गोरखपुर के गोविंद मुक्केबाज़ी की एशियन चैंपियनशिप का करेंगे प्रतिनिधित्व | उत्तर प्रदेश | 23 Sep 2022
चर्चा में क्यों?
22 सितंबर, 2022 को बाक्सिंग कोच सुजीत कुमार गौतम ने बताया कि जार्डन में 30 अक्टूबर से 12 नवंबर तक होने वाली मुक्केबाज़ी की एशियन चैंपियनशिप में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर ज़िले के गोविंद साहनी देश का प्रतिनिधित्व करेंगे।
प्रमुख बिंदु
- उत्तर प्रदेश के गोविंद साहनी राज्य के इकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं, जो भारतीय दल में जगह बनाने में सफल रहे। वह 48 किग्रा भार वर्ग में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे।
- विदित है कि गोविंद ने अक्टूबर 2021 में सर्बिया में आयोजित विश्व चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व किया था, पर कोई पदक नहीं जीत पाये थे।
- उल्लेखनीय है कि गोविंद साहनी ने कर्नाटक में पुरुष एलीट राष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक, थाइलैंड में ओपन इंटरनेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक, वियतनाम में ओपन इंटरनेशनल बाक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक, कज़ाखस्तान में ओपन इंटरनेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता है।
- इसके अलावा फिनलैंड, पोलैंड, रशिया के साथ भारत में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय स्तर की बॉक्सिंग प्रतियोगिता में भी पदक हासिल किया है।
उत्तर प्रदेश के छह ज़िलों में खुलेंगे नए मेडिकल कॉलेज | उत्तर प्रदेश | 23 Sep 2022
चर्चा में क्यों?
22 सितंबर, 2022 को उत्तर प्रदेश चिकित्सा शिक्षा के प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने बताया कि केंद्र सरकार ने वायबलिटी गैप फंडिंग (VGF) स्कीम के तहत प्रदेश के छह ज़िलों में मेडिकल कॉलेज खोलने की सैद्धांतिक सहमति दी है। ‘एक ज़िला एक मेडिकल कॉलेज’ (One District One Medical College) कार्यक्रम के तहत यह कार्य किया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- ‘एक ज़िला एक मेडिकल कॉलेज’कार्यक्रम के तहत पीपीपी मोड पर महोबा, मैनपुरी, बागपत, हमीरपुर, हाथरस और कासगंज ज़िले में मेडिकल कॉलेज खोलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। मेडिकल कॉलेज संचालन के लिये टेंडर के माध्यम से निवेशकों का चयन किया जाएगा।
- उत्तर प्रदेश में 16 ज़िलों में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज खोले जाने हैं। छह ज़िलों में मेडिकल कॉलेज खोलने में लगभग 1525 करोड़ रुपए खर्च आएगा। केंद्र सरकार इसमें 1012 करोड़ रुपए सब्सिडी देगी। एक कॉलेज को औसतन 160 करोड़ रुपए की सब्सिडी मिलेगी।
- महराजगंज और संभल में मेडिकल कॉलेज खोलने के लिये निवेशकर्त्ता का चयन कर कार्य शुरू हो गया है। इसके अलावा शामली और मऊ में मेडिकल कॉलेज खोलने की प्रक्रिया चल रही है।
- चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने बताया कि पीपीपी मॉडल पर खुलने वाले मेडिकल कॉलेजों के लिये राज्य सरकार ज़िला अस्पताल और भूमि 33 साल की लीज़ पर देगी। इसके बाद निवेशकर्त्ता मेडिकल कॉलेज वापस कर देगा। वह राज्य सरकार की संपत्ति होगी। साथ ही स्टांप ड्यूटी में छूट और उपकरण में सब्सिडी दी जाएगी।
- आलोक कुमार ने बताया कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश में सरकारी और निजी मिलाकर 65 मेडिकल कॉलेज हैं। केंद्रीय संस्थानों में रायबरेली और गोरखपुर में दो एम्स, एक बीएचयू और एक अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज है।
- प्रदेश के अमेठी, औरैया, बिजनौर, बुलंदशहर, चंदौली, गोंडा, कानपुर देहात, कौशांबी, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, ललितपुर, पीलीभीत, सोनभद्र और सुल्तानपुर ज़िले को 2022-23 तक मेडिकल कॉलेज मिलेंगे। इनका निर्माणकार्य चल रहा है।
- उल्लेखनीय है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने पिछले साल नौ ज़िलों देवरिया, एटा, फतेहपुर, गाज़ीपुर, हरदोई, जौनपुर, मिर्ज़ापुर, प्रतापगढ़, सिद्धार्थनगर में मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण किया था।