हरियाणा में विकसित होगी एक और इंडस्ट्रियल टाउनशिप | हरियाणा | 21 Aug 2023
चर्चा में क्यों?
20 अगस्त, 2023 को हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने घोषणा करते हुए कहा कि फरीदाबाद ज़िले में यमुना खादर से लगते मोठूका गाँव में इंडस्ट्रियल टाउनशिप विकसित की जाएगी। इसके लिये योजना तैयार कर ली गई है।
प्रमुख बिंदु
- करीब 100 एकड़ में इंडस्ट्रियल टाउनशिप विकसित करने की योजना है। ऐसे में यहाँ आईटी सेंटर, डाटा सेंटर अथवा मैन्यूफैक्चरिंग के प्लांट लग सकते हैं। इससे इस क्षेत्र में युवाओं के लिये रोज़गार के अवसर भी पैदा होंगे।
- इसके अलावा पलवल में जेबीएम कंपनी इलेक्ट्रॉनिक बस बनाएगी। इन दोनों ज़िलों में उद्योगों के आने से रोज़गार के अवसर पैदा होंगे।
- उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार के प्रयास से मेवात में 180 एकड़ में मोबाइल फैक्टरी लगाई जा रही है, जिसमें मोबाइल की बैटरी बनेगी। अगले साल से इस कंपनी में उत्पादन शुरू होने की संभावना है। इसके अलावा मानेसर में बहुत बड़ा वेयर हाउस बनाया जा रहा है।
हरियाणा सरकार कुपोषण से निपटने के लिये स्पिरुलिना-आधारित उत्पाद पेश करेगी | हरियाणा | 21 Aug 2023
चर्चा में क्यों?
19 अगस्त, 2023 को हरियाणा सरकार ने नूंह ज़िले में छह महीने की पायलट परियोजना के साथ बच्चों में कुपोषण से निपटने के लिये स्पिरुलिना-आधारित उत्पाद पेश करने के घोषणा की।
प्रमुख बिंदु
- पोषण अभियान के तहत आकांक्षी ज़िले नूंह के सभी ब्लॉकों में तीन पोषण-समृद्ध कार्यक्रम लागू किये जाएंगे।
- इन कार्यक्रमों का उद्देश्य बच्चों और महिलाओं में कुपोषण एवं एनीमिया को कम करना है।
- नूंह ज़िले के सभी ब्लॉकों में बच्चों और महिलाओं को रेडी-टू-ईट खाद्य पदार्थ, पोषण पैकेट और एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य पदार्थों के रूप में पोषण संबंधी सहायता प्रदान की जाएगी।
- महिला एवं बाल विकास विभाग नूंह ज़िले में पायलट आधार पर गंभीर तीव्र कुपोषित और मध्यम तीव्र कुपोषित बच्चों को एकीकृत बाल विकास योजना (आईसीडीएस) के तहत ‘ऑर्थोनट’ (मूंगफली मिश्रण) प्रदान करेगा।
- इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मैनेजमेंट एंड रिसर्च (आईएचएमआर), बंगलूरू द्वारा किये गए एक अध्ययन में छह महीने तक बच्चों को स्पिरुलिना देने से कुपोषण में कमी देखी गई है।
- विदित है कि स्पिरुलिना, एक शैवाल जो मीठे पानी और खारे पानी दोनों में उगता है, पोषक तत्त्वों से भरपूर होता है और इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं।
टूरिस्ट कॉरिडोर से जुड़ेंगे गेतलसूद डैम व जोन्हा-हुंडरू फॉल | झारखंड | 21 Aug 2023
चर्चा में क्यों?
20 अगस्त, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार राजधानी राँची में स्थित गेतलसूद डैम क्षेत्र को पतरातू की तरह विकसित करने की कार्ययोजना पर राज्य सरकार काम कर रही है। सरकार ने गेतलसूद डैम, हुंडरू फॉल व जोन्हा फॉल को टूरिस्ट कॉरिडोर से जोड़ने की योजना बनाई है।
प्रमुख बिंदु
- इन पर्यटन स्थलों को सरकार ने राजकीय महत्त्व का दर्जा दिया है। गेतलसूद डैम क्षेत्र में रिसॉर्ट, नाव शेड, नाव लैंडिंग की सुविधा, कैंपिंग ग्राउंड, कारवां पार्क, होली डे केबिन, होटल, हाउस बोट, मरीना, मोटल, खेल का मैदान, जलपान कक्ष, दुकान का निर्माण किया जाएगा। जेटीडीसी के अधीन इसकी देखरेख की जाएगी।
- जोन्हा, हुंडरू फॉल व गेतलसूद डैम को विकसित कर पर्यटकों को आकर्षित किया जाएगा। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिये सरकार प्लानिंग करा रही है। इस पर पाँच साल में करोड़ों रुपए खर्च करने की योजना है। योजना के तहत यहाँ पहुँचने के लिये सड़क मार्ग को सुदृढ़ किया जाएगा।
- सिल्ली विधायक सुदेश ने बताया कि कॉरिडोर निर्माण से क्षेत्र में रोज़गार के अवसर बढ़ेंगे, साथ ही क्षेत्र का विकास भी होगा।
- पर्यटन विभाग जोन्हा, हुंडरू और दशम फॉल में रोप-वे लगाने की संभावना तलाश रहा है। इसके लिये पर्यटन विभाग ने राइट्स के साथ एमओयू किया है। इन स्थानों पर रोप-वे के तकनीकी और पर्यावरणीय पहलुओं का सटीक मूल्यांकन कराने का निर्णय हुआ है। इसके लिये परियोजना में व्यवहार्यता अध्ययन को सुनिश्चित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने न्याय योजनाओं के हितग्राहियों को 2055.60 करोड़ रुपए का किया ऑनलाइन भुगतान | छत्तीसगढ़ | 21 Aug 2023
चर्चा में क्यों?
