उत्तराखंड Switch to English
रोपवे से जुड़ेगा कार्तिक स्वामी मंदिर
चर्चा में क्यों?
20 अगस्त, 2023 को उत्तराखंड के पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे ने बताया कि कार्तिक स्वामी मंदिर तक सरल व सुलभ पहुँच के लिये रोपवे का निर्माण किया जाएगा, जिसके लिये प्री-फिजिबिलिटी सर्वे हो चुका है। कार्तिक स्वामी के पैदल मार्ग में भी सुविधाएँ जुटाई जाएंगी।
प्रमुख बिंदु
- विदित है कि उत्तर भारत में भगवान कार्तिकेय का एकमात्र मंदिर रुद्रप्रयाग जनपद के क्रौंच पर्वत पर स्थित है, जिसे कार्तिक स्वामी कहा जाता है। इस मंदिर तक श्रद्धालुओं की पहुँच को आसान बनाने के लिये इसे रोपवे से जोड़ा जाएगा।
- मंदिर के बेस पॅाइंट कनकचौरी से कार्तिक स्वामी तक 1.4 किमी लंबा रोपवे बनेगा, जिसके लिये प्री-फिजिबिलिटी सर्वेक्षण भी हो चुका है। अधिकारियों के अनुसार आगामी सितंबर तक रोपवे निर्माण की अंतिम डीपीआर भी बन जाएगी।
- जनपद चमोली और रुद्रप्रयाग के 360 से अधिक गाँवों के आराध्य के रूप में पूजनीय भगवान कार्तिकेय के दर्शनों के लिये वर्षभर श्रद्धालु कार्तिक स्वामी मंदिर पहुँचते हैं। मंदिर पहुँचने के लिये श्रद्धालुओं को कनचौरी से लगभग चार किमी. की चढ़ाई तय करनी होती है, लेकिन अब मंदिर को रोपवे से जोड़ने की कार्ययोजना बन चुकी है।
- कनकचौरी से मंदिर तक बनने वाले रोपवे की लंबाई 1.4 किमी होगी। रोपवे बनने से कनकचौरी से 10 मिनट में ही कार्तिक स्वामी मंदिर पहुँचा जा सकेगा।
- कार्तिक स्वामी मंदिर समिति के अध्यक्ष शत्रुघन सिंह नेगी ने बताया कि मंदिर तक सुविधाएँ उपलब्ध होने से तीर्थाटन के साथ रोज़गार को बढ़ावा मिलेगा।
- भगवान कार्तिकेय के मंदिर कार्तिक स्वामी की यात्रा को सरल-सुलभ बनाने के लिये चंद्रापुरी-बाजबड्डू-कार्तिक स्वामी 10 किमी. सड़क भी स्वीकृत हो चुकी है। लोक निर्माण विभाग ऊखीमठ डिवीज़न द्वारा जल्द ही मार्ग का सर्वेक्षण किया जाएगा।
Switch to English