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उत्तर प्रदेश के 17 नगर निगम वाले शहरों में खोले जाएंगे दीदी कैफे
चर्चा में क्यों?
- 21 अगस्त, 2023 को ज़िला शहरी विकास अभिकरण (डूडा) अधिकारी कौशल कुमार ने बताया कि शहरी आजीविका मिशन के तहत प्रदेश के 17 नगर निगम में दीदी कैफे खोले जाने हैं। इसके लिये उपयुक्त स्थान का जल्द ही चयन किया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- वाराणसी की तर्ज़ पर ही सरकारी कार्यालयों में खोले जाने वाले दीदी कैफे में मिलने वाली खाद्य सामग्री की कीमत कम रहेगी।
- दीनदयाल अंत्योदय योजना के तहत स्वयं सहायता समूह शहर की महिलाएँ इन कैफे को चलाएंगी।
- प्रथण चरण में यह कैफे लखनऊ, कानपुर, गाज़ियाबाद, आगरा, अलीगढ़, बरेली, मेरठ, मुरादाबाद, सहारनपुर, प्रयागराज, गोरखपुर, वाराणसी, अयोध्या, झाँसी, फिरोज़ाबाद, शाहजहाँपुर और मथुरा-वृंदावन में खोले जाएंगे।
- दीदी कैफे शुरू करने का मुख्य उद्देश्य शहरी गरीब सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को रोज़गार के अवसर उपलब्ध कराना है तथा लोगों को उचित मूल्य पर साफ-सुथरा भोजन मिल सकेगा।
- वाराणसी में चल रही कैंटीन के अनुभव के आधार पर डूडा से प्रस्ताव तैयार कराया जाएगा। इस प्रस्ताव के आधार पर सभी निकायों में दीदी कैफे शुरू कराए जाएंगे
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उत्तर प्रदेश सरकार, कक्षा 9वीं से 12वीं के छात्रों को भी देगी मुफ्त किताबें
चर्चा में क्यों?
- 21 अगस्त, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार शासन स्तर पर हुई उच्चस्तरीय बैठक में फैसला लिया गया है कि कक्षा 9वीं से 12वीं के छात्रों को भी किताबें मुफ्त में दी जाएंगी।
प्रमुख बिंदु
- उत्तर प्रदेश में 2428 राजकीय माध्यमिक स्कूलों में कक्षा 9वीं से कक्षा 12वीं में पढ़ने वाले छात्रों को भी अब मुफ्त पुस्तकें दी जाएंगी।
- इसके लिये सरकार को अतिरिक्त खर्च करना पड़ेगा। सरकार इन किताबों को उपलब्ध कराने के लिये 19.70 करोड़ रुपए खर्च करेगी।
- देश में कई और राज्य हैं, जहाँ पर पहले से ही सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को यह सुविधा दी जाती है। इसमें गुजरात, उत्तराखंड, झारखंड, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक व तमिलनाडु शामिल हैं। अब इस सूची में उत्तर प्रदेश भी शामिल हो जाएगा
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