20 अगस्त, 2023 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय राजीव गांधी की जयंती ‘सद्भावना दिवस’के अवसर पर महासमुंद के हाईस्कूल मैदान में न्याय योजनाओं सहित अन्य योजनाओं के हितग्राहियों, किसानों, मज़दूरों, ग्रामीण व पशुपालकों को 2055.60 करोड़ रुपए की राशि का ऑनलाइन भुगतान किया।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कार्यक्रम में ‘राजीव गांधी किसान न्याय योजना’के हितग्राहियों को योजना की दूसरी किश्त के रूप में 1810 करोड़ रुपए का भुगतान किया। इस राशि को मिलाकर राजीव गांधी किसान न्याय योजना के 24.30 लाख किसानों को अब तक 21 हज़ार 912 करोड़ रुपए की इनपुट सब्सिडी का भुगतान किया जा चुका है।
- मुख्यमंत्री ने ‘राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मज़दूर न्याय योजना’के हितग्राहियों को दूसरी किश्त के रूप में 168.63 करोड़ रुपए की राशि का भुगतान किया। इस राशि को मिलाकर योजना के 5.6 लाख हितग्राहियों को अब तक 758.03 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है।
- कार्यक्रम में भूपेश बघेल ने ‘राजीव युवा मितान क्लबों’को 66.21 करोड़ रुपए की राशि का भी अंतरण किया। युवाओं को रचनात्मक गतिविधियों से जोड़ने के लिये राज्य में गठित 13 हज़ार 242 क्लबों को अब तक 132.48 करोड़ रुपए की राशि का भुगतान किया जा चुका है।
- मुख्यमंत्री ने इसी कड़ी में ‘गोधन न्याय योजना’के हितग्राहियों को 9.65 करोड़ रुपए की राशि का भुगतान किया। इस राशि को मिलाकर योजना के तहत अब तक महिला स्व-सहायता समूहों, गोठान समितियों और ग्रामीणों को 551.31 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है।
- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कार्यक्रम में ‘मुख्यमंत्री परब सम्मान निधि योजना’के तहत गैर-अनुसूचित क्षेत्र की ग्राम पंचायतों को 1.11 करोड़ रुपए की राशि का अंतरण किया। इस राशि को मिलाकर 6,111 ग्राम पंचायतों को स्थानीय उत्सवों को मनाने के लिये 6.11 करोड़ रुपए की राशि का भुगतान किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री ने 13 नए अनुविभागों और 18 नई तहसीलों का किया वर्चुअल शुभारंभ | छत्तीसगढ़ | 21 Aug 2023
चर्चा में क्यों?
