मुख्यमंत्री ने न्याय योजनाओं के हितग्राहियों को 2055.60 करोड़ रुपए का किया ऑनलाइन भुगतान | छत्तीसगढ़ | 21 Aug 2023
चर्चा में क्यों?
20 अगस्त, 2023 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय राजीव गांधी की जयंती ‘सद्भावना दिवस’के अवसर पर महासमुंद के हाईस्कूल मैदान में न्याय योजनाओं सहित अन्य योजनाओं के हितग्राहियों, किसानों, मज़दूरों, ग्रामीण व पशुपालकों को 2055.60 करोड़ रुपए की राशि का ऑनलाइन भुगतान किया।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कार्यक्रम में ‘राजीव गांधी किसान न्याय योजना’के हितग्राहियों को योजना की दूसरी किश्त के रूप में 1810 करोड़ रुपए का भुगतान किया। इस राशि को मिलाकर राजीव गांधी किसान न्याय योजना के 24.30 लाख किसानों को अब तक 21 हज़ार 912 करोड़ रुपए की इनपुट सब्सिडी का भुगतान किया जा चुका है।
- मुख्यमंत्री ने ‘राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मज़दूर न्याय योजना’के हितग्राहियों को दूसरी किश्त के रूप में 168.63 करोड़ रुपए की राशि का भुगतान किया। इस राशि को मिलाकर योजना के 5.6 लाख हितग्राहियों को अब तक 758.03 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है।
- कार्यक्रम में भूपेश बघेल ने ‘राजीव युवा मितान क्लबों’को 66.21 करोड़ रुपए की राशि का भी अंतरण किया। युवाओं को रचनात्मक गतिविधियों से जोड़ने के लिये राज्य में गठित 13 हज़ार 242 क्लबों को अब तक 132.48 करोड़ रुपए की राशि का भुगतान किया जा चुका है।
- मुख्यमंत्री ने इसी कड़ी में ‘गोधन न्याय योजना’के हितग्राहियों को 9.65 करोड़ रुपए की राशि का भुगतान किया। इस राशि को मिलाकर योजना के तहत अब तक महिला स्व-सहायता समूहों, गोठान समितियों और ग्रामीणों को 551.31 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है।
- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कार्यक्रम में ‘मुख्यमंत्री परब सम्मान निधि योजना’के तहत गैर-अनुसूचित क्षेत्र की ग्राम पंचायतों को 1.11 करोड़ रुपए की राशि का अंतरण किया। इस राशि को मिलाकर 6,111 ग्राम पंचायतों को स्थानीय उत्सवों को मनाने के लिये 6.11 करोड़ रुपए की राशि का भुगतान किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री ने 13 नए अनुविभागों और 18 नई तहसीलों का किया वर्चुअल शुभारंभ | छत्तीसगढ़ | 21 Aug 2023
चर्चा में क्यों?
20 अगस्त, 2023 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय राजीव गांधी की जयंती ‘सद्भावना दिवस’अवसर पर महासमुंद के हाईस्कूल मैदान में नवगठित 13 राजस्व अनुविभाग और 18 तहसीलों का वर्चुअल शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- इन नवीन तहसीलों एवं अनुविभाग के प्रारंभ होने से राज्य में अब 122 राजस्व अनुविभाग एवं 250 तहसीलें हो गई हैं।
- गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा बीते पौने पाँच सालों में शासन-प्रशासन को आम जनता के करीब लाने, प्रशासनिक कामकाज में पारदर्शिता और कसावट लाने के उद्देश्य से राज्य में नए ज़िले, अनुविभागों एवं तहसीलों को बनाए जाने की घोषणा की जाती रही है।
- वर्ष 2018 में राज्य में ज़िलों की संख्या 27 थी। 6 नवीन ज़िलों- गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, सक्ती, सारंगगढ़-बिलाईगढ़, मोहला-मानपुर-चौकी, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के गठन होने के बाद राज्य में ज़िलों की संख्या बढ़कर 33 हो गई है।
- इसी तरह मुख्यमंत्री द्वारा राज्य में 13 नवीन अनुविभाग एवं 18 नवीन तहसीलों के गठन की घोषणा की गई थी, जिनका विधिवत शुभारंभ किया गया। नवीन अनुविभागों एवं तहसीलों की स्थापना से शासकीय योजनाओं का सुचारु रूप से क्रियान्वयन एवं आम जनता तक मूलभूत सुविधाओं की पहुँच सुगम होगी।
- नवगठित 13 अनुविभाग- वर्ष 2023 में 13 नवीन अनुविभाग बकावंड (ज़िला बस्तर), छिंदगढ़ (ज़िला सुकमा), रामानुजनगर (ज़िला सूरजपुर), डौंडी (ज़िला बालोद), फरसाबहार (ज़िला जशपुर), पलारी (ज़िला बलौदाबाज़ार-भाटापारा), छुरा (ज़िला गरियाबंद), उसूर (आवापल्ली) (ज़िला बीजापुर), बसना (ज़िला महसमुंद), लुंड्रा (धौरपुर) एवं उदयपुर (ज़िला सरगुजा), केल्हारी (ज़िला मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर) तथा शंकरगढ़ (ज़िला बलरामपुर-रामानुजनगर) का गठन किया गया है।
- नवगठित 18 तहसीलें- वर्ष 2023 में 18 नवीन तहसील कापू (ज़िला रायगढ़), भटगाँव (ज़िला सूरजपुर), कुकदुर (ज़िला कबीरधाम), करपावंड (ज़िला बस्तर), दोरनापाल एवं जगरगुंडा (ज़िला सुकमा), घुमका एवं कुमरदा (ज़िला राजनांदगाँव), पचपेड़ी (ज़िला बिलासपुर), बागबहार (ज़िला जशपुर), बान्दे, आमाबेड़ा एवं कोयलीबेड़ा (ज़िला कांकेर), चंद्रपुर एवं भोथिया (ज़िला सक्ती), फिंगेश्वर (ज़िला गरियाबंद), दाढ़ी (ज़िला बेमेतरा) तथा सरसींवा (ज़िला सारंगढ़-बिलाईगढ़) का गठन किया गया है।