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राजस्थान स्टेट पी.सी.एस.

  • 21 Apr 2022
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राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला, 2022

चर्चा में क्यों?

20 अप्रैल, 2022 को राजस्थान के रजिस्ट्रार सहकारिता मुक्तानंद अग्रवाल ने बताया कि 10 दिवसीय राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला, 2022 का आयोजन 30 अप्रैल से 9 मई, 2022 तक जवाहर कला केंद्र के दक्षिणी परिसर में किया जाएगा।

प्रमुख बिंदु

  • मुक्तानंद अग्रवाल ने बताया कि सहकारिता क्षेत्र में राजस्थान देश का एकमात्र ऐसा प्रदेश है, जो कई वर्षों से सहकार मसाला मेले का आयोजन करता आ रहा है। 
  • उपभोक्ता संघ के प्रबंध निदेशक वी.के. वर्मा ने बताया कि सहकार मेले में सहकारी संस्थाओं को आकर्षक पैकिंग, मसालों की शुद्धता, प्रतिस्पर्धात्मक मूल्य और सहकारिता की विश्वसनीयता बनाये रखने के निर्देश दिये गए हैं। सहकार मसाला मेले में साबुत और पिसे हुए मसालों के साथ ही मौके पर ही मसाला पीसकर उपलब्ध कराने की व्यवस्था भी होगी।  
  • सहकार मसाला मेले के आयोजन से उत्पादक किसान और आम नागरिक दोनों को ही लाभान्वित किया जा सकेगा। सहकार मसाला मेले के आयोजन का मुख्य उद्देश्य जयपुरवासियों को शुद्ध मसाले उपलब्ध कराना है। 

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इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी और 23 राज्य विश्वविद्यालयों के मध्य एमओयू हस्ताक्षरित

चर्चा में क्यों?

20 अप्रैल, 2022 को राजस्थान राजभवन में राज्य के 23 सरकारी विश्वविद्यालयों और रेडक्रॉस सोसायटी, राजस्थान के मध्य एमओयू पर हस्ताक्षर किये गए, साथ ही रेडक्रॉस सोसायटी, राजस्थान की नई वेबसाइट redcross.rajasthan.gov.in का लोकार्पण भी किया गया।

प्रमुख बिंदु

  • एमओयू के अनुसार रेडक्रॉस और विश्वविद्यालय आपदाओं और जोखिम में रोकथाम-राहत कार्य, जल स्वच्छता एवं सफाई प्रबंधन, जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण प्रबंधन, पारिस्थितिकी आधारित कार्यों, स्वास्थ्य सेवाओं और रक्तदान के बारे में जागरूकता लाने के लिये आपसी सहयोग से कार्य करेंगे। 
  • इन एमओयू के बाद विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में भी रेडक्रॉस की प्रशिक्षण एवं अन्य गतिविधियों का विस्तार हो सकेगा। अब राज्य विश्वविद्यालयों में अध्ययनरत लाखों विद्यार्थियों को रेडक्रॉस की गतिविधियों से जुड़ने का अवसर मिल सकेगा। 
  • रेडक्रॉस सोसायटी राजस्थान की नई वेबसाइट में नई सदस्यता और स्वयंसेवक के रूप में जुड़ने के लिये आवेदन एवं आर्थिक सहयोग देने की ऑनलाइन व्यवस्था की गई है। 
  • इस अवसर पर राजस्थान के राज्यपाल और रेडक्रॉस सोसायटी, राजस्थान शाखा के पदेन अध्यक्ष कलराज मिश्र ने कहा कि राजस्थान में रेडक्रॉस की गतिविधियों को गति देने के लिये सभी ज़िलों में ज़िला कलक्टरों के समन्वय से इकाइयों का गठन किया जा चुका है।  
  • उन्होंने रेडक्रॉस राज्य इकाई की कार्यकारिणी का गठन भी शीघ्र करने के निर्देश दिये, ताकि प्रदेश में आपदाओं और संकट के समय रेडक्रॉस का सबल, सक्रिय और सशक्त रूप दिखाई दे। उन्होंने प्रदेश में समयबद्ध अभियान चलाकर रेडक्रॉस सोसायटी को प्रभावी करने के निर्देश दिये।

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मार्च 2022 में राज्य का सभी वस्तुओं का थोक मूल्य सूचकांक 380.58 रहा

चर्चा में क्यों?

