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समाजवादी चिंतक और लेखक सच्चिदानंद सिन्हा को मिला ‘सत्राची सम्मान’
चर्चा में क्यों?
- 20 सितंबर, 2023 को मुज़फ्फरपुर में आयोजित एक समारोह में समाजवादी चिंतक और लेखक सच्चिदानंद सिन्हा को सत्राची फाउंडेशन द्वारा वर्ष 2023 का ‘सत्राची सम्मान’प्रदान किया गया।
प्रमुख बिंदु
- प्रसिद्ध लेखक-चिंतक और राजनीतिक बुद्धिजीवी सच्चिदानंद सिन्हा को सम्मान-स्वरूप इक्यावन हज़ार रुपए का चेक, मानपत्र, अंगवस्त्र और स्मृति-चिह्न प्रदान किया गया।
- विदित है कि सत्राची सम्मान 2023 के लिये प्रो. वीर भारत तलवार की अध्यक्षता में चयन समिति गठित की गई थी।
- उल्लेखनीय है कि सत्राची फाउंडेशन, पटना के द्वारा ‘सत्राची सम्मान’की शुरुआत 2021 में की गई थी। ‘सत्राची सम्मान’का उद्देश्य ‘न्यायपूर्ण सामाजिक सरोकारों से जुड़े लेखन को रेखांकित करना’है।
- 2021 में प्रेमकुमार मणि और 2022 में प्रो. चौथीराम यादव इस सम्मान से सम्मानित हो चुके हैं।
- सच्चिदानंद सिन्हा
- सच्चिदानंद का जन्म 1928 में हुआ था।
- सच्चिदानंद सिन्हा जीवनभर एक लेखक, विचारक, वक्ता, पत्रकार, संपादक और कार्यकर्त्ता के रूप में सक्रिय रहे। उनकी वैचारिकी के स्रोत समाजवादी विचारधारा के भीतर मौजूद रहे, मगर उन्होंने समाजवादी राजनीति और उसके नेताओं के प्रति आलोचनात्मक दृष्टि रखने में अपना विश्वास जताया।
- उनकी कुछ प्रमुख पुस्तकें : केअस एंड क्रिएशन (अरूप और आकार), संस्कृति विमर्श, संस्कृति और समाजवाद, मानव सभ्यता और राष्ट्र-राज्य, एडवेंचर्स ऑफ लिबर्टी (आज़ादी के अपूर्व अनुभव), जिंदगी : सभ्यता के हाशिये पर, कड़वी फसल, निहत्था पैगंबर, मार्क्सवाद की लोहियावादी समीक्षा, नक्सली आंदोलन का वैचारिक संकट, इमरजेंसी इन पर्सपेक्टिव - रिप्रीव एंड चैलेंज इत्यादि है।
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