उत्तर प्रदेश Switch to English
‘शक्ति दीदी’अभियान
चर्चा में क्यों?
22 जून, 2023 को गौतमबुद्ध नगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के नेतृत्व में महिला सुरक्षा को लेकर मिशन शक्ति के तहत ‘शक्ति दीदी’अभियान की शुरुआत की गई है।
प्रमुख बिंदु
- महिलाओं के साथ होने वाले अपराध में कमी लाने के उद्देश्य से ‘शक्ति दीदी’अभियान शुरू किया गया है।
- विदित है कि हाईराइज सोसाइटी में रहने वाली महिलाएँ कई बार प्रदेश सरकार की योजना से वंचित रह जाती हैं। महिलाओं को मिलने वाली सरकारी योजनाओं का लाभ भी महिलाओं को ‘शक्ति दीदी’के तहत दिलाया जाएगा।
- मिशन शक्ति के तहत ‘शक्ति दीदी’अभियान शुरु किया गया है, जिसमें शहर, गाँव, सोसाइटी सभी वर्ग की महिलाओं को जोड़ा जाएगा।
राजस्थान Switch to English
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने पालनहार फेस रिकॉग्निशन नवीनीकरण मोबाइल एप किया लॉन्च
चर्चा में क्यों?
22 जून, 2023 को राजस्थान के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली ने अंबेडकर भवन स्थित निदेशालय के सभागार में पालनहार योजना के तहत पालनहार फेस रिकॉग्निशन नवीनीकरण मोबाइल एप लॉन्च किया।
प्रमुख बिंदु
- उन्होंने बताया कि पालनहार द्वारा स्वयं का सत्यापन एवं बच्चों के शैक्षणिक नवीनीकरण की सुविधा मोबाइल के माध्यम से स्वयं के स्तर (डोर स्टेप सर्विस डिलीवरी) पर उपलब्ध हो सकेगी, जिससे समय की भी बचत होगी।
- विदित है कि पालनहार योजना राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजना है। राज्य सरकार द्वारा 7 लाख से अधिक लाभार्थियों को योजना का लाभ दिया जा रहा है।
- योजना के तहत वार्षिक सत्यापन/नवीनीकरण की प्रक्रिया को सुलभ, सरल एवं त्वरित बनाये जाने हेतु वर्तमान में उपलब्ध सत्यापन/नवीनीकरण की विधियों के अतिरिक्त तकनीक का उपयोग कर पालनहार मोबाइल एप विकसित किया गया है।
- पालनहार मोबाइल एप के माध्यम से वार्षिक भौतिक सत्यापन/नवीनीकरण करने हेतु एंड्रायड मोबाइल, एंड्राइड टेबलेट, मोबाइल पर पालनहार मोबाइल एप व फेस आरडी एप को इंस्टाल करना होगा।
- पालनहार मोबाइल ऐप प्रारंभ करने पर सबसे पहले मोबाइल का नंबर दर्ज कर ओ.टी.पी प्राप्त करना होगा। प्राप्त ओ.टी.पी. दर्ज करने के बाद पालनहार के भौतिक सत्यापन की प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी, जिसके एक सेशन के दौरान एक से अधिक पालनहार का भी सत्यापन किया जा सकेगा।
- पालनहार मोबाइल एप पर फेस रिकॉग्निशन के माध्यम से पालनहार का आधार पोर्टल पर उपलब्ध डेटा के द्वारा वार्षिक सत्यापन एवं बच्चों का आंगनवाड़ी केंद्र में पंजीकृत होने/विद्यालय में अध्ययनरत रहने का वार्षिक शैक्षणिक नवीनीकरण किये जाने हेतु प्रावधान किया गया है।
- विभाग द्वारा वर्तमान में पालनहार योजना के अंतर्गत प्रतिवर्ष पालनहार/बच्चों का वार्षिक भौतिक सत्यापन/नवीनीकरण करवाया जाता है, जो कि एक नियमित प्रक्रिया है। वर्तमान में पालनहार पोर्टल को विभागीय एवं अन्य संबंधित विभागों द्वारा संचालित पोर्टल्स से लिंक कर ऑनलाइन वेबसर्विस (API) के माध्यम से पालनहारों व बच्चों का जनाधार तथा आधार नंबर मैच करवाकर वार्षिक भौतिक सत्यापन/नवीनीकरण करवाया जा रहा है।
राजस्थान Switch to English
महिलाओं को अब रोडवेज की सभी श्रेणी की बसों में मिलेगी किराये में 50 प्रतिशत छूट
चर्चा में क्यों?
22 जून, 2023 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य की सीमा में अब राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की समस्त श्रेणी की बसों में यात्रा करने पर महिलाओं एवं बालिकाओं को 50 प्रतिशत की रियायत दिये जाने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी है।
प्रमुख बिंदु
- प्रस्ताव के अनुसार, निगम की सभी श्रेणी की बसों में यात्रा करने पर महिलाओं एवं बालिकाओं का आधा किराया ही लगेगा। अभी केवल साधारण श्रेणी की बसों में यात्रा करने पर ही महिलाओं एवं बालिकाओं को 50 प्रतिशत की छूट दी जा रही थी।
- उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने बजट 2023-24 में रोडवेज की साधारण बसों में यात्रा करने पर महिलाओं को किराए में दी जा रही छूट को 30 से बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने की घोषणा की थी।
- यह घोषणा 1 अप्रैल, 2023 से क्रियान्वित भी की जा रही थी। तत्पश्चात् 25 मई, 2023 को जयपुर के सिंधी कैंप स्थित नवीन बस टर्मिनल के लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री ने इस रियायत को रोडवेज की सभी श्रेणी की बसों में लागू करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने उक्त घोषणा की क्रियान्विति में यह स्वीकृति प्रदान की है।
छत्तीसगढ़ Switch to English
छत्तीसगढ़ राज्य सूचना आयोग की नवीन पहल : अपीलार्थी सुनवाई के लिये अब मोबाइल से जुड़ सकेंगे
चर्चा में क्यों?
