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उत्तराखंड स्टेट पी.सी.एस.

  • 22 Jun 2023
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प्रदेश के लिये ओडिशा में लगेगा कोयले से बिजली का प्लांट

चर्चा में क्यों?

21 जून, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड में बिजली की मांग के सापेक्ष उत्पादन काफी कम होने के चलते अब ओडिशा में कोयले से बिजली पैदा की जाएगी। इसके लिये प्रदेश में जल्द ही टीएचडीसी-यूजेवीएनएल का संयुक्त उपक्रम बनने जा रहा है। 

प्रमुख बिंदु  

  • इस प्रोजेक्ट के बनने से अगले चार से पाँच साल में प्रदेश में बिजली किल्लत पर काबू पाया जा सकेगा। 
  • ऊर्जा सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम ने बताया कि जल विद्युत परियोजनाओं से होने वाला बिजली उत्पादन सीजन के हिसाब से प्रभावित होता है। मानसून आता है तो उत्पादन बढ़ता है, लेकिन नदियों में गाद आने पर कम होता है। सर्दियों और इसके बाद गर्मियों में नदियों का जल स्तर गिरने से उत्पादन कम हो जाता है।  
  • दूसरी ओर सौर ऊर्जा परियोजनाओं से होने वाला उत्पादन भी केवल दिनभर का होता है। रात को इसका इस्तेमाल नहीं होता, क्योंकि अभी ऐसी बैटरी नहीं है, जो कि इस बिजली को स्टोर कर सके।  
  • प्रदेश में बिजली की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। जिसको ध्यान में रखते हुए थर्मल पावर प्लांट के बारे में सोचा जा रहा है। पूर्व में सरकार तय कर चुकी है कि कोयल से बिजली बनाने की दिशा में आगे बढ़ेंगे। इसके लिये जल्द ही टीएचडीसी-यूजेवीएनएल का संयुक्त उपक्रम बनाया जाएगा। 
  • ओडिशा में टीएचडीसी के पास पहले से ही कोयले की खदान है। इसके पास ही संयंत्र स्थापित किया जाएगा, क्योंकि वहाँ से उत्तराखंड तक कोयला पहुँचाने का खर्च काफी अधिक होगा।  
  • ऊर्जा सचिव ने बताया कि टीएचडीसी पहले से ही अपना संयंत्र बनाने की तैयारी में था, जो कि अब उत्तराखंड के साथ संयुक्त तौर पर बनेगा। अगले चार से पाँच साल में ये बन जाएगा तो राज्य में बिजली किल्लत काबू में आ जाएगी। 
  • प्रदेश में तीन गैस आधारित पावर प्लांट हैं। इनमें से दो चल रहे हैं, जबकि तीसरे में कुछ निर्णय होने हैं। तीसरे प्लांट पर भी जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। इसके बाद गैस ऊर्जा संयंत्र से बिजली उत्पादन बढ़ जाएगा।


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