20 अगस्त, 2023 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय राजीव गांधी की जयंती ‘सद्भावना दिवस’अवसर पर महासमुंद के हाईस्कूल मैदान में नवगठित 13 राजस्व अनुविभाग और 18 तहसीलों का वर्चुअल शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- इन नवीन तहसीलों एवं अनुविभाग के प्रारंभ होने से राज्य में अब 122 राजस्व अनुविभाग एवं 250 तहसीलें हो गई हैं।
- गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा बीते पौने पाँच सालों में शासन-प्रशासन को आम जनता के करीब लाने, प्रशासनिक कामकाज में पारदर्शिता और कसावट लाने के उद्देश्य से राज्य में नए ज़िले, अनुविभागों एवं तहसीलों को बनाए जाने की घोषणा की जाती रही है।
- वर्ष 2018 में राज्य में ज़िलों की संख्या 27 थी। 6 नवीन ज़िलों- गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, सक्ती, सारंगगढ़-बिलाईगढ़, मोहला-मानपुर-चौकी, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के गठन होने के बाद राज्य में ज़िलों की संख्या बढ़कर 33 हो गई है।
- इसी तरह मुख्यमंत्री द्वारा राज्य में 13 नवीन अनुविभाग एवं 18 नवीन तहसीलों के गठन की घोषणा की गई थी, जिनका विधिवत शुभारंभ किया गया। नवीन अनुविभागों एवं तहसीलों की स्थापना से शासकीय योजनाओं का सुचारु रूप से क्रियान्वयन एवं आम जनता तक मूलभूत सुविधाओं की पहुँच सुगम होगी।
- नवगठित 13 अनुविभाग- वर्ष 2023 में 13 नवीन अनुविभाग बकावंड (ज़िला बस्तर), छिंदगढ़ (ज़िला सुकमा), रामानुजनगर (ज़िला सूरजपुर), डौंडी (ज़िला बालोद), फरसाबहार (ज़िला जशपुर), पलारी (ज़िला बलौदाबाज़ार-भाटापारा), छुरा (ज़िला गरियाबंद), उसूर (आवापल्ली) (ज़िला बीजापुर), बसना (ज़िला महसमुंद), लुंड्रा (धौरपुर) एवं उदयपुर (ज़िला सरगुजा), केल्हारी (ज़िला मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर) तथा शंकरगढ़ (ज़िला बलरामपुर-रामानुजनगर) का गठन किया गया है।
- नवगठित 18 तहसीलें- वर्ष 2023 में 18 नवीन तहसील कापू (ज़िला रायगढ़), भटगाँव (ज़िला सूरजपुर), कुकदुर (ज़िला कबीरधाम), करपावंड (ज़िला बस्तर), दोरनापाल एवं जगरगुंडा (ज़िला सुकमा), घुमका एवं कुमरदा (ज़िला राजनांदगाँव), पचपेड़ी (ज़िला बिलासपुर), बागबहार (ज़िला जशपुर), बान्दे, आमाबेड़ा एवं कोयलीबेड़ा (ज़िला कांकेर), चंद्रपुर एवं भोथिया (ज़िला सक्ती), फिंगेश्वर (ज़िला गरियाबंद), दाढ़ी (ज़िला बेमेतरा) तथा सरसींवा (ज़िला सारंगढ़-बिलाईगढ़) का गठन किया गया है।
रोपवे से जुड़ेगा कार्तिक स्वामी मंदिर | उत्तराखंड | 21 Aug 2023
चर्चा में क्यों?
20 अगस्त, 2023 को उत्तराखंड के पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे ने बताया कि कार्तिक स्वामी मंदिर तक सरल व सुलभ पहुँच के लिये रोपवे का निर्माण किया जाएगा, जिसके लिये प्री-फिजिबिलिटी सर्वे हो चुका है। कार्तिक स्वामी के पैदल मार्ग में भी सुविधाएँ जुटाई जाएंगी।
प्रमुख बिंदु
- विदित है कि उत्तर भारत में भगवान कार्तिकेय का एकमात्र मंदिर रुद्रप्रयाग जनपद के क्रौंच पर्वत पर स्थित है, जिसे कार्तिक स्वामी कहा जाता है। इस मंदिर तक श्रद्धालुओं की पहुँच को आसान बनाने के लिये इसे रोपवे से जोड़ा जाएगा।
- मंदिर के बेस पॅाइंट कनकचौरी से कार्तिक स्वामी तक 1.4 किमी लंबा रोपवे बनेगा, जिसके लिये प्री-फिजिबिलिटी सर्वेक्षण भी हो चुका है। अधिकारियों के अनुसार आगामी सितंबर तक रोपवे निर्माण की अंतिम डीपीआर भी बन जाएगी।
- जनपद चमोली और रुद्रप्रयाग के 360 से अधिक गाँवों के आराध्य के रूप में पूजनीय भगवान कार्तिकेय के दर्शनों के लिये वर्षभर श्रद्धालु कार्तिक स्वामी मंदिर पहुँचते हैं। मंदिर पहुँचने के लिये श्रद्धालुओं को कनचौरी से लगभग चार किमी. की चढ़ाई तय करनी होती है, लेकिन अब मंदिर को रोपवे से जोड़ने की कार्ययोजना बन चुकी है।
- कनकचौरी से मंदिर तक बनने वाले रोपवे की लंबाई 1.4 किमी होगी। रोपवे बनने से कनकचौरी से 10 मिनट में ही कार्तिक स्वामी मंदिर पहुँचा जा सकेगा।
- कार्तिक स्वामी मंदिर समिति के अध्यक्ष शत्रुघन सिंह नेगी ने बताया कि मंदिर तक सुविधाएँ उपलब्ध होने से तीर्थाटन के साथ रोज़गार को बढ़ावा मिलेगा।
- भगवान कार्तिकेय के मंदिर कार्तिक स्वामी की यात्रा को सरल-सुलभ बनाने के लिये चंद्रापुरी-बाजबड्डू-कार्तिक स्वामी 10 किमी. सड़क भी स्वीकृत हो चुकी है। लोक निर्माण विभाग ऊखीमठ डिवीज़न द्वारा जल्द ही मार्ग का सर्वेक्षण किया जाएगा।