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मध्य प्रदेश स्टेट पी.सी.एस.

  • 21 Jul 2023
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राज्यपाल ने ‘चैंपियंस ऑफ चेंज मध्य प्रदेश’संस्करण के तहत प्रदेश के 16 उत्कृष्ट प्रतिभाओं को सम्मानित किया

चर्चा में क्यों?

19 जुलाई, 2023 को राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने राजधानी भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर के सभागार में आयोजित ‘चैंपियंस ऑफ चेंज मध्य प्रदेश’ संस्करण के पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में अध्यात्म, समाज-कल्याण, कला, स्वास्थ्य, शिक्षा और खेल के क्षेत्र की 16 उत्कृष्ट प्रतिभाओं को सम्मानित किया।  

प्रमुख बिंदु  

  • राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने अध्यात्म के क्षेत्र में पं. प्रदीप मिश्रा, समाज-कल्याण के क्षेत्र में पं. ओम प्रकाश मेहता, विधायक कृष्णा गौर, हेमंत तिवारी, उमाशंकर सिंह, विनोद कुमार अग्रवाल, अपर पुलिस महानिदेशक अन्वेष मंगलम, रोहित जैन, मनोज साहू, अभिषेक कुमार पांडे, स्वास्थ्य के क्षेत्र में पद्मश्री डॉ. मुनिश्वर चंद्र डावर, डॉ. अजय राणा, कला के क्षेत्र में फिल्म अभिनेत्री सौम्या टंडन, फिल्म निर्देशक अनिल सिह चंदेल, शिक्षा के क्षेत्र में जयनारायण चौकसे और खेल के क्षेत्र में पावर लिफ्टर भावना टोकेकर को सम्मानित किया। 
  • चैंपियंस ऑफ चेंज के संस्थापक नंदन कुमार झा ने बताया कि कार्यक्रम मध्य प्रदेश संस्करण का दूसरा अवार्ड समारोह है। समारोह का आयोजन राष्ट्रीय स्तर पर चार बार किया गया है। मध्य प्रदेश सहित चार राज्यों में राज्य स्तरीय कार्यक्रम किये गए हैं। शीघ्र ही अवार्ड अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी दिये जाएंगे। 
  • उल्लेखनीय है कि ‘चैंपियंस ऑफ चेंज (सीओसी)’ सामुदायिक सेवा, सामाजिक विकास, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और राष्ट्रीय एकता जैसे भारतीय मूल्यों को बढ़ावा देने के लिये एक भारतीय पुरस्कार है। इसकी स्थापना 2011 में हुई थी। 
  • चैंपियंस ऑफ चेंज पुरस्कार इंटरैक्टिव फोरम ऑन इंडियन इकॉनमी(IFIE)संस्था, भारत सरकार द्वारा देश में चिह्नित कुल 115 आशावादी ज़िलों में गांधीवादी मूल्यों (स्वच्छता), सामुदायिक सेवा और सामाजिक विकास को अपने सकारात्मक प्रयासों से बढ़ावा देने वाले राजनेता, सामाजिक कार्यकर्त्ता, उद्यमियों को दिया जाता रहा है।  
  • इंटरैक्टिव फोरम ऑन इंडियन इकॉनमी संस्था प्रतिवर्ष भारत में अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर चैंपियंस ऑफ चेंज पुरस्कार का आयोजन करता है। इस अवार्ड को आमतौर पर राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल या भारत के एक प्रमुख व्यक्ति द्वारा प्रस्तुत किया जाता है।  
  • पुरस्कार विजेताओं का चयन भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश और एनएचआरसी के पूर्व अध्यक्ष की अध्यक्षता में शीर्ष संवैधानिक जूरी सदस्यों द्वारा किया जाता है।  
  • इंटरैक्टिव फोरम ऑन इंडियन इकॉनमी संस्था भारत सरकार से मान्यता प्राप्त (80G, 8A के अनुरूप), गैर-लाभकारी कंपनी है, जो महात्मा गांधी के मूल्यों को बढ़ावा दने वाले 115 आकांक्षात्मक ज़िलों सहित ग्रामीण भारत की महिलाओं और बच्चों के विकास और कल्याण के लिये समर्पित है।  
  • ‘चैंपियंस ऑफ चेंज मध्य प्रदेश’पुरस्कार साहस, सामुदायिक सेवा और समावेशी सामाजिक विकास के मूल्यों को बढ़ावा देने के लिये एक राज्य पुरस्कार है। यह पुरस्कार महिला स्वतंत्रता सेनानी रानी लक्ष्मीबाई के दृष्टिकोण से प्रेरणा लेकर शुरू किया गया है। पुरस्कार विजेताओं का चयन न्यायमूर्ति ज्ञान सुधा मिश्रा (सुप्रीम कोर्ट की पूर्व न्यायाधीश) की अध्यक्षता में संवैधानिक जूरी के सदस्यों द्वारा किया जाता है।


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नागदा बनेगा प्रदेश का नया ज़िला

चर्चा में क्यों?

20 जुलाई, 2023 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन ज़िले की तहसील नागदा में विकास पर्व के दौरान कुल 261 करोड़ 14 लाख रुपए के विकास कार्यों का भूमि-पूजन/लोकार्पण किया और नागदा को ज़िला बनाने की घोषणा की।  

प्रमुख बिंदु  

  • विदित है कि विकास पर्व में प्रदेश के सभी क्षेत्रों में बड़ी संख्या में विकास कार्यों का लोकार्पण/शिलान्यास किया जा रहा है।  
  • मुख्यमंत्री ने नागदा में 92 करोड़ 61 लाख रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण और 168 करोड़ 53 लाख रुपए के विकास कार्यों का भूमि-पूजन किया। 
  • मुख्यमंत्री ने नागदा क्षेत्र की बहु-प्रतीक्षित मांग को पूरा करते हुए इसे ज़िला बनाए जाने की घोषणा की। उज्जैन ज़िले की जो तहसीलें नागदा में स्वेच्छा से मिलना चाहें, उन्हें ही नागदा में सम्मिलित किया जाएगा।  
  • उल्लेखनीय है कि उज्जैन से अलग होकर नागदा प्रदेश का 54वाँ ज़िला बनेगा। इसके पहले रीवा ज़िले के मऊगंज तहसील को ज़िला बनाए जाने की घोषणा की जा चुकी है। फिलहाल मध्य प्रदेश में 52 ज़िले हैं, लेकिन नागदा और मऊगंज को ज़िले में परिवर्तित करने से 54 ज़िले हो जाएंगे। 
  • वर्तमान में नागदा, उज्जैन ज़िले की एक तहसील है। महाभारत का युद्ध जीतने वाले पांडवों के इतिहास में नागदा का उल्लेख मिलता है। बताया गया है कि इस स्थान में पांडवों के पौत्र राजा जन्मेजय द्वारा नागों के दाह के लिये एक विशाल यज्ञ किया गया था, इसीलिये इस नगर का नाम नागदा हुआ। 
  • इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कई अन्य घोषनाएँ भी कीं- 
    • उन्हेल को तहसील बनाया जाएगा और यहाँ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोले जाएंगे।  
    • नागदा, खाचरोद, आलोट में सी. एम. राइज स्कूल खोले जाएंगे।
    • नर्मदा का पानी क्षिप्रा के साथ ही गंभीर और कालीसिंध नदियों में पहुँचाया जाएगा।


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