बिहार Switch to English
बिहार में 17491 सहकारी समितियाँ की गई समाप्त
चर्चा में क्यों?
20 जून, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार बिहार में 17491 सहकारी समितियों को समाप्त कर दिया गया है, जिससे राज्य में अब 25487 सहकारी समितियाँ ही रह गई हैं।
प्रमुख बिंदु
- पैक्स, डेयरी और मत्स्यजीवी सहयोग समितियों को छोड़कर राज्य में अब 8884 अन्य तरह की समितियाँ बच गई हैं। राज्य में अब सबसे अधिक 2217 हाउसिंग सोसायटी है।
- विदित है कि पूर्व में राज्य में कुल 42985 सहकारी समितियाँ थीं। इनमें लंबे समय से कई समितियाँ सक्रिय नहीं थीं। उनके माध्यम से काम नहीं हो रहा था। झारखंड और बिहार के बंटवारे के बाद कई समितियों का औचित्य ही खत्म हो गया था। इस कारण इन समितियों को बंद कर दिया गया।
- राज्य में औद्योगिक सहयोग समिति, शीत भंडार, ग्रामोदय, तेल उत्पादक, ताड़, गुड़ उत्पादक, सिंचाई सहयोग समिति, संयुक्त सहयोग कृषि, नाव यातायात, चर्मकार सहयोग तथा सर्वोदय सहयोग समिति को समाप्त कर दिया गया है।
- राज्य में अब सिर्फ आठ एससी-एसटी सहकारी समितियाँ हैं, इनमें लखीसराय-मुजफ्फरपुर में एक-एक तथा नालंदा व पटना में तीन-तीन समितियाँ हैं। दरभंगा व सीवान में एक भी महिला कल्याण समिति नहीं है। पूर्णिया में सबसे अधिक 145 महिला कल्याण समितियाँ हैं। राज्य में जूट की एक भी समिति नहीं है।
- इनके अलावा राज्य के पूर्वी चंपारण, जमुई, कटिहार, लखीसराय, नालंदा, पटना, रोहतास, सहरसा, सीतामढ़ी, वैशाली और पश्चिमी चंपारण छोड़कर किसी भी ज़िले में परिवहन समितियाँ अब नहीं हैं।
- पटना को छोड़कर राज्य में कहीं भी पर्यटन समिति नहीं है। पटना में पाँच पर्यटन समितियाँ हैं।
राजस्थान Switch to English
कॉलेज में अध्ययनरत छात्राओं के लिये भी ‘ट्रांसपोर्ट वाउचर स्कीम’ लागू
चर्चा में क्यों?
20 जून, 2023 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य के उच्च शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत छात्राओं को राहत देने के लिये ‘ट्रांसपोर्ट वाउचर स्कीम’ के प्रस्ताव को मंज़ूरी प्रदान की है।
प्रमुख बिंदु
- ‘ट्रांसपोर्ट वाउचर स्कीम’ के तहत कॉलेज में अध्ययनरत छात्राओं को भी अब घर से कॉलेज आने-जाने का बस किराया मिलेगा।
- राज्य सरकार द्वारा कॉलेज में 10 किमी. से अधिक दूरी से आवागमन पर प्रति दिवस 20 रुपए का भुगतान किया जाएगा। यह राशि छात्राओं द्वारा आवेदन पत्र में दिये गए बैंक खातों में हस्तांतरित की जाएगी।
- माह में न्यूनतम 75 प्रतिशत उपस्थिति वाली छात्राएँ ही स्कीम में पात्र होंगी। इसके लिये कॉलेज में आधार आधारित बायोमैट्रिक मशीन पर उपस्थिति होगी।
- उल्लेखनीय है कि वर्तमान में कक्षा 9 से 12 तक अध्ययनरत छात्राओं के लिये घर से 5 किमी. से अधिक दूरी से विद्यालय में आवागमन पर यह लाभ देय है।
- उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने वर्ष 2023-24 के बजट में उच्च शिक्षण संस्थानों में ट्रांसपोर्ट वाउचर योजना लागू करने की घोषणा की थी।
हरियाणा Switch to English
केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने हरियाणा को दी बड़ी सौगात
चर्चा में क्यों?
20 जून, 2023 को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हरियाणा के सोनीपत ज़िले में राज्य को सौगात देते हुए दिल्ली से पानीपत तक आठ लेन राष्ट्रीय राजमार्ग पर 11 फ्लाई ओवरों का लोकार्पण किया।
प्रमुख बिंदु
- यह परियोजना 24 किलोमीटर लंबी है और इस पर लगभग 900 करोड़ रुपए की लागत आई है।
- केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने दिल्ली से पानीपत तक 11 फ्लाईओवर का उद्घाटन करने के अलावा करनाल बाईपास तथा अंबाला शहर के लिये नए बाईपास का भी शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं की लागत लगभग 3700 करोड़ रुपए है।
- इस अवसर पर राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में अभी तक 17 नेशनल हाईवे बन चूके हैं और हरियाणा शायद एकमात्र ऐसा प्रदेश है, जिसके सब ज़िला केंद्र नेशनल हाईवे से जुड़ गए हैं।
हरियाणा Switch to English
‘द हरियाणा प्राण वायु देवता पेंशन स्कीम’
चर्चा में क्यों?
