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उत्तराखंड फूड लैब को मिला नया हॉलमार्क
चर्चा में क्यों?
20 अप्रैल, 2023 को राज्य खाद्य एवं औषधि विश्लेषणशाला आयुक्त आरएस कठायत ने बताया कि भारत सरकार ने रुद्रपुर स्थित खाद्य एवं औषधि विश्लेषणशाला को दुग्ध पदार्थों के बाद अब तेल, वसा, मसाले और दालों के लिये भी एनएबीएल (नेशनल एक्रीडिटेशन फॉर बोर्ड फॉर टेस्टिंग एंड कैलिब्रेशन लैबोरेट्रीज) सर्टिफिकेट दिया है।
प्रमुख बिंदु
- अब रुद्रपुर स्थित राज्य खाद्य एवं औषधि विश्लेषणशाला से इन खाद्य पदार्थों की जाँच रिपोर्ट अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मान्य होगी। मिलावटखोर भी फूड लैब की रिपोर्ट को न्यायालय में चुनौती नहीं दे पाएंगे।
- रुद्रपुर में वर्ष 2010 में स्थापित राज्य खाद्य एवं औषधि विश्लेषणशाला को वर्ष 2018 में सिर्फ दुग्ध पदार्थों की जाँच रिपोर्ट के लिये एनएबीएल सर्टिफिकेट मिला था। इस कारण दूसरे खाद्य पदार्थों में मिलावटखोरी थम नहीं रही थी। प्रदेश में तेल, मसालों, वसा और दालों में मिलावटखोरी की समस्या अधिक है।
- राज्य खाद्य एवं औषधि विश्लेषणशाला के प्रभारी निशांत त्यागी ने बताया कि फूड लैब को दुग्ध पदार्थों की जाँच रिपोर्ट में एनएबीएल प्रमाणीकरण के लिये हॉलमार्क मिला था। अब भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ने तेल, वसा, मसालों और दालों के लिये भी एनएबीएल सर्टिफिकेट दे दिया है।
- उन्होंने बताया कि खाद्य नमूने फेल होने पर अब तक मिलावटखोर एनएबीएल सर्टिफिकेट न होने का लाभ उठाकर केस दर्ज के बावजूद बच निकलते थे, लेकिन अब मिलावटखोर न्यायालय में फूड लैब की रिपोर्ट को चुनौती नहीं दे पाएंगे।
- विदित है कि रुद्रपुर स्थित फूड लैब में राज्य के सभी 13 ज़िलों के खाद्य पदार्थों के नमूनों की जाँच होती है। इस लैब की वर्तमान में एक साल में 3000 खाद्य पदार्थों की जाँच की क्षमता है।
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