गोरखपुर में बनेगा प्रदेश का पहला महिला विश्वविद्यालय | उत्तर प्रदेश | 21 Apr 2023
चर्चा में क्यों?
20 अप्रैल, 2023 को मंडलायुक्त गोरखपुर रवि कुमार एनजी ने बताया कि सीएसआर के तहत गोरखपुर में प्रदेश का पहला महिला विश्वविद्यालय बनेगा। यहाँ अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सारी सुविधाएँ उपलब्ध होगी।
प्रमुख बिंदु
- सीएसआर के तहत करीब 700 करोड़ रुपए की लागत से गोरखपुर ज़िले में प्रस्तावित महिला विश्वविद्यालय का निर्माण किया जाएगा।
- इस विश्वविद्यालय में प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक की व्यवस्था होगी। बालिकाओं के उत्थान के लिये जरूरी सुविधाओं के आकलन हेतु कंसल्टेंसी फर्म को जिम्मेदारी दी गई है।
- गोरखपुर में प्रदेश का पहला महिला विश्वविद्यालय की स्थापना का निर्णय रियल एस्टेट कंपनी शोभा डेवलपर की ओर से लिया गया है, जिसको लेकर कंपनी के अधिकारियों ने गोरखपुर का दौरा भी किया था।
- इस महिला विश्वविद्यालय के लिये ज़िला प्रशासन द्वारा 100 एकड़ ज़मीन उपलब्ध कराई जाएगी और इसका संचालन भी कंपनी की ओर से किया जाएगा।
- विदित है कि गोरखपुर में पहले से चार विश्वविद्यालय संचालित हैं, जिसमें दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, आयुष विश्वविद्यालय और महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय शामिल हैं। महिला विश्वविद्यालय बन जाने से गोरखपुर में पाँच विश्वविद्यालय हो जाएंगे।
- गोरखपुर में महिला विश्वविद्यालय स्थापित करने का उद्देश्य कंपनी का फोकस महिलाओं के उत्थान पर है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिये सुविधाओं की काफी ज़रूरत है। पूर्वांचल के पिछड़ेपन को दूर करने में यह विश्वविद्यालय काफी कारगर साबित होगा।