मध्य प्रदेश Switch to English
एवियन इन्फ्लूएंज़ा संकट से निपटने की तैयारी
चर्चा में क्यों?
पशुपालन, मत्स्यपालन और डेयरी मंत्रालय तथा विश्व बैंक ने हाल ही में राष्ट्रीय तथा विश्व स्तर पर सामने आए एवियन इन्फ्लूएंज़ा या बर्ड फ्लू के मामलों के मद्देनजर तैयारी में सुधार लाने के लिये मध्य प्रदेश में दो दिवसीय अनुकरण अभ्यास का आयोजन किया।
मुख्य बिंदु:
- मध्य प्रदेश के भोपाल में आयोजित इस अभ्यास में विभिन्न क्षेत्रों के 40 प्रतिभागियों ने महामारी की पहचान, त्वरित प्रतिक्रिया विधियों और एवियन फ्लू के प्रसार से निपटने के लिये अंतर-एजेंसी सहयोग का अभ्यास किया।
- यह अभ्यास केरल में एवियन फ्लू के प्रकोप तथा मवेशियों जैसी गैर-पोल्ट्री प्रजातियों को प्रभावित करने वाले वैश्विक स्तर पर बढ़ते मामलों के प्रतिक्रिया स्वरूप आयोजित किया गया था।
- कार्यक्रम में संकट प्रबंधन अनुभव प्रदान करने के लिये वास्तविक प्रकोप स्थितियों की नकल करते हुए संवादात्मक परिदृश्य शामिल थे
- इस अनुकरण का नेतृत्व विश्व बैंक के वरिष्ठ कृषि अर्थशास्त्री हिकुएपी काटजिओंगुआ और विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन के विशेषज्ञ फ्रैंक वोंग ने किया, जिसका लक्ष्य पशु तथा मानव स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव को कम करना था।
विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन
- यह विश्व में पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार हेतु उत्तरदायी एक अंतर-सरकारी संगठन है।
- वर्ष 2018 में कुल 182 देश इसके सदस्य थे। भारत इसके सदस्य देशों में से एक है।
- यह नियमों से संबंधित मानक दस्तावेज़ विकसित करता है जिसका उपयोग सदस्य देश बीमारियों और रोगाणुओं के प्रवेश से खुद को बचाने के लिये कर सकते हैं। उनमें से एक स्थलीय पशु स्वास्थ्य संहिता है।
- इसे विश्व व्यापार संगठन (WTO) द्वारा संदर्भित संगठन (Reference Organisation) के रूप में मान्यता प्राप्त है।
- इसका मुख्यालय पेरिस, फ्राँस में है।
एवियन इन्फ्लूएंज़ा
- परिचय:
- एवियन इन्फ्लूएंज़ा, जिसे प्रायः बर्ड फ्लू के नाम से जाना जाता है, एक अत्यधिक संक्रामक वायरल संक्रमण है जो मुख्य रूप से पक्षियों, विशेषकर जंगली पक्षियों और घरेलू मुर्गियों को प्रभावित करता है।
- वर्ष 1996 में अत्यधिक रोगजनक एवियन इन्फ्लूएंज़ा H5N1 वायरस सर्वप्रथम दक्षिणी चीन में घरेलू जलपक्षियों में पाया गया था
- इस वायरस का नाम A/goose/Guangdong/1/1996 रखा गया है।
- मनुष्यों में संचरण और संबंधित लक्षण:
- H5N1 एवियन इन्फ्लूएंज़ा के मानव मामले कभी-कभी होते हैं, लेकिन संक्रमण को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलाना मुश्किल होता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, जब लोग इससे संक्रमित होते हैं तो मृत्यु दर लगभग 60% होती है।
- यह बुखार, खाँसी और मांसपेशियों में दर्द सहित हल्के फ्लू जैसे लक्षणों से लेकर निमोनिया, साँस लेने में कठिनाई जैसी गंभीर श्वसन समस्याओं तथा यहाँ तक कि कुप्रभावित मानसिक स्थिति एवं दौरे जैसी संज्ञानात्मक समस्याओं तक विस्तृत हो सकता है।
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डिजिटल फसल सर्वेक्षण
चर्चा में क्यों?
