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उत्तराखंड स्टेट पी.सी.एस.

  • 21 Nov 2022
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सीमांत पर्वतीय जनपद बाल विज्ञान महोत्सव-2022 का शुभारंभ

चर्चा में क्यों?

19 नवंबर, 2022 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के चंपावत के जवाहर नवोदय विद्यालय में उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् (यूकॉस्ट) देहरादून एवं ज़िला प्रशासन चंपावत के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय सीमांत पर्वतीय जनपद बाल विज्ञान महोत्सव-2022 का शुभारंभ किया।

प्रमुख बिंदु

  • इस अवसर पर महोत्सव में विज्ञान के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने हेतु 5 वैज्ञानिकों व व्यत्तियों को मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया गया।
  • मुख्यमंत्री ने बताया कि यह महोत्सव ऐसा पहला विज्ञान आधारित महोत्सव है जो दूरस्थ क्षेत्रों में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं के लिये आयोजित किया जा रहा है। इसमें राज्य के सीमांत 6 जनपदों से आए सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों के अलावा वैज्ञानिक और प्रबुद्ध जन शामिल हुए।
  • उन्होंने बताया कि इस महोत्सव का मुख्य विषय पारंपरिक ज्ञान और आधुनिक विज्ञान है। पारंपरिक ज्ञान और आधुनिक विज्ञान, विकास के दो ऐसे घटक हैं जो विज्ञान आधारित विकास के लिये सुदृढ़ नींव का काम करते हैं। यह प्रथम सीमांत पर्वतीय जनपद बाल विज्ञान महोत्सव राज्य में वैज्ञानिक अवधारणा को पुष्ट करने का कार्य करेगा।
  • मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि इस विज्ञान महोत्सव के आयोजन का उद्देश्य राज्य के प्रत्येक दूरस्थ क्षेत्र तक वैज्ञानिक तकनीक पहुँचाना और जन-जन तक विज्ञान और हर बच्चे में वैज्ञानिक सोच विकसित करना है।
  • महोत्सव में आयोजित होने वाली विभिन्न प्रतियोगिताओं (पोस्टर मेकिंग, ड्रामा, विज्ञान प्रश्नोत्तरी, कविता पाठ आदि) के माध्यम से सभी बच्चे अपनी अभिरुचियों से रूबरू होंगे।
  • उन्होंने बताया कि चंपावत की भौगोलिक परिस्थितियाँ पूरे उत्तराखंड राज्य का प्रतिनिधित्व करती हैं। यहाँ पर मैदानी, उच्च एवं मध्य हिमालयी क्षेत्र हैं, इसीलिये सरकार ने आदर्श उत्तराखंड के लिये सबसे पहले चंपावत जनपद को मॉडल जनपद के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है, जिसके लिये राज्य सरकार के सभी विभाग अपने स्तर पर कार्य कर रहे हैं और यूकॉस्ट इसमें नोडल एजेंसी का कार्य कर रहा है।
  • राज्य में वैज्ञानिक सोच को जागृत करने, विज्ञान शिक्षा के प्रचार-प्रसार हेतु और नवाचार अनुसंधान को प्रोत्साहित करने के लिये साइंस सिटी का निर्माण किया जा रहा है। राज्य के हर क्षेत्र तक अनुसंधान और शोध गतिविधियों को पहुँचाने हेतु लैब्स ऑन व्हील का कांसेप्ट राज्य के हर जनपद के लिये लाया गया है, ताकि राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों तक भी शोध और अनुसंधान गतिविधियाँ पहुँच सकें।
  • अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में जागरूकता हेतु हल्द्वानी में यूकॉस्ट और एरीज साथ मिलकर ‘एस्ट्रो पार्क’का निर्माण कर रहे हैं जो पारंपरिक और आधुनिक ज्ञान एवं विज्ञान का मिश्रण होगा।
  • अल्मोड़ा में एक उप क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र का भी निर्माण किया जा रहा है जहाँ पर विज्ञान आधारित गतिविधियाँ और कार्यक्रम संचालित होंगे तथा चंपावत में विज्ञान केंद्र की स्थापना प्रस्तावित है ताकि क्षेत्र में विज्ञान आधारित शिक्षा और जागरूकता का संचार हो। 

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