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उत्तर प्रदेश स्टेट पी.सी.एस.

  • 21 Apr 2025
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15वीं हॉकी सीनियर पुरुष राष्ट्रीय चैंपियनशिप 2025

चर्चा में क्यों?

पंजाब ने मध्य प्रदेश को हराकर 15वीं हॉकी इंडिया सीनियर पुरुष राष्ट्रीय चैंपियनशिप, 2025 जीत ली है। वहीं उत्तर प्रदेश ने मणिपुर को हराकर तीसरा स्थान हासिल किया।

मुख्य बिंदु:

  • चैंपियनशिप के बारे में: 
    • इस चैंपियनशिप का आयोजन 4 से 15 अप्रैल तक उत्तर प्रदेश के झाँसी स्थित मेजर ध्यानचंद हॉकी स्टेडियम में किया गया।
    • हॉकी इंडिया के अनुसार, टूर्नामेंट में वही डिवीज़न-आधारित प्रारूप अपनाया गया, जो सीनियर महिला राष्ट्रीय चैंपियनशिप में लागू किया गया था।
  • इस प्रतियोगिता में कुल 30 टीमों ने भाग लिया और इन्हें तीन डिवीज़नों — डिवीज़न A, डिवीज़न B और डिवीज़न C  में विभाजित किया गया था।

मेजर ध्यानचंद

  • मेजर ध्यानचंद एक फील्ड हॉकी खिलाड़ी थे जिन्होंने वर्ष 1926 से 1949 तक अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खेली।
    • वह तीन बार के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता थे, जिन्होंने वर्ष 1928, 1932 और 1936 के ओलंपिक संस्करणों में स्वर्ण पदक हासिल किया था।
  • खेल में उनके असाधारण कौशल के चलते उन्हें 'हॉकी के जादूगर' की उपाधि दी गई।
    • ध्यानचंद ने अपने भाई रूप सिंह के साथ मिलकर भारत के 35 गोलों की संख्या में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया, जिसके चलते उन्हें 'हॉकी ट्विन्स' के नाम से भी जाना गया।
    • वर्ष 1934 में ध्यानचंद को भारतीय टीम की कप्तानी से सम्मानित किया गया।
  • मेजर ध्यानचंद वर्ष 1956 में सेना में मेजर पद से सेवानिवृत्त हुए और उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।
  • हर साल 29 अगस्त को मेजर ध्यानचंद की जयंती पर उनके योगदान को सम्मान देने और खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के लिये राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है।


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लड़ाकू विमान राफेल और मिराज

चर्चा में क्यों 

फ्राँस की विमान निर्माता कंपनी डसॉल्ट एविएशन नोएडा एयरपोर्ट परिसर में भारतीय वायुसेना के राफेल और मिराज-2000 लड़ाकू विमानों की मरम्मत और रखरखाव और ओवरहाल (MRO) का कार्य करेगी। कंपनी इसके लिये एक उत्कृष्टता केंद्र (Centre of Excellence) और एक विश्वविद्यालय की स्थापना भी करेगी।

मुख्य बिंदु

  • मुद्दे के बारे में:
    • MRO सुविधा के लिये 1365 हेक्टेयर भूमि अधिगृहीत की गई है, जो नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास स्थित है।
    • डसॉल्ट द्वारा स्थापित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में हाईस्कूल, पॉलिटेक्निक और ग्रेजुएशन स्तर के एयरोनॉटिकल और एवियोनिक्स पाठ्यक्रम शुरू किये जाएँगे।
    • इसका उद्देश्य भारत में MRO क्षमता को बढ़ाकर विदेशी निर्भरता को कम करना, डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना और FDI (Foreign Direct Investment) को आकर्षित करके राज्य में निवेश और रोज़गार के अवसरों को बढ़ाना है।
    • कंपनी को FDI नीति के तहत ₹12 करोड़ की सब्सिडी भी मिलेगी।
    • भारत में MRO उद्योग 2021 में 1.7 बिलियन डॉलर का था, जो 2030 तक 7 बिलियन डॉलर तक पहुँचने का अनुमान है।
    • भारत में 713 एयरक्राफ्ट हैं, जो 2031 तक 1522 तक बढ़ सकते हैं। भारतीय वायुसेना के पास 36 राफेल और 50 मिराज-2000 विमान हैं।
    • भारत अब राफेल और मिराज जैसे अत्याधुनिक विमानों की मेंटेनेंस के लिये अमेरिका, चीन और सिंगापुर जैसे देशों पर निर्भर नहीं रहेगा।
  • महत्त्व:  
    • भारतीय वायुसेना की रखरखाव लागत और समय में कमी आएगी।
    • भारत की रणनीतिक स्वायत्तता और रक्षा तैयारियाँ मज़बूत होंगी।
    • स्थानीय रोज़गार, तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
    • भारत का MRO उद्योग वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्द्धी बन सकता है।
    • उत्तर प्रदेश को विमानन क्षेत्र में एक नई पहचान मिलेगी।

राफेल के बारे में:

  • राफेल (Rafale) फ्रांँस का डबल इंजन वाला और मल्टीरोल लड़ाकू विमान है, जिसे फ्रांँस की डसॉल्ट एविएशन कंपनी द्वारा डिज़ाइन किया गया है।
  • इस लड़ाकू विमान में अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग किया गया है और यह एक 4.5 जेनरेशन (4.5 Generation) वाला लड़ाकू विमान है।
  • राफेल लड़ाकू विमान में मौजूद मीटीओर मिसाइल (Meteor Missile), SCALP क्रूज मिसाइल (Scalp Cruise Missile) और MICA मिसाइल प्रणाली (MICA Missile System) इसे सुरक्षा की दृष्टि से काफी महत्त्वपूर्ण बनाती हैं।
  • राफेल 2,222.6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार और 50,000 फीट की ऊँचाई तक उड़ सकता है।
  • यह लड़ाकू विमान लगभग 15.27 मीटर लंबा है और यह अपने साथ एक बार में 9,500 किलोग्राम बम और गोला-बारूद ले जा सकता है।

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