राज्य सरकार ने कामगार महिलाओं को सुविधा प्रदान करने के लिये उठाया अहम कदम | हरियाणा | 23 May 2023
चर्चा में क्यों?
21 मई, 2023 को हरियाणा सरकार ने नियमों में बदलाव कर प्रदेश सरकार की योजना के तहत राज्य की कामगार महिलाओं को सुविधा प्रदान करने के लिये अहम कदम उठाया है, जिसके अंतर्गत अब कामगार महिलाओं को दूसरा बच्चा लड़का होने पर भी पाँच हज़ार रुपए मिलेंगे।
प्रमुख बिंदु
- सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग ने गर्भावस्था में मजदूरी के दौरान नुकसान की भरपाई व स्तनपान कराने वाली महिलाओं में पोषण सुनिश्चित करने के लिये ‘मुख्यमंत्री मातृत्व सहायता योजना’शुरू की है।
- इस योजना के तहत गत वर्ष आठ मार्च के बाद दूसरे बच्चे के रूप में लड़के को जन्म देने वाली अनुसूचित जाति और जनजाति की महिलाएँ इस योजना का लाभ उठा सकेंगी। इस संबंध में महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से आदेश जारी कर दिये गए हैं।
- अब 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग महिलाओं सहित मनरेगा जॉब कार्ड, ई श्रम कार्ड, बीपीएल राशन कार्ड, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और किसान सम्मान निधि की लाभार्थी महिलाएँ भी इस योजना का लाभ लेने के लिये पात्र होंगी।
- योजना का लाभ लेने के लिये संबंधित महिला के परिवार की सालाना आय 8 लाख रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिये। इस योजना के लिये आधार कार्ड अनिवार्य है।
- केंद्र या राज्य सरकार की नौकरियों और सार्वजनिक उपक्रमों में तैनात महिला कर्मचारी इस योजना का लाभ लेने के लिये पात्र नहीं होंगी। सहायता राशि लेने के लिये गर्भावस्था के पंजीकरण के बाद कम से कम एक बार प्रसव पूर्व जाँच के साथ ही बच्चे का पंजीकरण और उसे बीसीजी, ओपीवी, डीपीटी और हेपेटाइटिस बी के टीके लगवाना जरूरी है।
- ‘मुख्यमंत्री मातृत्व सहायता योजना’का लाभ लेने के लिये आंगनवाड़ी वर्कर या आशा के माध्यम से आवेदन किया जा सकेगा।
- विदित है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई कामगार महिलाओं के लिये पहले से ‘प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना’संचालित की जा रही है, जिसके तहत पाँच हज़ार रुपए की सहायता राशि तीन किस्तों में दी जाती थी। अब सरकार द्वारा नियमों में बदलाव कर सहायता राशि दो किस्तों में देने का निर्णय लिया गया है।
हरियाणा खेती मासिक पत्रिका ‘श्रीअन्न’विशेषांक का विमोचन | हरियाणा | 23 May 2023
चर्चा में क्यों?
21 मई, 2023 को अंतर्राष्ट्रीय पोषण अनाज वर्ष 2023 मनाने की कड़ी में हरियाणा के चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने हरियाणा खेती मासिक हिन्दी पत्रिका के ‘श्रीअन्न’विशेषांक का विमोचन किया।
प्रमुख बिंदु
- कुलपति ने बताया कि इस विशेषांक में पोषक अनाज वाली फसलें जैसे ज्वार, बाजरा, रागी, कंगनी, सांवक, छोटी कंगनी व कुटकी आदि के उत्पादन, महत्त्व, रख-रखाव, मूल्य-संवर्धन, खाद्य पदार्थ बनाने, स्वादिष्ट व्यंजन बनाने तथा स्वास्थ्य से संबंधित विशेष जानकारियाँ विशेषज्ञों द्वारा दिये गए लेखों के रूप में दी गई हैं, जिसका उद्देश्य सभी पाठकों को पोषक अनाजों व इनसे होने वाले फायदे से अवगत करवाना है।
- विदित है कि विश्व में खाद्य सुरक्षा व पोषण को बढ़ावा देने के लिये भारत के आह्वान् पर देश अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष का नेतृत्व कर रहा है। भारत 8 करोड़ टन से अधिक उत्पादन के साथ मोटे अनाजों के लिये वैश्विक केंद्र बनने की ओर अग्रसर है।
- रागी (फिंगर मिलेट) कैल्शियम व पोटेशियम का सबसे बेहतरीन स्रोत है, वहीं चेन्ना (प्रोसो मिलेट) और कुटकी (लिटिल मिलेट) विटामिन बी-6, फास्फोरस, फाइबर तथा एमिनो एसिड से भरपूर होते हैं।
- कंगनी (फॉक्सटेल मिलेट) प्राचीन फसलों में से एक है तथा इसमें बीटा केरोटिन, विटामिन और खनिज तत्त्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। यह विशेष तौर पर बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिये लाभप्रद है।
- कोडो मिलेट औषधीय गुणों से भरपूर है और यह कफ और पित्त दोष को शांत करता है तथा इसमें बैक्टीरिया व जलन रोधी गुण होने के कारण लाभप्रद है। इसको खून शोधक व तंत्रिका तंत्र को मजबूत रखने हेतु भी प्रयोग में लिया जाता है।
- इनके अतिरिक्त सावंक व छोटी कंगनी भी पौष्टिक होने के साथ औषधीय गुणों से भरपूर हैं।
मुख्यमंत्री ने कम्युनिटी पुलिसिंग और आउटरीच कार्यक्रम हरियाणा उदय का किया शुभारंभ | हरियाणा | 23 May 2023
चर्चा में क्यों?
