उत्तर प्रदेश Switch to English
काशी स्वास्थ्य सेवा के बड़े केंद्र के रूप में उभरेगा
चर्चा में क्यों?
हाल ही में वाराणसी की अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री ने आर.जे. शंकर नेत्र अस्पताल का उद्घाटन किया।
काशी, जिसे पारंपरिक रूप से धर्म और आध्यात्म के केंद्र के रूप में जाना जाता है, अब एक महत्त्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवा केंद्र के रूप में भी उभर रहा है। अस्पताल की स्थापना आधुनिक स्वास्थ्य सेवा एवं आध्यात्मिक विरासत के सम्मिश्रण का प्रतिनिधित्व करती है।
मुख्य बिंदु
- नवनिर्मित अस्पताल में आर्थिक रूप से वंचित पृष्ठभूमि के रोगियों के लिये प्रतिवर्ष 30,000 निःशुल्क नेत्र शल्य चिकित्सा की जाएगी, जिसमें क्रॉस-सब्सिडी मॉडल का पालन किया जाएगा, जिसके तहत 75% शल्य चिकित्सा निःशुल्क होगी तथा भुगतान करने वाले रोगियों से प्राप्त राजस्व से इसका वित्तपोषण किया जाएगा, जो लाभार्थियों का 25% है।
- यह सुविधा बुजुर्गों, बच्चों और पूर्वी उत्तर प्रदेश के 20 ज़िलों के लोगों के साथ-साथ बिहार, मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ जैसे आसपास के राज्यों के निवासियों की नेत्र देखभाल की जरूरतों को पूरा करेगी।
- अन्य शुरू की गई परियोजनाएँ:
- प्रधानमंत्री की वाराणसी यात्रा में विभिन्न हवाईअड्डा परियोजनाओं सहित 6,700 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य की विभिन्न विकास पहलों का शुभारंभ शामिल था।
- लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर, उन्होंने ₹2,870 करोड़ की अनुमानित लागत से रनवे के विस्तार, एक नए टर्मिनल भवन और संबंधित बुनियादी ढाँचे की आधारशिला रखी।
नोट:
काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित सबसे प्रसिद्ध हिंदू मंदिरों में से एक है।
वाराणसी शहर को काशी भी कहा जाता है, और इसलिये मंदिर को काशी विश्वनाथ मंदिर के नाम से जाना जाता है।
यह मंदिर पवित्र गंगा नदी के पश्चिमी तट पर स्थित है और यह बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है, जो सबसे पवित्र शिवमंदिर है।
मुख्य देवता को विश्वनाथ या विश्वेश्वर नाम से जाना जाता है जिसका अर्थ है "ब्रह्मांड का शासक"।
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