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‘राजस्थान में टिड्डी नियंत्रण’पुस्तक का विमोचन
चर्चा में क्यों?
16 मार्च, 2022 को राजस्थान के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने पंत कृषि भवन में ‘राजस्थान में टिड्डी नियंत्रण’पुस्तक का विमोचन किया।
प्रमुख बिंदु
- इस पुस्तक में राजस्थान में वर्ष 2019 एवं 2020 में फसलों पर टिड्डी हमले के दौरान नियंत्रण के लिये कृषि विभाग की ओर से उठाए गए कदमों एवं नवाचारों की जानकारी दी गई है।
- इसके साथ ही पुस्तक में टिड्डी से संबंधित विस्तृत तकनीकी जानकारी एवं नियंत्रण के लिये किये जाने वाले उपायों को बताया गया है।
- उल्लेखनीय है कि राजस्थान राज्य के जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर, जोधपुर, नागौर, दौसा तथा भरतपुर और उत्तर प्रदेश के झाँसी एवं महोबा ज़िलों में अपरिपक्व गुलाबी टिड्डियों तथा वयस्क पीली टिड्डियों के झुंड सक्रिय रहते हैं।
- केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, गुजरात, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में टिड्डी नियंत्रण अभियान चलाया गया। इस अभियान की शुरुआत राजस्थान से 11 अप्रैल, 2020 को हुई थी।
- जुलाई, 2020 में राजस्थान के 6 ज़िलों - जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर, जोधपुर, नागौर और दौसा के 25 स्थानों तथा उत्तर प्रदेश के झाँसी ज़िले में दो स्थानों पर लोकल सर्किल कार्यालयों (एलसीओ) द्वारा टिड्डी नियंत्रण अभियान चलाया गया था।
- इसके अलावा, टिड्डियों के छोटे-छोटे समूहों को खत्म करने के लिये उत्तर प्रदेश के झाँसी और महोबा ज़िलों में 4 स्थानों पर तथा राजस्थान के भरतपुर में 2 स्थानों पर राज्य कृषि विभागों द्वारा नियंत्रण अभियान चलाया गया।
- भारत सरकार के टिड्डी चेतावनी संगठन (एलडब्ल्यूओ) और दस टिड्डी वृत्त कार्यालय (एलसीओ) राजस्थान (जैसलमेर, बीकानेर, फलौदी, बाड़मेर, जालौर, चूरू, नागौर, सूरतगढ़) और गुजरात (पालनपुर एवं भुज) में स्थित हैं, जो मुख्यरूप से राजस्थान और गुजरात के 2 लाख वर्ग किमी. अनुसूचित रेगिस्तान क्षेत्र में टिड्डी सर्वेक्षण एवं नियंत्रण करते हैं।
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