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राजस्थान स्टेट पी.सी.एस.

  • 22 Aug 2022
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प्रदेश की पहली मोटर मार्केट का लोकार्पण

चर्चा में क्यों?

21 अगस्त, 2022 को राजस्थान के स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने प्रदेश की पहली सुव्यवस्थित मोटर मार्केट का कोटा में लोकार्पण कर मोटर व्यवसायियों को बड़ी सौगात प्रदान की।

प्रमुख बिंदु 

  • इस मोटर मार्केट से शहर में विभिन्न स्थानों में मोटर व्यवसाय करने वाले नागरिकों को सुविधाएँ मिलने के साथ शहर में जाम की समस्या से भी निजात मिलेगी।
  • स्वायत्त शासन मंत्री ने कहा कि यह प्रदेश की पहली सुव्यवस्थित मोटर मार्केट है, जिसमें मोटर व्यवसाय करने वाले नागरिकों को एक ही स्थान पर सभी सुविधाएँ मिलेंगी। यहाँ एक ही स्थान पर पुराने वाहन खरीदने वालों को भी अनेक विकल्प मिलेंगे।
  • उन्होंने कहा कि नगर विकास द्वारा यहाँ सभी सुविधाओं का निर्माण कराया गया है, मोटर व्यवसाय करने वाले व्यवसायियों से केवल दुकान निर्माण की लागत लेकर दुकान का मालिकाना हक प्रदान किया गया है।
  • स्वायत्त शासन मंत्री ने कहा कि शहर में पशुपालकों की सुविधा के लिये देवनारायण एकीकृत आवासीय योजना बनाई गई है, जिसमें पशुपालकों के लिये सभी सुविधाओं का समावेश किया गया है। इससे पशुपालकों को दैनिक जीवन में आने वाली परेशानियों से निजात मिली है, वहीं शहर में जगह-जगह अनाधिकृत पशुबाड़ों से भी निजात मिली है।
  • नगर विकास न्यास द्वारा तैयार की गई प्रदेश की पहली मोटर मार्केट को डीसीएम रोड पर शिवाजी पार्क के पास विकसित किया गया है। इसमें वर्तमान में 247 दुकान निर्मित हैं तथा 9 दुकानों का निर्माण और कराया जाएगा। इसमें व्यवसायियों के लिये चारों ओर सीसी रोड का निर्माण, आधुनिक शौचालय, रोड लाईट, सभी दुकानों का विद्युतीकरण कराया गया है। लगभग 15 बीघा क्षेत्र इसके लिये आरक्षित है।

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मुख्यमंत्री ने राजीव गांधी युवा मित्र संवाद एप तथा कोटा, बीकानेर एवं चूरू में इंक्यूबेशन सेंटर का लोकार्पण किया

चर्चा में क्यों?

20 अगस्त, 2022 को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बिड़ला सभागार में आयोजित राजस्थान डिजिफेस्ट के समापन समारोह में कोटा, बीकानेर और चुरू में वर्ल्ड क्लास इंक्यूबेशन सेंटर का लोकार्पण किया।

प्रमुख बिंदु 

  • स्टार्टअप्स को बेहतर सुविधाएँ प्रदान करने के लिये जयपुर, उदयपुर और जोधपुर के बाद इन तीन ज़िलों में सेंटर स्थापित किये गए हैं। इन सेंटर में आईटी क्षेत्र के विशेषज्ञों का मार्गदर्शन भी मिलेगा।
  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले तीन सालों के ई-गवर्नेंस पुरस्कार विजेताओं को पुरस्कृत भी किया। साथ ही स्कूल स्टार्टअप प्रोग्राम व रूरल आईस्टार्ट प्रोग्राम के अंतर्गत 74 विद्यार्थियों को 15 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि भी वितरित की।
  • उन्होंने आमजन के लिये उपयोगी साबित होने वाली तीन वेबसाइट्स ‘वेबमायवे’, ‘सोट्टो’ एवं ‘राजसंबल’और राजीव गांधी युवा मित्र संवाद एप का भी लोकार्पण किया।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल के दौरान सूचना प्रौद्योगिकी के प्रयोग से ही राजस्थान पूरे देश में कोरोना प्रबंधन में अग्रणी रहा। इस दौरान लगभग 500 से अधिक वीडियो कॉन्फ्रेंस की गई, जिनमें ग्राम पंचायत स्तर तक के सदस्य जुड़े।
  • दवाइयाँ एवं चिकित्सा उपकरणों के प्रबंधन, लॉकडाउन के दौरान रोज़गार खोने वाले मज़दूर वर्ग, ठेले-रेहडी वालों के सर्वे में भी आईटी की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही। इस दौरान लगभग 35 लाख लोगों के खातों में आर्थिक सहयोग राशि डीबीटी के माध्यम से भेजी गई।
  • मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस के अंतर्गत 200 प्रतिभावान विद्यार्थियों को सरकारी खर्चे पर देश-विदेश के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में उच्च शिक्षा के लिये भेजा जा रहा है।

