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प्रदेश में हर वाइब्रेंट विलेज में बनेगा हेलीपैड
चर्चा में क्यों?
21 जून, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड के सीमांत जिलों में प्रत्येक वाइब्रेंट विलेज में हेलीपैड बनाया जाएगा। साथ ही इन गांवों में ब्रैकफास्ट टूरिज़्म को बढ़ावा दिया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- जानकारी के अनुसार मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने उत्तरकाशी और चमोली के जिलाधिकारियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से योजना बनाने के निर्देश दिए।
- राज्य सचिवालय में आयोजित बैठक में मुख्य सचिव ने कहा कि जिलाधिकारी अपने जिलों में वाइब्रेंट विलेज में जाकर देखें कि किन-किन सेवाओं की सख्त आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वाइब्रेंट विलेज के तहत क्षेत्र में अटल स्कूलों की शुरुआत की जाए। पर्यटन की दृष्टि से इन गांवों में और क्या-क्या गतिविधियां शुरू की जा सकती हैं, इस दिशा में भी कार्य किया जाए।
- उन्होंने वाइब्रेंट विलेज के लिये योजनाओं को प्राथमिकता पर लेने के निर्देश देते हुए कहा कि इन गांवों में बिजली, पानी, सड़क, अस्पताल आदि की उपलब्धता अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाए।
- मुख्य सचिव ने कहा कि इन गाँवों के लिये योजनाएँ इस प्रकार से तैयार की जाएँ कि स्थानीय लोगों को रोज़गार प्राप्त हो सके। इन क्षेत्रों में बुग्याल और ट्रैकिंग रूट्स को विकसित कर क्षेत्रवासियों को रोजगार से जोड़ा जा सकता है। उन्होंने कौशल विकास विभाग को, क्षेत्र के युवाओं को कई ट्रेड्स में निशुल्क प्रशिक्षण प्रदान करने के भी निर्देश दिये।
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राष्ट्रपति ने सैन्य नर्सिंग सेवा की मेजर जनरल स्मिता देवरानी और ब्रिगेडियर अमिता देवरानी को राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार प्रदान किया
चर्चा में क्यों?
22 जून, 2023 को राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु, जो सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर हैं, ने नई दिल्ली में आयोजित समारोह में सैन्य नर्सिंग सेवा (एमएनएस) की अपर महानिदेशक (एडीजी) मेजर जनरल स्मिता देवरानी और दक्षिणी कमान मुख्यालय ब्रिगेडियर एमएनएस, ब्रिगेडियर अमिता देवरानी को क्रमश: वर्ष 2022 एवं 2023 के लिये राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार से सम्मानित किया।
प्रमुख बिंदु
- राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने समारोह में वर्ष 2022 एवं 2023 के लिये कुल 30 नर्सों को राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार प्रदान किया है।
- उत्तराखंड के कोटद्वार ज़िले की रहने वाली देवरानी बहनों को दिया गया पुरस्कार उनके लगभग चार दशकों के उल्लेखनीय योगदान और सेवा के लिये एक उपयुक्त सम्मान है।
- इनके अलावा राष्ट्रपति ने उत्तराखंड की ही मंजू कैरा को वर्ष 2022 के लिये राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार से सम्मानित किया।
- विदित है कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा 1973 में संस्थापित राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार नर्सों और नर्सिंग प्रोफेशनलों को समाज को प्रदान की गई उनकी सराहनीय सेवाओं के सम्मानस्वरूप दिया जाता है।
- मेजर जनरल स्मिता देवरानी को 1983 में एमएनएस में कमीशन किया गया था। 01 अक्तूबर, 2021 को एडीजी एमएनएस का कार्यभार सँभालने से पूर्व, वह आर्मी हॉस्पिटल (रिसर्च एंड रेफरल) की प्रिंसिपल मैट्रन, ब्रिगेडियर एमएनएस, मुख्यालय (मध्य कमान); प्रिंसिपल मैट्रन, कमांड हॉस्पिटल (दक्षिणी कमांड) और निदेशक एमएनएस (प्रशासन) जैसी विभिन्न प्रमुख नैदानिक, कर्मचारी और प्रशासनिक पदों पर रहीं।
- ब्रिगेडियर अमिता देवरानी को 1986 में सेवा में कमीशन किया गया था। उन्होंने 01 सितंबर, 2021 को दक्षिणी कमान के ब्रिगेडियर एमएनएस का अपना वर्तमान पदभार ग्रहण किया। इससे पूर्व, उन्होंने पुणे के सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल कॉलेज ऑफ नर्सिंग; आर्मी हॉस्पिटल, रिसर्च एंड रेफरल कॉलेज ऑफ नर्सिंग और इंडियन नेवल हॉस्पिटल शिप (आईएनएचएस) अश्विनी के कॉलेज ऑफ नर्सिंग की वाइस प्रिंसिपल जैसे विभिन्न महत्त्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है।
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