आवासीय हॉकी अकादमी बिलासपुर की खिलाड़ी गीता यादव का ‘खेलो इंडिया वार्षिक स्कॉलरशिप’ में चयन | छत्तीसगढ़ | 24 May 2023
चर्चा में क्यों?
23 मई, 2023 को छत्तीसगढ़ जनसंपर्क विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार बी. आर. यादव. राज्य खेल प्रशिक्षण केंद्र, बहतराई बिलासपुर में खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा संचालित आवासीय खेल अकादमी की हॉकी खिलाड़ी कुमारी गीता यादव का चयन भारतीय खेल प्राधिकरण की ‘खेलो इंडिया वार्षिक स्कॉलरशिप’के लिये किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- उल्लेखनीय है कि खेलो इंडिया, नई दिल्ली द्वारा 16 से 20 मई, 2023 तक एसेसमेंट कैंप का आयोजन किया गया था।
- राजनांदगाँव में आयोजित वेस्ट ज़ोन जूनियर हॉकी प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ से नेशनल टीम की सदस्य रही कुमारी गीता यादव ने शानदार प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के आधार पर हॉकी की प्रशिक्षणार्थी खिलाड़ी कु. गीता यादव का चयन खेलो इंडिया स्कॉलरशिप के लिये किया गया। कुमारी गीता यादव को स्कॉलरशिप के तहत प्रतिवर्ष 6 लाख 20 हज़ार रुपए दिये जाएंगे।
- बहतराई बिलासपुर में हॉकी, तीरंदाजी एवं एथलेटिक्स की आवासीय अकादमी संचालित हैं। आधुनिक प्रशिक्षण एवं बेहतर सुविधाओं की उपलब्धता के आधार पर इसे भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा एक्सीलेंस सेंटर की मान्यता दी गई है।
- इस अकादमी में 95 खिलाड़ी प्रशिक्षणरत हैं, जिसमें हॉकी में 57, तीरंदाजी में 12 एवं एथलेटिक्स में 26 खिलाड़ी शामिल हैं।
जनजातीय वाचिकोत्सव 2023 | छत्तीसगढ़ | 24 May 2023
चर्चा में क्यों?
22 मई, 2023 को छत्तीसगढ़ जनसंपर्क विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (TRTI), रायपुर द्वारा आदिवासी जीवन से संबंधित वाचिक परंपरा के संरक्षण, संवर्द्धन एवं उनके अभिलेखीकरण के उद्देश्य से 25 से 27 मई 2023 तक तीन दिवसीय ‘जनजातीय वाचिकोत्सव 2023’ का आयोजन किया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- उल्लेखनीय है कि यह आयोजन भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय एवं राज्य शासन के सहयोग से टी.आर.टी.आई. संस्थान के नवनिर्मित भवन में होगा।
- आयोजन में राज्य के विभिन्न क्षेत्रों के जनजातीय वाचकों द्वारा जनजातीय वाचिक परंपरा की विभिन्न विधाओं के अंतर्गत अपनी प्रस्तुति दी जाएगी।
- ‘जनजातीय वाचिकोत्सव 2023’ के आयोजन के उपरांत संस्थान द्वारा जनजातीय वाचिक परंपरा के संरक्षण एवं अभिलेखीकरण के दृष्टिगत पुस्तक का प्रकाशन भी किया जाएगा।
- ‘जनजातीय वाचिकोत्सव 2023’ के अंतर्गत लगभग 240 जनजातीय वाचकों की सहभागिता संभावित है। इनमें प्रमुख रूप से जनजातीय साहित्यकार अश्वनी कुमार पंकज (रांची, झारखंड) एवं पंकज चतुर्वेदी (नेशनल बुक ट्रस्ट, नई दिल्ली) भी विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।
- जनजातीय वाचिकोत्सव में निम्नलिखित 09 विधाओं का वाचन किया जाएगा-
- जनजातीय देवी-देवता एवं मड़ई मेला के संबंध में वाचिक ज्ञान,
- जनजातियों में प्रचलित लोक कहानियाँ,
- जनजातियों में प्रचलित कहावतें एवं लोकोक्तियाँ,
- जनजातीय लोकगीत, उनका अभिप्राय एवं भावार्थ,
- जनजातीय तीज-त्यौहार से संबंधित वाचिक ज्ञान,
- जनजातीय जीवन संस्कार (जन्म, विवाह, मृत्यु इत्यादि) संबंधी वाचिक परंपरा,
- जनजातीय समुदाय की उत्पत्ति संबंधी धारणा एवं वाचिक ज्ञान,
- जनजातीय समुदाय में गोत्र व्यवसाय एवं गोत्र चिन्हों की अवधारणा संबंधी वाचिक ज्ञान,
- जनजातियों में प्रचलित विशिष्ट परंपरा (गोदना, लाल बंगला, घोटूल, धनकूल, जगार, जात्रा, धुमकुरिया आदि) रीति रिवाज एवं परंपरागत ज्ञान एवं विश्वास
- यह कार्यक्रम प्रतिदिन 8 सत्रों में विभाजित किया गया है। कार्यक्रम के समापन अवसर पर शामिल सभी जनजातीय वाचकों को स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।