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मध्य प्रदेश स्टेट पी.सी.एस.

  • 21 Apr 2023
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छात्रों में उद्यमी विश्वास और कौशल विकसित करने के लिये प्रारंभ होगा तेजस्वी कार्यक्रम

चर्चा में क्यों?

20 अप्रैल, 2023 को मंत्रालय में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा छात्रों में उद्यमी विश्वास एवं कौशल विकसित करने के उददेश्य से तैयार किये गए तेजस्वी कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिये बहुपक्षीय एमओयू हस्ताक्षरित किया गया।

प्रमुख बिंदु 

  • सह समझौता पत्र (MOU) आयुक्त लोक शिक्षण, राज्य ओपन स्कूल एवं सहयोगी संस्था उदृयम लर्निंग फाउंडेशन और द एजुकेशन एलायंस के बीच हस्ताक्षरित किया गया।
  • उल्लेखनीय है कि तेजस्वी कार्यक्रम के तहत छात्रों को विद्यालयीन समय से ही नवीन उद्योगों और स्व व्यवसाय की जानकारी प्रदान की जाएगी। इसके लिये पृथक पाठ्यक्रम भी विकसित किया गया है।
  • विद्यालयों में इस पाठ्यक्रम के आधार पर सप्ताह में तीन दिन 40-40 मिनट की विशेष कक्षाएँ संचालित की जाएंगी।
  • इसके साथ ही विभिन्न नवाचारी व्यवसायों पर आधारित अनुभव आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम और प्रोजेक्ट कार्य भी संचालित होंगे। इसके लिये आवश्यक लागत राशि भी कार्यक्रम अंतर्गत शासन द्वारा उपलब्ध कराई जायेगी, जिससे शालेय विद्यार्थी स्व-रोज़गार और नये उद्यमों की स्थापना हेतु प्रेरित हो सकेंगे।
  • इस अवसर पर प्रमुख सचिव, स्कूल शिक्षा रश्मि अरुण शमी ने कहा कि शाला स्तर से ही विद्यार्थियों में चुनौतियों का सामना करने की योग्यताएँ एवं व्यवसायिक दृष्टिकोण विकसित करने के लिये तेजस्वी कार्यक्रम प्रारंभ किया जा रहा है।
  • उन्होंने कहा कि प्रायोगिक तौर पर यह कार्यक्रम अभी प्रदेश के दो महानगरों भोपाल और इंदौर के शासकीय विद्यालयों की कक्षा नवमीं और ग्यारहवीं के विद्यार्थियों के लिये प्रारंभ किया जा रहा है जिसे भविष्य में कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों के मध्य संपूर्ण प्रदेश में संचालित किया जा सकेगा।
  • आयुक्त लोक शिक्षण अनुभा श्रीवास्तव ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों में उद्यमी विश्वास और 21वीं सदी के कौशल विकसित करना है ताकि वे जीवन की चुनौतियों के लिये बेहतर रूप से तैयार हो सकें।
  • उन्होंने बतायया कि ‘तेजस्वी एमपी कार्यक्रम’पाठ्यक्रम के अंतर्गत भोपाल और इंदौर के 301 शासकीय विद्यालयों में कक्षा 9वीं के लगभग 44,780 विद्यार्थी तथा ‘तेजस्वी एमपी सामाजिक और व्यवसायिक नवाचार चौलेंज कार्यक्रम’में इन्हीं दोनों नगरों के 176 विद्यालयों के 11वीं कक्षा के 22,738 विद्यार्थी लाभान्वित होंगे।

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प्रदेश में ट्रांसजेंडर समुदाय पिछड़ा वर्ग में शामिल

चर्चा में क्यों?

19 अप्रैल, 2023 को राज्य शासन ने ट्रांसजेंडर समुदाय को मध्य प्रदेश राज्य पिछड़ा वर्ग की सूची में शामिल करने की अधिसूचना जारी कर दी।

