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हरियाणा स्टेट पी.सी.एस.

  • 23 Jan 2023
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इंडो-इजराइल कृषि परियोजना के तहत गिगनाऊ में बागवानी उत्कृष्टता केंद्र का शुभारंभ

चर्चा में क्यों?

22 जनवरी, 2023 को भारत में आए इजराइल के राजदूत नाओर गिलोन ने हरियाणा के भिवानी ज़िले के लोहारू विधानसभा क्षेत्र के गाँव गिगनाऊ में साढ़े 12 करोड़ रुपए की लागत से तैयार करीब 50 एकड़ भूमि में बने अर्द्ध शुष्क बागवानी उत्कृष्टता केंद्र का शुभारंभ किया।

प्रमुख बिंदु 

  • इजराइल के राजदूत नाओर गिलोन ने बताया कि गाँव गिगनाऊ में इंडो-इजराइल कृषि परियोजना के तहत स्थापित बागवानी का उत्कृष्टता केंद्र दोनों देशों के राजनीतिक संबंधों के बीच लोकतांत्रिकों संबंधों को भी मज़बूती देगा।
  • अर्द्ध शुष्क बागवानी उत्कृष्टता केंद्रों की स्थापना करने का मुख्य उद्देश्य कृषि क्षेत्र में नए संसाधनों को विकसित करना है, जिससे किसान खुशहाल हो।
  • उन्होंने बताया कि अब इजराइल की तकनीक व जानकारी भारत में स्थानांतरित व निर्मित की जा रही है, जिससे मेक इन इंडिया पहल को और अधिक बढावा मिल रहा है। इस केंद्र के माध्यम से भारत में उत्पादित इजराइल आधारित कृषि तकनीक जैसे ड्रिप सिंचाई, मल्चिंग, ग्रीन हाऊस आदि का प्रदर्शन किया जाएगा।
  • नाओर गिलोन ने बताया कि भारत में इंडो-इजराइल तकनीक पर निर्मित बागवानी उत्कृष्टता केंद्रों में गुणवत्ता वाली सब्जी की चार करोड़ से अधिक पौध व गुणवत्ता वाले फलों के पाँच लाख पौधे तैयार किये जा रहे हैं। इन केंद्रों पर हर साल एक लाख 20 हज़ार से अधिक किसानों को प्रशिक्षण भी मिल रहा है।
  • हरियाणा के कृषि एवं पशुपालन मंत्री जे.पी दलाल ने बताया कि इजराइल एक छोटा सा देश होते हुए भी कृषि व सुरक्षा सहित अनेक क्षेत्रों में अग्रणी है। आज इस देश की तकनीक को दूसरे देश भी अपना रहे हैं। इजराइल ने बंजर भूमि को उपजाऊ बनाकर अपने देश को स्वर्ग बनाया है तथा पूरी दुनिया को बूँद-बूँद से खेती करने की तकनीक दी है।
  • उन्होंने बताया कि हरियाणा में बागवानी के बजट को 100 गुणा बढ़ाकर 8 करोड़ से 800 करोड़ रुपए कर दिया गया है। प्रदेश में 500 एफपीओ स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
  • जे.पी दलाल ने बताया कि कि वर्ष 2030 तक 17 लाख एकड़ भूमि पर बागवानी का लक्ष्य रखा गया है। सोनीपत के गन्नौर में दुनिया की सबसे बड़ी सब्जी मंडी स्थापित की जा रही है, जो 500 एकड़ में होगी, जिस पर ढाई हज़ार करोड़ की लागत आएगी और इससे हज़ारों लोगों को रोज़गार मिलेगा।
  • उन्होंने बताया कि बागवानी में जोखिम को कम करने के लिये ‘मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना’ लागू की गई है, इस योजना के तहत 46 फसलों को कवर किया गया है। इसके अलावा ‘भावांतर भरपाई योजना’ के तहत 21 बागवानी फसलों को शामिल किया गया है।
  • मंत्री जे.पी दलाल ने बताया कि देश में किसानों के लिये सबसे अधिक योजना हरियाणा में लागू की गई है। गिगनाऊ में बना उत्कृष्ट केंद्र किसानों के साथ-साथ युवाओं के भविष्य के लिये मील का पत्थर साबित होगा।
  • इस सेंटर में अमरूद, बादाम, खजूर, अनार, नाशपाती, नींबू वर्गीय फल, बेर, ड्रैगन फ्रूट, रेड बल्ड माल्टा, स्ट्रॉबेरी, अवोकाडो आदि की उत्तम क्वालिटी की किस्म तैयार की जाएगी। इस केंद्र से किसानों को उच्च गुणवत्ता की सब्जियों की पौध सस्ती दरों पर उपलब्ध होगी।
  • इस हाइटेक ग्रीन हाउस में सब्जियों की 30 से 40 लाख तक पौध को तैयार किया जाएगा। इसके अलावा फलों की पौध हेतु मदर ब्लॉक तैयार किये जा रहे हैं। 