20 जून, 2023 को हरियाणा के वन एवं पर्यावरण मंत्री कंवर पाल ने बताया कि राज्य सरकार बुजुर्ग लोगों को दी जाने वाली पेंशन की तर्ज पर 75 वर्ष से ज्यादा आयु के पेड़ों को भी पेंशन देगी। इस संबंध में सरकार ने ‘द हरियाणा प्राण वायु देवता पेंशन स्कीम’ तैयार करके अधिसूचित कर दी है।
प्रमुख बिंदु
- ‘द हरियाणा प्राण वायु देवता पेंशन स्कीम’के तहत दी जाने वाली यह पेंशन 2500 रुपए प्रतिवर्ष होगी। अब लोग अपने घर के आंगन में खड़े और खेत में लगे हुए 75 वर्ष से अधिक आयु के पेड़ों की पेंशन के हकदार होंगे।
- फिलहाल यह स्कीम 5 साल के लिये बनाई गई है, बाद में आवश्यकता एवं सुझावों के आधार पर इसमें आगे सुधार किया जाता रहेगा।
- स्कीम में एक ही बीज से उत्पन्न पेड़ों को शामिल किया गया है। फिकसबेंगालेंसिस की तरह एक बीज से उत्पन्न होने वाले पेड़ों के उपवन को भी एक ही पेड़ माना जाएगा।
- इस स्कीम में गिरे हुए पेड़, खोखले, मृत, सूखे और रोगग्रस्त पेड़ शामिल नहीं हैं। वन भूमि पर खड़े पेड़ इस योजना के तहत कवर नहीं किए जाएंगे।
- पर्यावरण मंत्री ने बताया कि ‘द हरियाणा प्राण वायु देवता पेंशन स्कीम’में 75 वर्ष से अधिक आयु के किन-किन पेड़ों को शामिल किया जाएगा, यह निर्णय डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर की अध्यक्षता में बनाई गई कमेटी द्वारा किया जाएगा।
- प्राण वायु देवता पेड़ के रख-रखाव के लिये राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली पेंशन की राशि पेड़ के मालिक के बैंक खाते में भेज दी जाएगी।
- प्राण वायु देवता पेड़ की पेंशन हर वर्ष ‘ओल्ड ऐज सम्मान पेंशन स्कीम’की तर्ज पर हर वर्ष बढ़ाई जाती रहेगी।
झारखंड Switch to English
राज्यपाल ने ‘पारंपरिक योग’नाम से योग पुस्तक का किया विमोचन
चर्चा में क्यों?
20 जून, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने ‘पारंपरिक योग’नाम से योग पुस्तक का राजभवन में विमोचन किया।
प्रमुख बिंदु
- योग पुस्तक ‘पारंपरिक योग’डॉ. परिणीता सिंह और डॉ. अर्चना कुमारी ने लिखी है।
- डॉ. परिणीता सिंह ने बताया कि योग पर आधारित यह उनकी तीसरी पुस्तक है। इससे पहले उन्होंने ‘योग एक दृष्टि में’और ‘अभ्यास’नाम की पुस्तकें भी लिखी हैं।
- उन्होंने कहा कि वे इस पुस्तक के माध्यम से भारतीय संस्कृति के प्रति अपनी निष्ठा को व्यक्त करना चाहते हैं। यह पुस्तक सभी आयु वर्ग के लिये उपयोगी है।
- वहीं डॉ. अर्चना कुमारी ने कहा कि ‘पारंपरिक योग’में योग के सूक्ष्म ज्ञान को सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक दोनों रूप में बताने का प्रयास किया गया है। इस पुस्तक में सरल भाषा का प्रयोग किया गया है, जिसे कोई भी आसानी से समझ सकता है।
- डॉ. परिणीता सिंह राँची विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ योगा में गेस्ट फैकल्टी के रूप में कार्यरत हैं, जबकि डॉ. अर्चना कुमारी राज्य योग केंद्र, आयुष निदेशालय और झारखंड सरकार के स्वास्थ्य विभाग में योग प्रशिक्षक के रूप में कार्यरत हैं।
झारखंड Switch to English
विक्की कुमार बने दुनिया के सबसे तेज पुरुष लेखक
चर्चा में क्यों?
