लखनऊ शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 23 दिसंबर से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

छत्तीसगढ स्टेट पी.सी.एस.

  • 22 Nov 2021
  • 0 min read
  • Switch Date:  
छत्तीसगढ़ Switch to English

छत्तीसगढ़ को मिला स्वच्छतम् राज्य का अवार्ड

चर्चा में क्यों?

20 नवंबर, 2021 को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ को स्वच्छतम् राज्य का अवार्ड प्रदान किया गया। छत्तीसगढ़ की ओर से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह अवार्ड ग्रहण किया। 

प्रमुख बिंदु 

  • यह आयोजन भारत सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा स्वच्छ भारत मिशन-शहरी 2.0 के भाग के रूप में किया गया था। 
  • उल्लेखनीय है कि भारत सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा प्रति वर्ष देश के सभी शहरों एवं राज्यों के मध्य स्वच्छ सर्वेक्षण कराया जाता है। इसमें आकलन के लिये विभिन्न मापदंड निर्धारित किये गए हैं। 
  • इनमें से मुख्य रूप से घर-घर से कचरा एकत्रीकरण, कचरे का वैज्ञानिक तरीके से निपटान, खुले में शौच मुक्त शहर, कचरा मुक्त शहर जैसी श्रेणियाँ शामिल हैं। इन्हीं मापदंडों के आधार पर रैंकिंग दी जाती है और रैंकिंग के आधार पर शहरों एवं राज्यों का प्रदर्शन तय होता है। उत्कृष्टता प्राप्त करने वाले शहर और राज्य को उसकी श्रेणी के आधार पर पुरस्कृत किया जाता है।
  • वर्ष 2019 और 2020 के बाद लगातार तीसरी बार छत्तीसगढ़ ने स्वच्छता में अव्वल होने का गौरव हासिल किया है।  सफाई मित्र सुरक्षा चुनौती-2021 श्रेणी में बेस्ट परफॉर्मिंग स्टेट का अवार्ड छत्तीसगढ़ के नाम रहा। वहीं विभिन्न श्रेणियों में दिये जाने वाले 239 पुरस्कारों में से सर्वाधिक 67 निकायों को पुरस्कार प्राप्त हुए।
  • छत्तीसगढ़ के 67 निकायों को विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार मिले। इनमें अंबिकापुर को सेल्फ सस्टेनेबल स्माल सिटी (एक लाख से तीन लाख आबादी में श्रेणी द्वितीय), रायपुर को फास्टर मूवर स्टेट कैपिटल, भिलाई-चरोदा को क्लीनेस्ट सिटी (50 हज़ार से एक लाख आबादी में श्रेणी प्रथम), बीरगाँव को इनोवेशन एंड बेस्ट प्रैक्टिसेस (50 हज़ार से एक लाख आबादी में श्रेणी चौथा स्थान) में पुरस्कार प्रदान किये गए हैं।
  • चिरमिरी को बेस्ट सेल्फ सस्टेनेबल सिटी, भाटापारा को फास्टेस्ट मूवर सिटी (50 हज़ार से एक लाख आबादी में श्रेणी द्वितीय), कवर्धा को क्लीनेस्ट सिटी (25 हज़ार से 50 हज़ार आबादी में श्रेणी प्रथम), बेमेतरा को इनोवेशन एंड बेस्ट प्रैक्टिसेस, जशपुर नगर को बेस्ट सेल्फ सस्टेनेबल सिटी (25 हज़ार से 50 हज़ार आबादी में श्रेणी द्वितीय), दीपिका को फास्टेस्ट मूवर सिटी (25 हज़ार से 50 हज़ार आबादी में श्रेणी तृतीय), पाटन को क्लीनेस्ट सिटी (25 हज़ार से कम आबादी में श्रेणी प्रथम) में पुरस्कार प्रदान किये गए हैं।
  • इसी प्रकार दोरनापाल को बेस्ट सिटी इन सिटीजन फीडबैक, चंद्रपुर को इनोवेशन एंड बेस्ट प्रैक्टिसेस, उतई को बेस्ट सेल्फ सस्टेनेबल सिटी (25 हज़ार से कम आबादी में श्रेणी पाँचवा स्थान) एवं अभनपुर को फास्टेस्ट मूवर सिटी (25 हज़ार से कम आबादी की श्रेणी) में पुरस्कार प्रदान किये गए हैं।
  • स्वच्छता सर्वेक्षण के दौरान रैंकिंग के आधार पर शहरों को तीन और पाँच सितारा (3 एंड 5 स्टार कैटेगरी) श्रेणी में भी रखा गया है। इसमें छत्तीसगढ़ के दो शहर-अंबिकापुर और पाटन को पाँच सितारा श्रेणी में शामिल किया गया है, वहीं 44 अन्य शहरों को 3 सितारा रैंकिंग दी गई है।
  • स्वच्छता के लिये काम करने के दौरान छत्तीसगढ़ ने जहाँ स्वच्छता अभियान को नरवा, गरुवा, घुरवा और बाड़ी जैसी महत्त्वाकांक्षी योजना से जोड़ा, वहीं 6-आर पॉलिसी को अपनाया। छत्तीसगढ़ में 6-आर पॉलिसी के लिये रीथिंक, रियूज, रिसाइकिल, रिपेयर, रिड्यूस और रिफ्यूज को आधार बनाकर काम किया गया। 
  • इसका परिणाम यह रहा कि अपशिष्ट बनने की मात्रा में कमी हुई और अपशिष्टों का उचित प्रबंधन हुआ। दूसरी ओर सामुदायिक और सार्वजनिक शौचालय बनाए गए, जिससे ओडीएफ में भी मदद मिली। इधर गोधन न्याय योजना भी ग्रामीण के साथ शहरी क्षेत्रों में सफाई के साथ आमदनी बढ़ाने में मददगार बनी।

 Switch to English
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2