21 मई, 2023 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जन कल्याण की दिशा में एक और अभिनव पहल करते हुए राज्य के गुरुग्राम ज़िले से कम्युनिटी पुलिसिंग और आउटरीच कार्यक्रम हरियाणा उदय का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम को 1 जून, 2023 से पूरे राज्य में क्रियान्वित किया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- कम्युनिटी पुलिसिंग और आउटरीच कार्यक्रम हरियाणा उदय कार्यक्रम का उद्देश्य सामुदायिक संबंधों को मज़बूत करने और ज़िला प्रशासन, कानून प्रवर्तन एजेंसियों और जनता के बीच बेहतर संबंधों को बढ़ावा देना है।
- मुख्यमंत्री ने हरियाणा उदय कार्यक्रम का कैलेंडर भी जारी किया और कहा कि इस आउटरीच कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लेकर हम एक सुरक्षित और अधिक समावेशी समाज बना सकते हैं, जो अपने निवासियों की ज़रूरतों के प्रति उत्तरदायी होगा।
- अपने ज़िले के जनप्रतिनिधियों के रूप में सभी को एक सुरक्षित, सामंजस्यपूर्ण समाज बनाने की दिशा में मिलकर काम करने और जनता के साथ संवाद स्थापित करने की आवश्यकता है। इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिये ज़िला उपायुक्त, पुलिस आयुक्त व पुलिस अधीक्षक कम्युनिटी पुलिसिंग और आउटरीच कार्यक्रम शुरू करेंगे।
- हरियाणा उदय के तहत चीफ मिनिस्टर आउटरीच कार्यक्रम के कैलेंडर में जून माह के दौरान स्ट्रांग/फिटमैन हरियाणा, गुरुग्राम में 3 दिवसीय महिला बाज़ार तथा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर 21 जून को योगाभ्यास कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
- इसके अलावा, जुलाई माह के दौरान 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लिये खेल प्रतियोगिताओं तथा फरीदाबाद में 3 दिवसीय महिला बाज़ार का आयोजन किया जाएगा।
- कम्युनिटी पुलिसिंग और आउटरीच कार्यक्रम के तहत प्रत्येक ज़िला उपायुक्त 1 जून, 2023 से अपने संबंधित ज़िलों में आउटरीच कार्यक्रम शुरू करेंगे।
- इन कार्यक्रमों में गाँव जनसंवाद/क्षेत्र जन संवाद, जन भागीदारी के साथ तालाब की सफाई, स्कूलों/मोहल्लों के स्पोर्ट्स लीग में संगीत, कला और कविता प्रतियोगिताएँ, पौधारोपण अभियान, ज़िले के आईएएस व एचसीएस अधिकारियों द्वारा सप्ताह में एक बार गाँवों में रात्रि प्रवास कार्यक्रम, युवा संसद/गाँव संसद, स्वच्छ भारत अभियान, सफाई व विद्यार्थियों के स्वास्थ्य सुधार हेतु सरकारी स्कूलों को गोद लेना इत्यादि विभिन्न कार्यक्रम शामिल हैं।
- पुलिस आयुक्त/पुलिस अधीक्षक द्वारा 1 जून, 2023 से अपने संबंधित ज़िलों में कम्युनिटी पुलिसिंग कार्यक्रम शुरू किया जाएगा।
- कम्युनिटी पुलिसिंग प्रोग्राम के तहत राहगीरी, साइक्लोथॉन, गाँवों में खेल प्रतियोगिताएँ, नशीली दवाओं/नशे के दुरुपयोग के लिये जागरूकता अभियान, वृद्धजनों की देखभाल और पुलिस की पाठशाला इत्यादि कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
- इस व्यापक कम्युनिटी पुलिसिंग और आउटरीच कार्यक्रम में सामूहिक भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। यह बड़ी संख्या में व्यक्तियों के बीच जुड़ाव, भागीदारी और सहयोग को बढ़ावा देने का एक महत्त्वपूर्ण माध्यम बनेगा।
- मुख्यमंत्री इस कार्यक्रम की सभी ज़िलों की प्रस्तुति के साथ छह-मासिक रिपोर्ट की समीक्षा करेंगे और सर्वश्रेष्ठ तीन उपायुक्तों/पुलिस आयुक्तों/पुलिस अधीक्षकों को पुरस्कृत किया जाएगा।