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने खरीफ सीज़न से पूरे राज्य में डिजिटल फसल सर्वेक्षण परियोजना शुरू करने की घोषणा की है।
- यह कार्यक्रम किसानों को उन्नत प्रौद्योगिकी का उपयोग करके अपनी गिरदावरी (नियमित फसल निरीक्षण) देखने की सुविधा प्रदान करेगा, जिससे फसल क्षति के लिये त्वरित बीमा भुगतान सुनिश्चित होगा और किसान क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने की प्रक्रिया में तेज़ी आएगी।
मुख्य बिंदु:
- डिजिटल फसल सर्वेक्षण पहल में ग्रामीण क्षेत्रों के युवा व्यक्तियों को शामिल किया जाएगा, जो जियो-फेंसिंग जैसी उन्नत तकनीक का उपयोग करेंगे।
- यह कुशल विधि खेत में फसल की तस्वीरें लेने की प्रक्रिया को सरल बनाएगी।
- सर्वेक्षक द्वारा ली गई प्रत्येक तस्वीर में भौगोलिक निर्देशांक संलग्न होंगे, जिससे आवश्यक क्षेत्रीय दौरा सुनिश्चित होगा तथा फसल की स्थिति का फोटोग्राफिक प्रमाण उपलब्ध होगा।
- यह व्यवस्था किसानों को अपने भूमि अभिलेखों की जाँच करने तथा अपनी किसी भी चिंता का समाधान करने में सक्षम बनाती है।
- अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी को शामिल करके, परियोजना का उद्देश्य सामुदायिक सहभागिता को प्रोत्साहित करना तथा ग्रामीणों की व्यापक भागीदारी सुनिश्चित करना है।
- सैटेलाइट इमेजिंग से संभावित फसलों के बारे में बहुमूल्य जानकारी मिलेगी, जिससे तुलनात्मक आकलन संभव होगा।
- किसी भी विसंगति का पता चलने पर सरकारी अधिकारियों द्वारा आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
किसान क्रेडिट कार्ड
- यह योजना वर्ष 1998 में शुरू की गई थी, ताकि किसानों को उनकी कृषि और अन्य आवश्यकताओं जैसे कि बीज, उर्वरक, कीटनाशक आदि जैसे कृषि आगत की खरीद तथा उनकी उत्पादन आवश्यकताओं के लिये नकदी प्राप्त करने हेतु लचीली तथा सरलीकृत प्रक्रियाओं के साथ एकल खिड़की के तहत बैंकिंग प्रणाली से पर्याप्त व समय पर ऋण सहायता प्रदान की जा सके।
- वर्ष 2004 में इस योजना को किसानों की निवेश ऋण आवश्यकता अर्थात संबद्ध और गैर-कृषि गतिविधियों के लिये आगे बढ़ाया गया।
- बजट 2018-19 में सरकार ने मत्स्यपालन और पशुपालन करने वाले किसानों को भी किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) की सुविधा देने की घोषणा की है, ताकि उनकी कार्यशील पूंजी की ज़रूरतों को पूरा करने में मदद मिल सके।
- कार्यान्वयन एजेंसियाँ:
जियोफेंसिंग
- जियोफेंसिंग का अर्थ है "अस्पष्टता द्वारा सुरक्षा" उपाय, जो वेबसाइट चलाने वालों को पूरी तरह से अप्राप्य रहकर विदेशों से होने वाले साइबर हमलों के सबसे प्रत्यक्ष रूपों से बचने की अनुमति देता है।
- जियोफेंसिंग खोज इंजनों को खोजे गए पृष्ठों को अनुक्रमित करने और उन्हें परिणामों में दिखाने में कम प्रभावी बनाती है।
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