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मुख्यमंत्री ने किया ‘राजीव गांधी सेंटर ऑफ एडवांस टेक्नोलॉजी’ का उद्घाटन

चर्चा में क्यों?

20 अगस्त, 2022 को पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के जन्मदिवस के अवसर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में ‘राजीव गांधी सेंटर ऑफ एडवांस टेक्नोलॉजी’(आर-कैट) का उद्घाटन किया।

प्रमुख बिंदु 

  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि इससे प्रदेश के युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाउड कंप्यूटिंग, साइबर सिक्योरिटी, रोबोटिक्स, मशीन लर्निंग, डाटा एनालिटिक्स जैसे क्षेत्रों में उन्नत व उभरती प्रौद्योगिकी सीखने का अवसर मिलेगा।
  • इन क्षेत्रों की बड़ी कंपनियों के विशेषज्ञों द्वारा युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। विश्वस्तरीय आई.टी. फिनिशिंग स्कूल में युवाओं को एडवांस टेक्नोलॉजी की ट्रेनिंग मिलेगी। तकनीक स्नातकों को आईटी प्रौद्योगिकी में 6 महीने तक का प्रशिक्षण मिलेगा। इससे युवाओं को रोज़गार के उत्कृष्ट अवसर मिलेंगे और वे राज्य के विकास में अहम भूमिका निभा सकेंगे।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में आईटी सेक्टर को मज़बूत करने के लिये जोधपुर में 650 करोड़ रुपए की लागत से फिनटेक यूनिवर्सिटी का निर्माण शुरू होने जा रहा है। इसके अलावा संभागीय मुख्यालयों पर भी जल्द ही राजीव गांधी के नाम से आईटी शिक्षा के संस्थान स्थापित किये जाएंगे।
  • राज्य में सरकार एवं उद्योग जगत् की मांग के अनुसार गुणवत्तापूर्ण तकनीकी जनशक्ति उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये विश्वस्तरीय सर्टिफिकेशन प्रोग्राम को अपनाते हुए आईटी क्षेत्र की अग्रणी संस्थाओं के साथ सहभागिता के आधार पर प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम संचालित करने के लिये आर-कैट को 2022 में राजस्थान सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, 1958 के अंतर्गत सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग, राजस्थान सरकार के संरक्षण में स्थापित किया गया है।
  • अब इस संस्थान में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग (एआई-एमएल) ब्लॉकचेन, ऑगमेंटेड रियलिटी/वर्चुअल रियलिटी (एआर/पीआर) बिग डाटा एनालिटिक्स, रोबोटिक्स और टम कंप्यूटिंग आदि पर भागीदार संस्थानों द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा और सफल अभ्यर्थियों को विश्वस्तरीय सर्टिफिकेट भी दिये जाएंगे।
  • आर-कैट युवाओं और कामकाजी पेशेवरों के विकास, तकनीकी और सॉफ्ट स्किल्स के लिये फिनिशिंग स्कूल के रूप में कार्य करेगा, ताकि उन्हें उद्योग आधारित मांग के अनुरूप तैयार किया जा सके एवं उद्योग अपडेट सहकार्य पहले से स्थापित प्रयोगशालाओं के उपयोग आदि के लिये स्टार्ट-अप का समर्थन किया जा सके।
  • यहाँ ओरेकल वीएमवेयर एसएएस रेडहैट सिस्कों एवं कैडओटाफिना  जैसे वैश्विक तकनीकी दिग्गजों के सहयोग से बीई, बीटेक, बीसीए, एमसीए एमबीए और एमएससी (आईटी) जैसे पेशेवर स्नातकों के लिये एक सप्ताह से छह महीने तक की अवधि के उन्नत और उभरती आईटी आधारित प्रमुख तकनीकी, जैसे- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग (एआई-एमएल) ब्लॉकचेन, ऑगमेंटेड रियलिटी और वर्चुअल रियलिटी (एजार / वीआर), बिग डाटा एनालिटिक्स रोबोटिक्स और क्वांटम कंप्यूटिंग आदि पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगें।

