल संख्या 33 है, जिनमें से 32 केआईसी कार्यरत हैं। ये केआईसी विशिष्ट प्रशिक्षण केंद्र हैं, जो साइकिल चलाना, बास्केटबॉल, वुशु, हॉकी आदि जैसे खेल विषयों पर केंद्रित हैं। 
  • ब्लॉक या ज़िला स्तर पर स्कूलों, संगठनों और अन्य पात्र एजेंसियों में उपलब्ध खेल संबंधी मौजूदा बुनियादी ढांचे के उपयोग को बढ़ाने के लिये छोटे खेलो इंडिया केंद्र ज़मीनी स्तर पर खेल ईको-सिस्टम को मज़बूत करने में सहायता करते हैं।  
  • केआईसी में युवाओं के लिये पूर्व चैंपियन एथलीट कोच और संरक्षक बन जाते हैं, स्वायत्त तरीके से खेल प्रशिक्षण केंद्र चलाते हैं और अपनी आजीविका अर्जित करते हैं। खेलो इंडिया योजना के तहत इन पूर्व चैंपियनों के साथ-साथ इन केंद्रों को खेल प्रशिक्षण, कोचिंग और संचालन के लिये प्रारंभिक तथा वार्षिक वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाती है।

  


मध्य प्रदेश Switch to English

शहडोल में राज्य स्तरीय स्कूटी वितरण कार्यक्रम में ‘मुख्यमंत्री स्कूटी योजना’ लॉन्च

चर्चा में क्यों? 

23 अगस्त, 2023 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शहडोल में राज्य स्तरीय स्कूटी वितरण कार्यक्रम में शासकीय हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी विद्यालयों में 2022-23 में प्रथम स्थान पाने वाले 7 हज़ार 790 विद्यार्थियों को स्कूटी खरीदने के लिये राशि प्रदान की और ‘मुख्यमंत्री स्कूटी योजना’ को लॉन्च किया। 

प्रमुख बिंदु 

  • मुख्यमंत्री ने प्रतीक स्वरूप शहडोल संभाग के छह विद्यार्थियों को स्कूटी की चाबी सौंपी तथा ‘मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना’ के प्रशिक्षणार्थियों को ऑफर लेटर प्रदान किये।  
  • उल्लेखनीय है कि 12वीं कक्षा में टॉप करने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित करने के लिये ‘मुख्यमंत्री स्कूटी योजना’ की शुरुआत की गई है। इस योजना के ज़रिये इन विद्यार्थियों को स्कूटी खरीदने के लिये सरकार इनके अकाउंट में राशि जारी करेगी। प्रदेश के 8 हज़ार छात्र-छात्राओं को हर साल इसका लाभ मिलेगा। 
  • इस योजना का लाभ पाने के लिये विद्यार्थियों को आवेदन देना होगा, जिसमें उन्हें इस बात का भी जिक्र करना होगा कि वे इलेक्ट्रिक स्कूटी खरीदना चाहते हैं या फिर पेट्रोल स्कूटी। इलेक्ट्रिक स्कूटी के लिये सरकार 1 लाख 20 हज़ार रुपए देगी, जबकि सामान्य स्कूटी के लिये 90 हज़ार रुपए जारी किये जाएंगे। 
  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि शहडोल में शीघ्र ही एयरपोर्ट निर्मित किया जाएगा। इससे क्षेत्र में उद्योग स्थापना और निवेश को गति मिलेगी, जिससे रोज़गार के नए अवसर सृजित होंगे।  
  • मुख्यमंत्री ने शहडोल को नगर निगम बनाने तथा यहाँ एक और महाविद्यालय प्रारंभ करने की घोषणा भी की। 
  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने क्रीड़ा परिसर विचारपुर में 6 करोड़ 43 लाख रुपए लागत से बनी एशिया की सबसे बड़ी आईएससी प्रमाणित स्पोटर्स क्लाइम्बिंग वॉल का वर्चुअल लोकार्पण भी किया।  
  • इसके साथ ही 96 करोड़ 62 लाख रूपए के कार्यों का भूमि-पूजन किया तथा 6.43 करोड़ रुपए की लागत के कार्यों का लोकार्पण किया।  
  • मुख्यमंत्री ने युवा अन्नदूत योजना, एसएसजी क्रेडिट लिंकेज, प्रधानमंत्री रोज़गार सृजन, राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन और मुख्यमंत्री कल्याणी पेंशन योजना हितग्राहियों को हितलाभ भी वितरित किये।   
  • इस अवसर पर शहडोल ज़िले में विद्यालयीन स्तर पर उपलब्ध कराई जा रही खेल सुविधाओं पर केंद्रित लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। 

  


मध्य प्रदेश Switch to English

इंदौर स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में भी देश में प्रथम

चर्चा में क्यों? 

