मध्य प्रदेश Switch to English
एआईएसएचई में 22वें से 17वें स्थान पर पहुँचा मध्य प्रदेश
चर्चा में क्यों?
21 फरवरी, 2022 को एआईएसएचई शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार में उप महानिदेशक आर. राजेश ने उच्च शिक्षा विभाग द्वारा प्रशासन अकादमी में एक दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए कहा कि एआईएसएचई के माध्यम से उच्च शिक्षा संस्थानों के डाटा प्रविष्टि के कार्य में मध्य प्रदेश 22वें स्थान से 17वें स्थान पर आ गया है।
प्रमुख बिंदु
- गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में वर्ष 2020-21 की रिपोर्ट में लगभग साढ़े चार लाख नए विद्यार्थियों का डाटा, पोर्टल में दर्ज हुआ है।
- आर. राजेश ने कहा कि एआईएसएचई द्वारा इस बात पर विशेष ध्यान दिया जाता है कि पोर्टल पर दर्ज किया जाने वाले आँकड़े पूरी तरह सटीक हों, क्योंकि इस डाटा बेस का इस्तेमाल भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों द्वारा नीति निर्माण, बजट आवंटन एवं अनुसंधान में किया जाता है। इस डाटा बेस का इस्तेमाल कई बार यूनेस्को, डब्ल्यूएचओ जैसे विश्वस्तरीय संगठन भी करते हैं।
- निजी विश्वविश्वविद्यालय विनियामक आयोग के अध्यक्ष प्रो. भरत शरण ने कहा कि वर्ष 2020-21 की रिपोर्ट से पता चलता है कि मध्य प्रदेश में अनुसूचित जनजाति वर्ग की छात्राओं के नामांकन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
- उल्लेखनीय है कि एआईएसएचई उच्च शिक्षा के क्षेत्र में देश का सबसे बड़ा सर्वेक्षण संस्थान है, जो वर्ष 2010-11 से प्रारंभ हुआ है। इसके माध्यम से सभी उच्चतर शिक्षा संस्थानों के विद्यार्थी शिक्षक से संबंधित संपूर्ण जानकारी, परीक्षा परिणाम, पाठयक्रम, शिक्षा की गुणवत्ता के लिये संस्थाओं में होने वाले प्रशिक्षण एवं कार्यकम, बुनियादी सुविधाएँ, आर्थिक संसाधन के आँकड़े एक पोर्टल के माध्यम से एकत्रित किये जाते हैं।
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