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स्टेट पी.सी.एस.

  • 23 Apr 2022
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उत्तर प्रदेश Switch to English

उत्तर प्रदेश सरकार का त्वरित न्याय की दिशा में प्रयास

चर्चा में क्यों?

हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार के गृह विभाग ने पिछले वर्षों में हुई कार्रवाई को आधार बनाते हुए प्रभावी पैरवी की कार्ययोजना तैयार की है।

प्रमुख बिंदु

  • छह माह की इस कार्ययोजना में मृत्युदंड की सज़ा वाले अपराधों में अभियुक्तों और उम्रकैद की सज़ा वाले 300 अभियुक्तों को जेल भिजवाने का लक्ष्य रखा गया है।
  • इसी प्रकार पॉक्सो एक्ट के तहत तेज़ी से पैरवी कर 10 प्रकरणों में आरोपित को 1 माह के भीतर सज़ा दिलाई जाएगी।
  • इसी प्रकार गृह विभाग द्वारा एक-दो वर्षीय कार्ययोजना का भी निर्माण किया गया है।
  • गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश का 2019 में महिलाओं के प्रति अपराधों में सज़ा दिलाने का प्रतिशत 55.2 था, जो 2020 में बढ़कर 61 हो गया।
  • महिलाओं की सुरक्षा की दृष्टि से ही प्रदेश में मिशन शक्ति की शुरुआत की गई थी। साथ ही उत्तर प्रदेश डिजिटल इंडिया मिशन के तहत ई-प्रासीक्यूशन पोर्टल पर सूचनाएँ दर्ज कराने के मामले में भी सबसे आगे है।

बिहार Switch to English

एल्बेंडाज़ोल

चर्चा में क्यों?

22 अप्रैल, 2022 को बिहार के मुंगेर में शाह जुबैर मध्य विद्यालय घोरघट में एल्बेंडाज़ोल दवा खिलाने से 50 से अधिक बच्चे बीमार पड़ गए।

प्रमुख बिंदु

  • एल्बेंडाज़ोल कृमि मुक्ति का एक साक्ष्य-आधारित, विश्व स्तर पर स्वीकृत, प्रभावी समाधान है, जिसका उपयोग सभी बच्चों में कृमि संक्रमण को नियंत्रित करने के लिये किया जाता है।
  • इसी संदर्भ में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा 2015 में राष्ट्रीय कृमिमुक्ति दिवस (National Deworming Days) शुरू किया गया, जो प्रति वर्ष 10 फरवरी और 10 अगस्त को मनाया जाता है।
  • इसका उद्देश्य 1-19 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों में आँतों के कीड़े, जिन्हें मिट्टी-संचारित हेल्मिंथ्स (एसटीएच) के रूप में भी जाना जाता है, का उन्मूलन करना है।
  • गौरतलब है कि आँतों के कीड़े परजीवी रूप में मानव आँतों में रहते हैं और पोषक तत्त्वों और विटामिन का उपभोग कर बच्चों को कुपोषित बनाते हैं।

मध्य प्रदेश Switch to English

48वीं अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कॉन्ग्रेस

चर्चा में क्यों?

22 अप्रैल, 2022 को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भोपाल में 48वीं अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कॉन्ग्रेस के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया।

प्रमुख बिंदु

  • केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कॉन्ग्रेस का देश की पुलिस व्यवस्था में दो नज़रिये से महत्त्वपूर्ण योगदान है।
  • पहला समान चुनौतियों से निपटने के लिये देश भर की पुलिस के बीच तालमेल और दूसरा अपराधियों से दो कदम आगे रहने के लिये तकनीक का इस्तेमाल होगा।
  • पुलिस विज्ञान कॉन्ग्रेस एक सामान्य रणनीति और तालमेल पर चर्चा करने और काम करने के लिये आदर्श मंच है, जिसकी बैठकें बीपीआरएंडडी (BPR&D) के तत्त्वावधान में आयोजित की जाती है।
  • उन्होंने कहा कि पुलिस विभागों में 10 वर्षीय पुलिस रणनीति और वार्षिक समीक्षा की प्रथा को संस्थागत बनाया जाना चाहिये, क्योंकि अब ऐसे अपराध हो रहे हैं, जिनके विरुद्ध पुलिस के आधुनिकीकरण, प्रशिक्षण, राज्यों में पुलिस के बीच समन्वय, राज्य के बाहर पुलिस के बीच समन्वय और प्रौद्योगिकी को आत्मसात् किये बिना लड़ना संभव नहीं है।

हरियाणा Switch to English

गुरुग्राम में ‘विश्व कौशल केंद्र’ की स्थापना का निर्णय

चर्चा में क्यों?