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राजस्थान डिजिफेस्ट-2022

चर्चा में क्यों?

19-20 अगस्त, 2022 को तकनीक एवं उद्यमिता के क्षेत्र में युवाओं को बढ़ावा देने के लिये राज्य सरकार द्वारा राजस्थान डिजिफेस्ट-2022 का आयोजन किया गया। इस दोदिवसीय डिजिफेस्ट-2022 में युवाओं ने अपने स्टार्टअप के साथ बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

प्रमुख बिंदु 

  • इस बहुआयामी आयोजन में युवा स्टार्टअप्स, निवेशक, कॉरपोरेट्स, और शिक्षाविद् एक मंच पर आए।
  • दोदिवसीय डिजिफेस्ट में राज्य भर से विभिन्न विश्वविद्यालयों और एटीएल का प्रतिनिधित्व करने वाले मान्यताप्राप्त 45 आईस्टार्ट स्टार्टअप ने अपने स्टार्टअप उत्पादों एवं सेवाओं का प्रदर्शन किया। इस सभी स्टार्टअप को उत्पादों एवं सेवाओं की सीधी खरीद के लिये सरकारी अधिकारियों के सामने उनकी बातचीत की सुविधा मिली।
  • स्टार्टअप बाज़ार में उत्पाद आधारित शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के 30 स्टार्टअप को अपने उत्पादों के प्रदर्शन एवं बिक्री का अवसर दिया जा रहा है।
  • डिजिफेस्ट में विभिन्न उद्योग, निकायों और स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र के समर्थकों को चर्चा आयोजित कर भाग लेने के लिये आमंत्रित किया गया, जिसमें स्टार्टअप और युवा पारिस्थितिकी तंत्र के विभिन्न हितधारक शामिल हुए।
  • इन सम्मेलनों में देश भर से आमंत्रित वक्ताओं ने न केवल सरकार को प्रत्यक्ष प्रतिक्रिया दी, बल्कि स्टार्टअप्स और पारिस्थितिकी तंत्र के अन्य प्रमुख हितधारकों के लिये संबंध भी बनाए।
  • डिजिफेस्ट में राजस्थान के 50 से अधिक विद्यालयों के 3000 से अधिक छात्र-छात्राओं ने बी-क्विज, एड-एमएडी प्रतियोगिता में भाग लिया। इस आयोजन का उद्देश्य राजस्थान के युवा छात्र-छात्राओं को पारिस्थितिकी तंत्र से अवगत कराना था।
  • इस अवसर पर संभाग एवं ज़िलास्तरीय 51 छात्र-छात्राओं को स्कूल स्टार्टअप प्रोग्राम के अंतर्गत स्कूल इनोवेशन चैलेंज और 23 विद्यार्थियों को रूरल आईस्टार्ट प्रोग्राम के अंतर्गत पुरस्कृत किया गया।
  • गौरतलब है कि राजस्थान स्टार्टअप पॉलिसी, 2015 के तहत मूल्यांकन समिति और राज्यस्तरीय कार्यान्वयन समिति द्वारा 67 स्टार्टअप्स को लगभग 441 करोड़ रुपए के फंडिंग मूल्य के साथ फंडिंग का मूल्यांकन और अनुमोदन किया जा चुका है। 

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