21 जून, 2023 को छत्तीसगढ़ राज्य सूचना आयोग ने एक नवीन पहल की शुरुआत की है, जिसमे अपीलार्थी अब मोबाइल के द्वारा भी द्वितीय अपील की सुनवाई में जुड़ सकेंगे। इससे घर बैठे या अन्य किसी स्थान से अपीलार्थी सीधे द्वितीय अपील की सुनवाई में मोबाइल की सहायता से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में उपस्थित रह सकते हैं।
प्रमुख बिंदु
- छत्तीसगढ़ राज्य सूचना आयोग में ट्रायल बेस पर इसकी शुरुआत की गई है। राज्य सूचना आयुक्त मनोज त्रिवेदी और राज्य सूचना आयुक्त धनवेंद्र जायसवाल के कोर्ट में आज कई प्रकरणों की सुनवाई में इसका ट्रायल किया गया।
- आरटीआई के तहत द्वितीय अपील की सुनवाई में बिलासपुर से ठाकुर नवल सिंह और कांकेर से देवाशीष के कई प्रकरणों की सुनवाई की गई। इसमें अपीलार्थी अपने मोबाइल से सुनवाई में शामिल हुए। अपीलार्थियों को घर बैठे सुनवाई का अवसर प्राप्त हुआ।
- राज्य सूचना आयुक्त मनोज त्रिवेदी ने अपीलार्थियों से कहा कि वे मोबाइल कनेक्शन के माध्यम से जुड़ने के लिये बेहतर नेटवर्क का इस्तेमाल करें, ताकि ऑडियो और वीडियो की क्वालिटी अच्छी मिले।
- राज्य सूचना आयुक्त धनवेंद्र जायसवाल ने बताया कि अभी तक राज्य सूचना आयुक्त के न्यायालय कक्ष में अथवा संबंधित ज़िलों के कलेक्टोरेट स्थित एनआईसी के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष से अपीलार्थी सुनवाई में शामिल हो रहे थे। अब मोबाइल से भी शामिल होने का अवसर व सुविधा मिल सकेगी।
- छत्तीसगढ़ राज्य सूचना आयोग के सचिव जी.आर. चुरेंद्र ने बताया कि मोबाइल कनेक्शन से अभ्यर्थियों को राज्य सूचना आयोग द्वितीय अपील की सुनवाई में शामिल होने के लिये वर्तमान में ट्रायल बेस पर कार्य शुरू किया गया है। इसमें राज्य सूचना आयुक्त के कोर्ट से अपीलार्थियों के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक लिंक भेजा जाएगा। उस लिंक के द्वारा अपीलार्थी सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत द्वितीय अपील के प्रकरण में सुनवाई की तारीख में सीधे जुड़ सकेंगे।
उत्तराखंड Switch to English
मुख्यमंत्री धामी ने किया करपात्री महाराज वेदशास्त्र अनुसंधान केंद्र का लोकार्पण
चर्चा में क्यों?
22 जून, 2023 को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय से वर्चुअल माध्यम से देवप्रयाग स्थित केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर में स्वामी करपात्री महाराज की स्मृति में वेद शास्त्र अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन किया।
प्रमुख बिंदु
- वर्चुअल उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र ने राज्य सरकार को यह बड़ी सौगात दी है जो देववाणी संस्कृत के प्रचार-प्रसार में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उन्होंने करपात्री महाराज के नाम से केंद्र बनाए जाने पर कहा कि इससे परिसर का महत्त्व बढ़ेगा।
- विदित है कि धर्मसम्राट स्वामी करपात्री भारत के एक संत, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं राजनेता थे। इनका जन्म सन् 1907 ईस्वी में श्रावण मास, शुक्ल पक्ष द्वितीया को उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ ज़िले के भटनी ग्राम में सनातनधर्मी सरयूपारीण ब्राह्मण रामनिधि ओझा एवं श्रीमती शिवरानी जी के आँगन में हुआ।
- बचपन में उनका नाम ‘हरि नारायण’रखा गया। वे दशनामी परंपरा के संन्यासी थे। दीक्षा के उपरांत उनका नाम ‘हरिहरानंद सरस्वती’था किंतु वे ‘करपात्री’नाम से ही प्रसिद्ध थे, क्योंकि वे अपनी अंजुलि का उपयोग खाने के बर्तन की तरह करते थे (कर = हाथ, पात्र = बर्तन, करपात्री = हाथ ही बर्तन हैं जिसके)।
- उन्होने ‘अखिल भारतीय राम राज्य परिषद' नामक राजनैतिक दल भी बनाया था। धर्मशास्त्रों में इनकी अद्वितीय एवं अतुलनीय विद्वत्ता को देखते हुए इन्हें ‘धर्मसम्राट’की उपाधि प्रदान की गई।
- स्वामी करपात्री महाराज ने 1940 में जबरन मुसलमान बनाए गए लोगों को फिर से हिंदू बनाया था। 1966 में करपात्री महाराज ने तत्कालीन सरकार के खिलाफ गौ संवर्धन को लेकर आंदोलन शुरू किया था।
- 7 फरवरी, 1982 को केदारघाट वाराणसी में स्वेच्छा से उनके पंच प्राण महाप्राण में विलीन हो गए। उनके निर्देशानुसार उनके नश्वर पार्थिव शरीर का केदारघाट स्थित श्री गंगा महारानी को पावन गोद में जल समाधि दी गई।
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