22 अप्रैल, 2022 को हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा युवाओं को रोज़गारपरक शिक्षा प्रदान करने व कुशल बनाने के लिये राज्य के विंडो शहर गुरुग्राम में विश्व कौशल केंद्र की स्थापना की जाएगी।

प्रमुख बिंदु

  • गुरुग्राम के इस कौशल केंद्र में छह मुख्य क्षेत्रों में 680 उम्मीदवारों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
  • विश्व कौशल केंद्र में पहले चरण में पर्यटन एवं आतिथ्य, रिटेल, आईटी एवं आईटीईएस, लेखा, बैंकिंग एवं वित्त, लॉजिस्टिक तथा ब्यूटी एवं वेलनेस सहित विभिन्न क्षेत्रों में उम्मीदवारों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया  है।
  • गौरतलब है कि हरियाणा कौशल विकास मिशन (एचएसडीएम) ने राज्य के युवाओं को जर्मनी में अंतर्राष्ट्रीय अप्रेंटिसशिप और रोज़गार के अवसर प्रदान करने के लिये मैजिक बिलियन के साथ अनुबंध किया है। मैजिक बिलियन (टीजीएम सर्विसेज़ प्राइवेट लिमिटेड की इकाई) राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के भागीदार के रूप में पंजीकृत एक भारत अंतर्राष्ट्रीय कौशल केंद्र (आईआईएससी) है।
  • उन्होंने यह भी बताया कि राज्य वित्त पोषित सूर्य योजना के तहत 10,517 व्यक्ति प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। सूर्य योजना के तहत शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग (एसटीटी), रिकॉग्निशन ऑफ प्रायर लर्ऩिग (आरपीएल), ड्राइवर ट्रेनिंग और हैवी मोटर ह्वीकल ड्राइवर ट्रेनिंग (एचएमवी) के लिये लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

झारखंड Switch to English

‘चास हाट पहल’

चर्चा में क्यों?

हाल ही में पाकुड़ के उपायुक्त वरुण रंजन ने बताया कि हॉर्टिकल्चर हब के रूप में स्थापित करने के लिये पाकुड़ ज़िला प्रशासन की अनूठी पहल ‘चास हाट पहल’ से महिला किसानों की ज़िंदगी में अभूतपूर्व परिवर्तन हो रहा है।

प्रमुख बिंदु

  • पाकुड़ ज़िला प्रशासन एवं झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी के संयुक्त प्रयास के रूप में वर्ष 2021 में चास हाट पहल की शुरुआत की गई थी।
  • इस महत्त्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य सभी संबंधित विभागों के समेकित प्रयास एवं अभिसरण से ज़िले में सब्ज़ी की फसलों के उत्पादन एवं विपणन को बढ़ाना है। साथ ही इस परियोजना के अंतर्गत लक्षित किसान परिवारों की वार्षिक आय 1 लाख रुपए तक सुनिश्चित करना और महिला उद्यमिता को बढ़ावा देना भी शामिल है।
  • चास हाट पहल के ज़रिये ज़िले के विभिन्न विभागों की खेती की योजनाओं का लाभ समेकित रूप से सखी मंडल की बहनों को चास हाट के ज़रिये दिया जा रहा है, जैसे-
    • सिंचाई की समस्या दूर करने के लिये भूमि संरक्षण एवं अन्य विभाग द्वारा डीप बोरिंग एवं पंप सेट उपलब्ध कराने के साथ ही टपक सिंचाई योजना का क्रियान्वयन।
    • मनरेगा द्वारा दीदी बाड़ी योजना के अंतर्गत 5 डेसीमल की योजना एवं सिंचाई सुविधा हेतु कूपों की व्यवस्था।
    • झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी, केवीके एवं आत्मा के ज़रिये विभिन्न प्रकार का प्रशिक्षण, क्षमतावर्द्धन एवं बीज की व्यवस्था आदि।

छत्तीसगढ़ Switch to English

‘मोर गाँव मोर पानी’ अभियान

चर्चा में क्यों?

22 अप्रैल, 2022 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ‘मोर गाँव मोर पानी’ अभियान के समापन अवसर पर दुर्ग ज़िले के गंज मंडी प्रांगण में जल गुणवत्ता जाँच से जुड़ी महिलाओं को ‘जल बहिनी’ की उपाधि देकर उनका सम्मान किया।

प्रमुख बिंदु

  • यह अभियान छत्तीसगढ़ के सभी ज़िलों में यूनिसेफ के सहयोग से किया गया।
  • इसकी शुरुआत जल जीवन मिशन के अंतर्गत 22 मार्च, 2022 को विश्व जल दिवस के अवसर पर की गई थी।
  • 22 मार्च से 22 अप्रैल तक चलाए गए इस अभियान का उद्देश्य प्रत्येक ग्राम में वर्षा जल का विभिन्न तकनीकी विधियों से संवर्द्धन एवं जल के उपयोग उपरांत उत्पन्न ग्रे वाटर का उचित प्रबंध कर संपूर्ण जल का संवर्द्धन एवं संरक्षण करना है।

उत्तराखंड Switch to English

वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून में मनाया गया पृथ्वी दिवस

चर्चा में क्यों?

22 अप्रैल, 2022 को वन अनुसंधान संस्थान (FRI), देहरादून में पृथ्वी दिवस मनाया गया।

प्रमुख बिंदु

  • इस अवसर पर एफआरआई निदेशक रेणु सिंह ने कहा कि पृथ्वी दिवस हमें अपने ग्रह को बचाने की दिशा में काम करने की हमारी ज़िम्मेदारियों की याद दिलाता है, क्योंकि यह पारिस्थितिक मुद्दों की ओर एक संकेतक के रूप में कार्य करता है।
  • 2022 के लिये पृथ्वी दिवस की आधिकारिक थीम ‘इन्वेस्ट इन अवर प्लेनेट’ (Invest in Our Planet) है।
  • इसमें पाँच प्राथमिक कार्यक्रम शामिल हैं- ग्रेट ग्लोबल क्लीनअप, सस्टेनेबल फैशन, क्लाइमेट एंड एनवायरनमेंटल लिटरेसी, कैनोपी प्रोजेक्ट, फूड एंड एनवायरनमेंट और ग्लोबल अर्थ चैलेंज।

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