19 जून, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार झारखंड के बोकारो ज़िले के अंतर्गत फुसरो के सुभाषनगर निवासी 21 वर्षीय लिविंग आइकॉन पॉल उर्फ विक्की कुमार चार दिनों में किताब लिखकर दुनिया के सबसे तेज पुरुष लेखक बने हैं।
प्रमुख बिंदु
- वर्ल्ड वाइड बुक ऑफ रिकॉर्ड की तरफ से उन्हें उनकी किताब ‘द टॉपर ऑफ नेवर वेंट टू कॉलेज’के लिये यह वर्ल्ड रिकॉर्ड दिया गया है। विक्की का यह तीसरा वर्ल्ड रिकॉर्ड है।
- विदित है कि उनकी पहली किताब ‘द टॉपर ऑफ नेवर वेंट टू स्कूल’थी।
- विक्की ने यह किताब अपने पिता भरत राम और मां भवानी देवी को समर्पित किया है।
- विक्की कुमार का कहना है कि यह किताब हर उस स्टूडेंट के लिये है, जो स्कूल और कॉलेज में फेल हो गए थे या अच्छा नहीं कर पाये।
- इस किताब में बताया गया कि कैसे कोई स्टूडेंट कुछ नियम और कुछ एक्टिविटी कर सक्सेसफुल लाइफ टॉपर बन सकता है।
- विक्की लाइफ टॉपर कोच, लेखक और पब्लिक स्पीकर भी हैं। उन्होंने जोश टॉक्स में भी अपनी कहानी सुनाई है।
छत्तीसगढ़ Switch to English
राज्य शासन ने 15 नवीन शासकीय महाविद्यालय स्थापना को दी स्वीकृति
चर्चा में क्यों?
20 जून, 2023 को छत्तीसगढ़ के उच्च शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य शासन ने 2023-24 मुख्य मद में किये गए प्रावधानों के तहत प्रदेश में 15 नवीन शासकीय महाविद्यालय की स्थापना के लिये स्वीकृति प्रदान की है।
प्रमुख बिंदु
- जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विधानसभा में दिये गए बजट भाषण में की गई घोषणा को अमल में लाते हुए छत्तीसगढ़ के दूरस्थ इलाकों सहित अन्य जगहों में कॉलेज की स्थापना के लिये राज्य शासन द्वारा स्वीकृति दी गई है।
- इसके साथ ही स्वीकृत प्रति महाविद्यालय के लिये 33 पदों के मान से 495 पदों के सृजन की स्वीकृति के साथ ही कक्षाएँ प्रारंभ करने की अनुमति प्रदान की गई है।
- राज्य शासन के द्वारा स्वीकृत नवीन महाविद्यालय के नाम-
- नवीन शासकीय महाविद्यालय मर्दापाल, विकासखंड कोंडागांव, ज़िला कोंडागांव;
- नवीन शासकीय महाविद्यालय, जेवरतला, विकासखंड डौंडीलोहरा, ज़िला बालोद;
- नवीन शासकीय महाविद्यालय, चिल्हाटी, विकासखंड अंबागढ़ चौकी, ज़िला मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी;
- नवीन शासकीय कन्या महाविद्यालय, ज़िला मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी;
- नवीन शासकीय कन्या महाविद्यालय, ज़िला गरियाबंद;
- नवीन शासकीय कन्या महाविद्यालय, ज़िला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही;
- नवीन शासकीय कन्या महाविद्यालय, ज़िला खैरागढ़-छुईखदान-गंडई;
- नवीन शासकीय कन्या महाविद्यालय, ज़िला मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर;
- नवीन शासकीय कन्या महाविद्यालय, ज़िला सारंगढ़-बिलाईगढ़;
- नवीन शासकीय महाविद्यालय कुंडा विकासखंड पंडरिया, ज़िला कबीरधाम;
- नवीन शासकीय महाविद्यालय केरा विकासखंड नवागढ़, ज़िला जांजगीर-चांपा;
- नवीन शासकीय महाविद्यालय अर्जुनी, विकासखंड डोंगरगांव, ज़िला राजनांदगांव;
- नवीन शासकीय महाविद्यालय अमलीडीह रायपुर, ज़िला रायपुर;
- नवीन शासकीय महाविद्यालय माना कैंप रायपुर, ज़िला रायपुर;
- नवीन शासकीय महाविद्यालय अकलतरी विकासखंड बिल्हा, ज़िला बिलासपुर।
उत्तराखंड Switch to English
मुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग के नए पटेल भवन का किया उद्घाटन
चर्चा में क्यों?
20 जून, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के पुलिस विभाग के नए सरदार पटेल भवन का उद्घाटन किया।
प्रमुख बिंदु
- इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने पुलिस का ई-बीट एप भी लॉन्च किया। वहीं पुलिस ट्रेनिंग के नए पाठ्यक्रम का भी विमोचन किया गया।
- उन्होंने बताया कि पुलिस के आवास और कार्यालय बढ़ाने के लिये जल्द कदम उठाए जाएंगे। उत्तराखंड पुलिस का आवास प्रतिशत 18 फीसदी है, जो कि बहुत कम है। इसे जल्द से जल्द बढ़ाया जाएगा।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार की फ्लैगशिप स्कीम में उत्तराखंड अब सबसे आगे निकल रहा है। राज्य सरकार को आने वाले 25 सालों को लेकर योजना बनानी होगी। पुलिस को भी इसी हिसाब से तैयार रहना होगा।
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