23 अगस्त, 2023  को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी स्वच्छ वायु सर्वेक्षण-2023 में इंदौर ने देश में एक बार फिर सफलता का परचम फहराया है। 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की श्रेणी में इंदौर ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। 

प्रमुख बिंदु 

  • इसी श्रेणी में  भोपाल ने 5वाँ, जबलपुर ने 13वाँ और ग्वालियर ने 41वाँ स्थान प्राप्त किया है।  
  • प्रमुख सचिव पर्यावरण गुलशन बामरा ने बताया कि 3 लाख से 10 लाख तक की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में प्रदेश के सागर को 188.02 अंकों के साथ देश में 10वाँ स्थान मिला है।  
  • 3 लाख से कम आबादी वाले शहरों में देवास ने 180 अंकों के साथ देश में 6वाँ स्थान प्राप्त किया है।  
  • उल्लेखनीय है कि गत वर्ष देवास ने 200 में से 175.05 अंकों के साथ पहला स्थान प्राप्त किया था। इंदौर को 200 में से 187, भोपाल को 181, जबलपुर को 172 और ग्वालियर को 114 अंक हासिल हुए हैं। 
  • स्वच्छ वायु सर्वेक्षण-2023 में 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में प्रथम पाँच में सेदो पुरस्कार मध्य प्रदेश के खाते में पांचवाँ हैं। इंदौर को पहला, आगरा को दूसरा, ठाणे को तीसरा, श्रीनगर को चौथा और भोपाल को 5वाँ स्थान मिला है। 
  • प्रदूषण नियंत्रण के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम में ‘प्राण’ ऑनलाइन पोर्टल पर शहरों द्वारा भी स्व-मूल्यांकन किया जाता है।  
  • शहरों को ठोस अपशिष्ट, सड़क धूल, निर्माण और विध्वंस कचरे का प्रबंधन, वाहनों के उत्सर्जन पर नियंत्रण और औद्योगिक प्रदूषण के संबंध में लागू की गई गतिविधियों और उपायों की रिपोर्ट देनी होती है। 

हरियाणा Switch to English

अब हरियाणा में महाराजा अग्रसेन की जीवनी पढ़ेंगे पाँचवी कक्षा के छात्र, पाठ्यक्रम में किया गया शामिल

चर्चा में क्यों?

23 अगस्त, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार हरियाणा सरकार ने महाराजा अग्रसेन की जीवनी स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल कर ली है। यह जीवनी पांचवीं कक्षा के हिंन्दी विषय में पढ़ाई जाएगी। इसके लिये राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद गुरुग्राम की ओर से भी हरी झंडी मिल गई है।  

प्रमुख बिंदु 

  • उल्लेखनीय है कि राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद की ओर से माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक को लिखे पत्र में कहा गया है कि हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद के दिशानिर्देश अनुसार महाराजा अग्रसेन का जीवन परिचय पाँचवी कक्षा के हिन्दी विषय के पाठ्यक्रम में जोड़ा है।  
  • विदित है कि 6 जुलाई, 2021 को अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल शरण गर्ग के नेतृत्व में अग्रवाल समाज के लोगों ने महाराजा अग्रसेन की जीवनी स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करवाने की मांग की थी।  
  • 26 जुलाई, 2021 को विधानसभा अध्यक्ष ने यह मांग मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने रखी। अब इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी कर दी गई है।  
  • ज्ञातव्य है कि महाराजा अग्रसेन मानवता के प्रवर्तक, अहिंसा के पुजारी, गणतंत्र के संस्थापक, गरीबों के मसीहा, राष्ट्रवाद के प्रबल समर्थक रहे हैं। उन्होंने ‘एक ईंट-एक मुद्रा’की परंपरा शुरू कर समाज को नई दिशा दी। महाराजा अग्रसेन का हरियाणा के इतिहास से गहरा नाता रहा है।

झारखंड Switch to English

झारखंड सरकार ने पीवीटीजी छात्रों को दी बड़ी सौगात

चर्चा में क्यों?