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गणतंत्र दिवस समारोह के लिये हरियाणा की झाँकी का थीम होगा ‘अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव’

चर्चा में क्यों?

22 जनवरी, 2023 को हरियाणा के सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ. अमित अग्रवाल ने बताया कि गणतंत्र दिवस समारोह में इस बार 26 जनवरी को कर्तव्य पथ पर प्रदर्शन के लिये लगातार दूसरी बार हरियाणा की झाँकी का चयन रक्षा मंत्रालय की विषेशज्ञ कमेटी द्वारा किया गया है, जिसका थीम है- ‘अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव’।

प्रमुख बिंदु 

  • डॉ. अमित अग्रवाल ने बताया कि भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय द्वारा गठित विशेषज्ञ कमेटी द्वारा प्रतिवर्ष राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों व मंत्रालयों की झांकियों के चयन की प्रक्रिया नवंबर माह में शुरू की जाती है, जिसमें सभी राज्य, केंद्र शासित प्रदेश व मंत्रालय अपने-अपने थीम की प्रस्तुति देते हैं।
  • विशेषज्ञ कमेटी द्वारा थीम की प्रासंगिकता व उपादेयता के आधार पर चरणबद्ध तरीके से झांकियों का चयन किया जाता है। पिछले वर्ष भी ‘खेलों में नंबर वन हरियाणा’की थीम पर आधारित झाँकी के माध्यम से हरियाणा की खेल उपलब्धियों को सशक्त तरीके से देश-दुनिया के सामने प्रस्तुत किया गया था।
  • उन्होंने बताया कि कुरुक्षेत्र को दुनिया के सबसे प्राचीन तीर्थ स्थलों में से एक के रूप में जाना जाता है। यहाँ पवित्र नदी सरस्वती के तट पर वेदों और पुराणों की रचना हुई। लगभग 5159 वर्ष पहले महाभारत युद्ध के पहले दिन भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र के युद्ध के मैदान में अर्जुन को श्रीमद्भगवद्गीता का शाश्वत संदेश दिया, इसलिये कुरुक्षेत्र की पहचान गीता के जन्म स्थल के रूप में होती है।
  • डॉ. अमित अग्रवाल ने बताया कि गीता के अमर संदेश की जयंती की वर्षगांठ को कुरुक्षेत्र में हर साल अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के रूप में मनाया जाता है। 18 दिनों तक चलने वाले अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का उद्देश्य श्रीमद्भगवद्गीता के वैश्विक व प्रेरणादायक संदेश का प्रसार करना और दुनिया को शांति, सद्भाव तथा सार्वभौमिक भाईचारे के संदेश से आलोकित करना है।
  • उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 में हरियाणा सरकार ने दुनिया के अन्य हिस्सों में गीता के सनातन संदेश को फैलाने के उद्देश्य से अन्य देशों में भी अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव मनाने का निर्णय लिया और वर्ष 2019 में पहली बार अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव मॉरीशस व लंदन में आयोजित किया गया। वर्ष 2022 में कनाडा में भी अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव मनाया गया।
  • सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक ने बताया कि गणतंत्र दिवस परेड में हरियाणा की झाँकी पर प्रस्तुत गीता का संदेश मानवजाति के लिये सबसे बड़ी बौद्धिक देन है। कर्म का यह शाश्वत संदेश पूरी मानवता के लिये अनुकरणीय है।
  • उन्होंने बताया कि झाँकी में भगवान श्रीकृष्ण को अर्जुन के सारथी के रूप में सेवा करते हुये और उन्हें गीता का ज्ञान देते हुए दिखाया गया है। झाँकी की पहली झलक आध्यात्मिकता, कला और इतिहास के दर्शन कराती है।
  • ट्रैक्टर खंड की शुरुआत में भगवान श्रीकृष्ण के ‘विराट स्वरूप’ के दर्शन होते हैं, जैसा कि युद्ध भूमि पर उन्होंने अर्जुन के सामने प्रदर्शित किया था। विराट स्वरूप की प्रदर्शित प्रतिमा में श्री विष्णु के 9 सिर क्रमश: अग्नि, नृसिंह, गणेश, शिव, विष्णु, ब्रह्मा, अश्विनी कुमार, हनुमान और परशुराम दिखाए गए हैं। दिव्य सर्प सिर ढके हुए हैं। श्री विष्णु दाहिने हाथ में तलवार, त्रिशूल, कमल, सुदर्शन चक्र और बाएँ हाथ में शंख, बरछा, धनुष, नाग, गदा आदि लिये हुए हैं। नीचे का पूरा भाग शेषनाग व लहरों को गोलाकार आकार दिया गया है।
  • ट्रेलर अनुभाग में पीछे की ओर कुरुक्षेत्र युद्ध क्षेत्र में चार घोड़ों के साथ एक भव्य रथ बनाया गया है। रथ, घोड़ों और सभी तत्त्वों को गहन विवरण के साथ दर्शाया गया है। अर्जुन और श्रीकृष्ण के रथ पर सवार मूर्तियों को रंगीन बनाया गया है, जबकि ट्रेलर के बाकी हिस्से को एक ही पार्थिव छाया में बनाया गया है। झाँकी में घोड़ों से लेकर रथ तक और यहाँ तक कि जमीन की धूल भी, हर एक विवरण स्पष्ट रूप से दिखाई देता है। ट्रेलर के किनारों पर बना पैटर्न महाभारत युद्ध के विभिन्न दृश्यों को दर्शाता है।

