उत्तर मध्य रेलवे हुआ शत-प्रतिशत विद्युतीकरण वाला देश का पाँचवा ज़ोन | उत्तर प्रदेश | 22 Oct 2022
चर्चा में क्यों?
हाल ही में उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) शत-प्रतिशत विद्युतीकरण वाला देश का पाँचवा ज़ोन बन गया है। यहाँ के सभी ब्रॉड गेज रेलमार्ग का अब पूर्णरूप से विद्युतीकरण हो गया है।
प्रमुख बिंदु
- वर्तमान में देश के 18 ज़ोनल रेलवे में अभी चार ज़ोन पूर्व तटीय रेलवे भुवनेश्वर, पूर्व रेलवे, पश्चिम मध्य रेलवे तथा दक्षिण-पूर्व रेलवे ही ऐसे ज़ोन थे, जो पूर्णरूप से विद्युतीकृत थे। अब इसमें उत्तर मध्य रेलवे भी शामिल हो गया है।
- इस रेलखंड में खजुराहो से ललितपुर के बीच ईशानगर-उदयपुर के बीच 76 किमी. विद्युतीकरण का कार्य बीते वित्तीय वर्ष में रह गया था, जिसे केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन (कोर) द्वारा 20 अक्टूबर को पूरा कर लिया गया है। अब यह रूट इलेक्ट्रिक इंजन लगी ट्रेनों के संचालन के लिये तैयार हो गया है।
- अब इस रेलखंड का विद्युतीकरण होने के साथ ही एनसीआर के ब्रॉड गेज वाले सभी रेलमार्ग का विद्युतीकरण हो गया है। इसका लाभ यह होगा कि अब महोबा-खजुराहो-उदयपुरा होते हुए ललितपुर तक इलेक्ट्रिक इंजन लगी ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा। साथ ही, महोबा से छतरपुर होते हुए ललितपुर तक मेमू ट्रेनें चल सकेंगी।
- ईशानगर-उदयपुरा रेलखंड के विद्युतीकरण के साथ ही उत्तर मध्य रेलवे ज़ोन में 3222 रूट किमी. ब्रॉड गेज का विद्युतीकरण हो गया है। इस नए रूट पर 110 किमी. प्रतिघंटे की रफ्तार से ट्रेनें चल सकेंगी, यानी प्रयागराज से महोबा होते हुए ललितपुर तक 110 किमी/घंटा की रफ्तार से ट्रेन चल सकेगी। इससे यात्रियों के समय की भी बचत होगी।
- गौरतलब है कि उत्तर मध्य रेलवे अपने वर्तमान स्वरूप में 1 अप्रैल, 2003 को अस्तित्व में आया था। उत्तर मध्य रेलवे भारत के विस्तृत क्षेत्रों उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान व हरियाणा में फैला हुआ है। इसका मुख्यालय प्रयागराज (इलाहाबाद) में है और इसमें तीन मंडल- प्रयागराज, झाँसी एवं आगरा शामिल हैं।