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‘स्वदेश दर्शन योजना 2.0’ में चंपावत और पिथौरागढ़ ज़िलों को किया गया शामिल
चर्चा में क्यों?
- 19 सितंबर, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड के सीमावर्ती दो जनपदों-चंपावत और पिथौरागढ़ ज़िलों को ‘स्वदेश दर्शन योजना 2.0’ में शामिल किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- विदित है कि केंद्र सरकार की इस योजना का उद्देश्य पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देना और मूलभूत सुविधाओं के साथ ही इन क्षेत्रों का विकास करना है।
- योजना के तहत पहले चरण में राज्य के चंपावत के ऐबटमाउंट, कोलिढेक झील, चाय बागान, चूका और ज़िला मुख्यालय स्थित राजबुंगा किले को शामिल किया जाएगा।
- भारत सरकार की अधिकृत डिलायट कंपनी से आए प्रतिनिधियों को पाँचों पर्यटन स्थलों में आवश्यक सुविधाएँ, जैसे- पाथवे, कैफे निर्माण, पुस्तकालय, पार्किंग, म्यूजियम, स्थानीय शैली में निर्मित भवनों, स्थानीय उत्पादों की बिक्री हेतु आउटलेट्स, योग एवं ध्यान केंद्र, छोटा जिम, बच्चों के मनोरंजन के संसाधन, शौचालय का निर्माण, लाइट एंड साउंड सिस्टम, बेंचेज निर्माण, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की व्यवस्था, एडवेंचर पार्क का निर्माण जैसे आवश्यक कार्यों को डीपीआर में शामिल करने के निर्देश दिये गए हैं।
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