चंबल कटहल महोत्सव | उत्तर प्रदेश | 21 Jun 2022
चर्चा में क्यों?
20 जून, 2022 को डाकुओं के आतंक के लिये बदनाम रहे चंबल सहित पाँच नदियों के संगम ‘पंचनद’ पर ‘चंबल कटहल महोत्सव’ का आयोजन किया गया।
प्रमुख बिंदु
- यह पहला मौका था, जब नदियों के इस संगम के किनारे कटहल फेस्टिवल का आयोजन हुआ। यहाँ न सिर्फ कटहल के बारे में, बल्कि कटहल के उत्पादन के संबंध में भी लोगों ने जानकारी हासिल की।
- चंबल फाउंडेशन चंबल घाटी की सकारात्मक पहचान विश्व के सामने लाने के लिये लगातार कई वर्षों से प्रयास कर रहा है।
- चंबल कटहल फेस्टिवल में कई प्रदेशों से लाए गए कटहलों की प्रदर्शनी लगाई गई। चंबल के बीहड़ में पैदा हुआ, सबसे बड़े आकार के कटहल के साथ ही थाईलैंड के रंगीन कटहल ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया।
- गौरतलब है कि ब्रिटिश काल में चंबल क्षेत्र में बड़े पैमाने पर कटहल की खेती होती थी। हत्या जैसे संगीन जुर्म में कटहल के पाँच पेड़ों पर जमानत मिल जाती थी। चंबल घाटी में पका कटहल नहीं खाया जाता है, जबकि केला और अनानास के स्वाद जैसा पका कटहल खाने का देश में खूब चलन है।