प्रमुख बिंदु 

  • ट्रांसजेंडर (किन्नर) समुदाय को मध्य प्रदेश राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग अधिनियम-1995 के तहत जोड़ा गया है।
  • विदित है कि प्रदेश में विकास की मुख्यधारा से अलग चल रहे किन्नर (ट्रांसजेंडर) समुदाय को पिछड़ा वर्ग सूची में शामिल करने के पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के प्रस्ताव को 11 अप्रैल को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता वाली कैबिनेट ने स्वीकृति दी थी।
  • राज्य सरकार द्वारा किन्नरों को ओबीसी वर्ग में शामिल करने का फैसला सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के परिपालन में लिया गया है। सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया था कि शिक्षा, सामाजिक एवं आर्थिक तौर पर इन्हें पिछड़ा माना जाता है।
  • सामाजिक न्याय विभाग के अनुसार प्रदेश में किन्नरों की प्रमाणित संख्या नहीं है। जबकि आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग ने करीब 6 हज़ार किन्नरों की संख्या दर्ज की है, जिसमें कुछ ज़िलों में सुधार भी किया गया है।
  • प्रदेश में चुनाव आयोग के रिकॉर्ड में 1432 किन्नर दर्ज हैं। इसमें सबसे ज्यादा 176 किन्नर भोपाल में हैं, जबकि उज्जैन में 75, इंदौर में 102 दर्ज हैं।
  • उल्लेखनीय है कि 24 फरवरी, 2023 को राज्य सरकार ने मध्य प्रदेश ट्रांसजेंडर (अधिकारों का संरक्षण) नियम-2021 (Transgender Protection of Rights Rules-2021) के तहत आदेश जारी कर नौकरियों में सीधी भर्ती में ट्रांसजेंडर समुदाय के लिये अलग श्रेणी बनाई है। इसके साथ ही अब सरकारी नौकरियों के लिये आवेदन पत्र में पुरुष और महिला के साथ ट्रांसजेंडर का विकल्प भी उपलब्ध हो गया है।

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मध्य प्रदेश पुलिस के दो प्रशिक्षण संस्थानों को मिलेगी यूनियन होम मिनिस्टर ट्रॉफी

चर्चा में क्यों?

19 अप्रैल, 2023 को मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश पुलिस के दो प्रशिक्षण संस्थानों- पुलिस अकादमी भौरी और पुलिस प्रशिक्षण शाला पचमढ़ी को पुलिस के सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण संस्थानों को प्रतिवर्ष दी जाने वाली यूनियन होम मिनिस्टर ट्रॉफी के वर्ष 2021-22 के लिये चुना गया है।

प्रमुख बिंदु 

  • केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा नई दिल्ली में अलंकरण समारोह यूनियन होम मिनिस्टर ट्रॉफी से सम्मानित किये जाने वाले प्रशिक्षण संस्थानों को ट्रॉफी एवं प्रमाण-पत्र के साथ 2 लाख रुपए की नगद राशि भी प्रदान की जाएगी।
  • पुलिस प्रशिक्षण शाला पचमढ़ी की ओर से श्रीमती निमिषा पांडेय एवं मध्य प्रदेश पुलिस अकादमी भौरी भोपाल की ओर से मलय जैन यह सम्मान प्राप्त करेंगे।
  • पश्चिम ज़ोन के लिये आरक्षकों का सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण केंद्र पुलिस प्रशिक्षण शाला पचमढ़ी एवं उप पुलिस अधीक्षकों की सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण अकादमी, मध्य प्रदेश पुलिस अकादमी भौरी को चुना गया है।
  • प्रशिक्षण में नव प्रयोग तथा आधुनिक तकनीक का समावेश कर देश के पुलिस प्रतिभागियों को प्रशिक्षण का लाभ देने में मध्य पुलिस पुलिस अग्रणी रही है। प्रशिक्षण विशेषज्ञों को जोड़ने के लिये देश-विदेश के विश्वविद्यालयों एवं रिसर्च इंस्टीट्यूट के साथ एम.ओ.यू. एवं विशेषज्ञता के आदान-प्रदान से उत्तम कोटि के परिणाम सामने आए।
  • उल्लेखनीय है कि देश के पुलिस प्रशिक्षण संस्थानों में उत्कृष्ट प्रशिक्षण का आकलन ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एवं डेवलपमेंट द्वारा निर्धारित मानकों पर किया जाता है।
  • इसमें आरक्षकों के प्रशिक्षण संस्थान एक कैटेगरी में तथा उप निरीक्षक एवं पुलिस उप-अधीक्षकों के प्रशिक्षण संस्थान अलग-अलग कैटेगरी में रखकर निर्धारित मापदंड पर बेहतर प्रशिक्षण पद्धति, संसाधनों का समुचित रख-रखाव एवं वर्ष भर में उत्कृष्ट प्रशिक्षण क्षमता प्रदर्शित करने वाले प्रशिक्षण संस्थान का चयन राष्ट्रीय स्तर पर गठित कमेटी द्वारा किया जाता है।

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