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झारखंड सरकार तथा विदेश राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) ब्रिटिश उच्चायोग के बीच हुआ एमओयू
चर्चा में क्यों
23 अगस्त, 2022 को झारखंड सरकार एवं विदेश राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) ब्रिटिश उच्चायोग, नई दिल्ली के बीच एमओयू तथा ‘शेवनिंग मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति 2023’ (Chevening Marang Gomke Jaipal Singh Munda Overseas Scholarship 2023) का शुभारंभ किया गया।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं ब्रिटिश हाई कमिश्नर एलेक्स एलिस (Alex Ellis) की मौजूदगी में यह एमओयू संपन्न हुआ। साझा एमओयू के अंतर्गत अधिकतम पाँच छात्र/ छात्राओं को छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी।
- गौरतलब है कि देश के इतिहास में ऐसा पहली बार है, जब किसी राज्य सरकार के साथ साझा पारदेशीय छात्रवृति को लेकर एमओयू किया गया है।
- झारखंड के अनुसुचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक समुदाय के प्रतिभाशाली बच्चों को झारखंड सरकार एवं ब्रिटिश हाई कमीशन द्वारा ‘शेवनिंग मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा छात्रवृत्ति’ प्रदान की जाएगी।
- मुख्यमंत्री के प्रयास से ब्रिटिश उच्चायोग द्वारा अधिकतम पांच युवाओं को छात्रवृत्ति प्रदान करने हेतु ‘मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा छात्रवृत्ति योजना’ का दायरा बढ़ाते हुए ‘शेवनिंग मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा छात्रवृत्ति योजना’ शुरू की गई है
- इससे पूर्व तक झारखंड सरकार द्वारा ‘मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना’ के जरिये यूनाइटेड किंगडम ऑफ ग्रेट ब्रिटेन एंड नॉर्थेन आयरलैंड के चयनित संस्थानों/विश्वविद्यालयों के चयनित पाठ्यक्रम में अनुसूचित जनजाति वर्ग के युवाओं को अध्ययन हेतु वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही थी। अब अन्य वर्गों यथा अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग के युवाओं को भी पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना से लाभान्वित किया जाएगा।
- इस एमओयू के अंतर्गत प्रत्येक शैक्षणिक वर्ष के लिये ‘शेवनिंग मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा छात्रवृत्ति योजना’ हेतु झारखंड के अधिकतम 5 युवाओं का चयन किया जाएगा। चयनित पाँच युवाओं की पढ़ाई का संपूर्ण व्यय झारखंड सरकार एवं विदेश राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय ब्रिटिश उच्चायोग, (एफसीडीओ) द्वारा संयुत्त रूप से किया जाएगा। एमओयू के तहत सभी भुगतान भारत सरकार के द्वारा अनुमोदित दिशा-निर्देश के आलोक में होगा।
- गौरतलब है कि ‘मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा छात्रवृत्ति योजना’ के तहत पूर्व में अधिकतम 10 युवाओं को छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही थी, लेकिन अब अधिकतम 25 युवाओं को छात्रवृत्ति दी जाएगी।
- झारखंड के अनुसूचित जनजाति के अधिकतम 10, अनुसूचित जाति के अधिकतम 05, अल्पसंख्यक के अधिकतम 03 एवं पिछड़ा वर्ग के अधिकतम 7 प्रतिभावान युवाओं को चयनित कर प्रत्येक वर्ष यूनाइटेड किंगडम ऑफ ग्रेट ब्रिटेन एंड नॉर्थेन आयरलैंड में स्थित अग्रणी विश्वविद्यालयों और संस्थानों के चयनित कोर्स में उच्च स्तरीय शिक्षा यथा मास्टर्स/एम.फिल. हेतु छात्रवृति प्रदान की जाएगी।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से सौ साल पहले झारखंड से एक ट्राइबल युवा जयपाल सिंह मुंडा जी को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ने का अवसर मिला था। उन्होंने पढ़ने के साथ-साथ हॉकी में ऑक्सफोर्ड ब्लूज टीम की कप्तानी भी की। यही कारण है कि आज लोग उन्हें मरांग गोमके के नाम से जानते हैं। राज्य, देश और दुनिया में जयपाल सिंह मुंडा की अलग पहचान रही है।
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