हाल ही में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के विशेष रूप से कमज़ोर जनजातीय समूह (PVTG) स्टूडेंट्स के लिये बड़ी पहल करते हुए राँची में डॉ. रामदयाल मुंडा जनजातीय कल्याण अनुसंधान संस्थान में पीवीटीजी छात्रों के लिये मुफ्त आवासीय कोचिंग का उद्घाटन किया।  

प्रमुख बिंदु 

  • यह देश में अपनी तरह की पहली पहल है, जहाँ पीवीटीजी के उत्थान के लिये ऐसी योजना शुरू की गई है। 
  • राज्य की असुर, मालफरिया, सौर्य पहाड़िया, बिरजिया, कोरबा, बिरहोर और सबर सहित आठ जनजातियों के 400 से अधिक छात्रों ने झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) द्वारा आयोजित परीक्षाओं में तैयारी के लिये मुफ्त कोचिंग के लिये आवेदन किया था। मुफ्त कोचिंग के लिये 156 उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया गया है।
  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की कुल 32 जनजातियों में से झारखंड की आठ जनजातियाँ विशेष रूप से कमज़ोर जनजातीय समूह (PVTG) में सूचीबद्ध हैं।  
  • उन्होंने कहा कि विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह, यानी पीवीटीजी विलुप्त होने की ओर बढ़ रहे हैं। ऐसे में उनकी रक्षा करना और रोज़गार के अवसर प्रदान करना सरकार की ज़िम्मेदारी है।

 


झारखंड Switch to English

चंद्रयान-3 : मेकॉन के 50 इंजीनियर्स की टीम ने इसरो के लिये डिज़ाइन किया था लांचिंग पैड

चर्चा में क्यों?

23 अगस्त, 2023 को भारत के मिशन चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग चाँद की सतह पर हो चुकी है. इसमें झारखंड की राजधानी राँची का बहुत बड़ा योगदान है, जिसकी दो संस्थाओं मेकॉन और एचईसी ने लांचिंग पैड को डिज़ाइन किया है।  

प्रमुख बिंदु 

  • यह तीसरा मौका था, जब भारत की अंतरिक्ष एजेंसी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रयान का प्रक्षेपण किया है। 
  • चंद्रयान-3 के कई महत्त्वपूर्ण उपकरणों का निर्माण भी एचईसी में हुआ। इसरो के लिये सबसे बड़े लांचिंग पैड जीएसएलवी को मेकॉन ने तैयार किया। इसके उपकरण राँची और टाटा में भी बने हैं। मेकॉन ने इसके कॉन्सेप्ट से लेकर कमिशनिंग तक का काम किया।  
  • इस प्रोजेक्ट का हिस्सा रहे मेकॉन के इंजीनियर निशीथ कुमार ने बताया कि वर्ष 1999 में मेकॉन को इसरो के लिये रॉकेट प्रक्षेपण हेतु लांचिंग पैड बनाने का कॉन्ट्रैक्ट मिला। यह पहला मौका था, जब भारत में रॉकेट को लॉन्च करने के लिये लांचिंग पैड का निर्माण हुआ। इसके पहले भारत के पास रॉकेट के प्रक्षेपण के लिये लांचिंग पैड बनाने का कोई अनुभव नहीं था।  
  • मेकॉन के पास पुराना कोई रेफरेंस भी नहीं था। इसरो ने अपनी जरूरतें बताईं और मेकॉन के एसआर मजूमदार के नेतृत्व में मेकॉन के 50 इंजीनियर्स की कोर टीम ने काम शुरू किया और इस प्रोजेक्ट को सफल बनाया। 
  • मेकॉन ने झारखंड की दो कंपनियों के अलावा देश के अलग-अलग हिस्से की कंपनियों से भी उपकरण बनवाये। कुछ चीजें विदेशों से भी मंगायी गईं। 
  • मेकॉन के इंजीनियर ने बताया कि देश की प्रतिष्ठित कंपनी टाटा ने जमशेदपुर की इकाई में कुछ उपकरणों का निर्माण किया था। राँची की एचईसी ने भी कई उपकरणों का निर्माण किया और असेंबलिंग का भी काम किया। चेन्नई की कंपनी केटीवी, मुंबई की कंपनी गोदरेज के अलावा भी कई कंपनियों ने लांचिंग पैड के लिये उपकरण बनाये थे। कुछ इक्विपमेंट्स रूस और यूरोप से भी मंगवाये गए थे। 
  • विदित है कि राँची स्थित हेवी इंजीनियरिंग कॉर्पोरेशन (एचइसी), जिसे मदर ऑफ ऑल इंडस्ट्रीज कहा जाता है, ने जीएसएलवी के लिये हॉरिजोंटल स्लाइडिंग डोर, फोल्डिंग कम वर्टिकल रिपोजिशनेबल प्लटफॉर्म (एफसीवीआरपी), मोबाइल लांचिंग पेडेस्टल और 10 टन का हैमर हेड टॉवर क्रेन बनाया है। 10 टन का हैमर हेड टॉवर क्रेन रॉकेट के बैलेंस को बनाये रखता है।
  • इसरो अपने सभी बड़े रॉकेट का प्रक्षेपण इसी मोबाइल लांचिंग पेडेस्टल से करता है।

 


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