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मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई एचपीपीसी की बैठक

चर्चा में क्यों?

21 जनवरी, 2023 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में चंडीगढ़ में उच्चाधिकार प्राप्त क्रय समिति (एचपीपीसी) की बैठक हुई, जिसमें विभिन्न विभागों द्वारा की जाने वाली कुल 92 करोड़ रुपए से अधिक की वस्तुओं की खरीद को मंजूरी प्रदान की गई।

प्रमुख बिंदु 

  • एचपीपीसी की बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि बैठक में सिंचाई, पुलिस, परिवहन, हारट्रॉन, हरियाणा पावर जनरेशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड के कुल 8 एजेंडा रखे गए थे, जिसमें से 5 एजेंडे को मंजूरी दी गई।
  • उन्होंने बताया कि विभिन्न कंपनियों से नेगोशिएशन के बाद दरें तय करके लगभग 3 करोड़ रुपए को बचत की गई है।
  • मुख्यमंत्री ने बताया कि थर्मल पावर प्लांट में प्रदूषण को कम करने के लिये डी-नॉक्स कंब्यूशन कॉडिफिकेशन सिस्टम लगाने के प्रस्ताव को मंज़ूरी दी गई है। इसके अलावा हरियाणा में विभिन्न विभागों, बोर्डों व निगमों में इंटरनेट कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिये भी आज मंज़ूरी प्रदान की गई है।
  • उन्होंने बताया कि सरकारी परियोजनाओं के लिये भूमि की आवश्यकता हेतू ई-भूमि पोर्टल बनाया गया है, जो बेहद कारगर साबित हो रहा है। इस पोर्टल पर सरकार की ओर से परियोजनाओं के लिये ज़मीन की आवश्यकता की जानकारी भरी जाती है और किसान तथा एग्रीगेटर्स अपनी ज़मीन का ऑफर देते हैं।
  • भू-मालिकों से बातचीत कर उनकी सहमति से ज़मीन खरीदी जा रही है। अब तक लगभग 1000 एकड़ भूमि की खरीद इस पोर्टल के माध्यम से की गई है।

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