19 अप्रैल, 2022 को राजस्थान के आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के निदेशक एवं संयुक्त शासन सचिव डॉ. ओमप्रकाश बैरवा ने बताया कि मार्च 2022 में सभी वस्तुओं का थोक मूल्य सूचकांक 380.58 (प्रावधानिक) रहा। 

प्रमुख बिंदु

  • राज्य के मासिक सामान्य थोक मूल्य पर आधारित मुद्रा स्फीति की वार्षिक वृद्धि दर (मार्च 2021 की तुलना में मार्च 2022 में) 9.10 प्रतिशत रही है। इसी तरह प्राथमिक वस्तु समूह सूचकांक 407.52 एवं ईंधन, शक्ति, प्रकाश एवं उप-स्नेहक समूह सूचकांक 571.06 तथा विनिर्मित उत्पाद समूह सूचकांक 300.16 रहा। 
  • मार्च 2022 में प्राथमिक वस्तु समूह का सूचकांक गत माह की तुलना में 1.35 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 407.52 रहा है। प्राथमिक वस्तु समूह के सूचकांक में वृद्धि का मुख्य कारण इसके अंतर्गत कृषि उप समूह सूचकांक में 1.48 प्रतिशत एवं खनिज उपसमूह सूचकांक में 0.30 प्रतिशत की वृद्धि का दर्ज होना रहा है।  
  • कृषि मद समूह के खाद्य पदार्थ उपसमूह सूचकांक में 3.10 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि अखाद्य पदार्थ उपसमूह सूचकांक में 0.78 प्रतिशत का कमी रही। 
  • आलोच्य माह में प्राथमिक वस्तु समूह के खाद्य/अखाद्य पदार्थ उप समूह के अंतर्गत अनाजों में (4.19 प्रतिशत), दालों में (3.17 प्रतिशत), फलों में (25.92 प्रतिशत), दूध (1.28 प्रतिशत), मसालों (8.18 प्रतिशत), रेशा (0.54 प्रतिशत) एवं अन्य अखाद्य पदार्थों (0.96 प्रतिशत) की कीमतों में वृद्धि दर्ज की गई, वहीं सब्ज़ियों में (16.84 प्रतिशत), अंडा, मांस व मछली (0.14 प्रतिशत) एवं तिलहन (1.36 प्रतिशत) की कीमतों में कमी दर्ज की गई।  
  • खनिज उपसमूह के अंतर्गत आलोच्य माह में 0.30 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई, जिसमें मुख्यत: चाँदी (5.30 प्रतिशत), स्टेटाइट (सोपस्टोन) (0.09 प्रतिशत) एवं इमारती पत्थर (0.58 प्रतिशत) की कीमतों में वृद्धि दर्ज की गई, जबकि जिप्सम (0.35 प्रतिशत), चूना पत्थर (0.63 प्रतिशत) तथा ईंटों (0.14 प्रतिशत) की कीमतों में कमी आई हैं।
  • प्राथमिक वस्तु समूह सूचकांक में वार्षिक आधार पर मुद्रा स्फीति की दर में मार्च 2021 की तुलना से 16.16 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।  
  • ईंधन, शक्ति, प्रकाश एवं उप-स्नेहक समूह का सूचकांक मार्च 2022 में गत माह के सूचकांक 567.98 की तुलना में 0.54 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 571.06 पर रहा। सूचकांक में वृद्धि का प्रमुख कारण कोयला सबग्रुप में 4.21 प्रतिशत तथा पेट्रोल, डीज़ल एवं एलपीजी में 0.65 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज होना रहा है। 
  • वार्षिक आधार पर मार्च 2021 की तुलना में ईंधन, शक्ति, प्रकाश एवं उप-स्नेहक समूह में 2.34 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।  
  • विनिर्मित उत्पाद समूह का सूचकाँक मार्च 2022 में गत माह फरवरी 2022 के सूचकांक 297.71 की तुलना में 0.82 प्रतिशत बढ़कर 300.16 पर पहुँच गया है। सूचकांक में वृद्धि का मुख्य कारण खाद्य उत्पादों (2.07 प्रतिशत), मादक पेय पदार्थ एवं तंबाकू उत्पाद (0.07 प्रतिशत), कताई-बुनाई व परिष्करण (0.59 प्रतिशत), अधातु एवं खनिज उत्पाद (0.04 प्रतिशत), बुनियादी कीमती व लौह धातु (1.75 प्रतिशत) तथा सामान्य प्रयोजन मशीनरी (0.02 प्रतिशत) की कीमतों में वृद्धि होना रहा है, जबकि लकड़ी एवं लकड़ी उत्पाद (1.63 प्रतिशत) एवं केमिकल (0.23 प्रतिशत) की कीमतों में कमी रही है।  
  • वार्षिक आधार पर मार्च 2021 की तुलना में विनिर्मित उत्पाद समूह में 7.46 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।

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