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छत्तीसगढ़ को मिला अपना पहला स्किन बैंक
चर्चा में क्यों?
20 अगस्त, 2022 को भिलाई स्टील प्लांट (बीएसपी) के प्रभारी निदेशक अनिर्बान दासगुप्ता ने छत्तीसगढ़ के पहले ‘स्किन बैंक’का दुर्ग ज़िले के भिलाई में स्थित भिलाई स्टील प्लांट (बीएसपी) के मुख्य अस्पताल जवाहरलाल नेहरू अस्पताल और अनुसंधान केंद्र में उद्घाटन किया।
प्रमुख बिंदु
- इसके साथ ही जवाहरलाल नेहरू अस्पताल और अनुसंधान केंद्र राज्य में शव ऊतक प्रत्यारोपण के लिये पहला संस्थान होगा।
- उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी और स्किन बैंक के चिकित्सा प्रमुख डॉ. अनिरुद्ध मेने ने बताया कि यह स्किन बैंक छत्तीसगढ़ में अपनी तरह का पहला है। यह मुंबई, दिल्ली, बेगलूरू और कोच्चि के बाद देश में पाँचवा स्किन बैंक है।
- उन्होंने कहा कि केंद्र के पास सभी आवश्यक उपकरण हैं। भिलाई स्टील प्लांट (बीएसपी) के बर्न विभाग के छह कर्मचारियों को नेशनल बर्न सेंटर, मुंबई के स्किन बैंक में प्रशिक्षित किया गया था।
- राज्य अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (SOTTO), छत्तीसगढ़ के चारसदस्यीय निरीक्षण दल की स्वीकृति के बाद इस केंद्र की शुरुआत की गई है। जारी किया गया पंजीकरण नंबर पाँच साल के लिये वैध होगा।
- बर्न यूनिट के अतिरिक्त सीएमओ डॉ. उदय कुमार ने कहा कि स्किन ट्रांसप्लांट और प्लास्टिक सर्जरी के ज़रिये गंभीर रूप से झुलसे मरीज़ों के लिये स्किन बैंक वरदान साबित होगा।
- डॉ. उदय कुमार ने बताया कि आमतौर पर रोगी के पैर या पीठ की त्वचा की ऊपरी परत को हटा दिया जाता है और फिर स्किन बैंक में 50 प्रतिशत ग्लिसरॉल एवं इनक्यूबेटर में संगृहीत किया जाता है। इस त्वचा को 4 डिग्री सेंटीग्रेड पर लगभग 5 साल तक स्टोर किया जा सकता है। साथ ही, दाता की मृत्यु के बाद भी सीमित समय के भीतर उसके शरीर से त्वचा काटी जा सकती है।
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