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पटना का मरीन ड्राइव होगा विकसित
चर्चा में क्यों?
19 फरवरी, 2023 को बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने पटना में हुई समीक्षा बैठक में बताया कि राज्य सरकार पटना में गंगा किनारे बने मरीन ड्राइव को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विकसित करेगी।
प्रमुख बिंदु
- बैठक में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बताया कि गंगा किनारे बने मरीन ड्राइव में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की कई ऐसी सुविधाएँ होंगी, जिसका लुत्फ यहाँ पहुँचने वाले लोग बड़े आनंद के साथ उठा सकेंगे।
- उन्होंने बताया कि सरकार गंगा रिवर फ्रंट पर स्टेडियम, मॉल, कल्चरल व रिक्रिएशनल सेंटर, म्यूजियम, पार्किंग, पार्क, वाटर स्पोर्टस एक्टिविटी तथा साइकिलिंग ट्रैक का निर्माण कराएगी। इन सुविधायों के विकसित हो जाने के बाद राज्य के लोगों को वाटर स्पोर्टस का लुफ्त लेने के लिये गोवा और अंडमान नहीं जाना पड़ेगा।
- मरीन ड्राइव के लिये बनी विकास की योजना पथ निर्माण नगर विकास व आवास और पर्यटन विभाग की हो सकती है। इसमें दो बड़े स्टेडियम भी बनाए जा सकते हैं, जिनमें से एक क्रिकेट और एक फुटबॉल का हो सकता है।
- तेजस्वी यादव ने बताया कि छुट्टियों के दिन यहाँ इतनी भीड़ उमड़ती है कि मेला-सा नज़ारा रहता है। लोगों की इसी बढ़ती भीड़ को देखते हुए आने वाले दिनों में यहाँ पर्यटकीय सुविधाओं का विकास किये जाने की योजना है।
- शुरु में पार्किंग प्लेस और कई जगहों पर सेल्फी प्वाइंट बनाए जाएंगे। इसके साथ राजधानी रिवर फ्रंट डेवेलपमेंट परियोजना के तहत शहर में 20 घाटों के निर्माण की योजना भी थी। इनमें से 16 को पूरा कर लिया गया है।
- उन्होंने बताया कि दीघा से दीदारगंज तक बन रहे गंगा पथ की कुल लंबाई5 किमी. है। इसका पहला चरण दीघा से पीएमसीएच तक पूरा हो चुका है। यह भाग 7.4 किमी. लंबा है, जिसमें से 6.5 किमी. सड़क का निर्माण बांध बनाकर किया गया है।
- विदित है कि 2011 में गंगा पथ बनाने का प्रस्ताव सरकार ने पास किया था, जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2013 में इसका शिलान्यास किया था।
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25वें राष्ट्रीय लोकानुरंजन मेले की शुरुआत
चर्चा में क्यों?
18 फरवरी, 2023 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शेर-ए-राजस्थान जयनारायण व्यास की जयंती पर प्रदेश के जोधपुर ज़िले के अशोक उद्यान में राजस्थान संगीत नाटक अकादमी द्वारा आयोजित 25 वें लोकानुरंजन मेले का उद्घाटन किया।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य के मशहूर कलाविदों, लोक कलाकारों, साहित्यिक विभूतियों का जिक्र करते हुए सांस्कृतिक परंपराओं के संरक्षण में उनकी अतुलनीय भूमिका की सराहना की।
- उन्होंने बताया कि राज्य सरकार लोक कलाकारों के कल्याण के लिये कार्य कर रही है। इसी दिशा में कलाकारों के लिये 100 करोड़ की धनराशि का प्रावधान किया गया है एवं इन कलाकारों को 100 दिन का कार्य उपलब्ध करवाकर मानदेय दिया जा रहा है।
- मुख्यमंत्री ने मशहूर कलाकारों और कला जगत के उत्थान के लिये समर्पित विभूतियों का स्मरण करते हुए बताया कि सरकार द्वारा इनके नाम से घोषित पुरस्कारों के लिये जोधपुर में फेस्टिवल आयोजित कर साहित्य पुरस्कार प्रदान किये जाएंगे।
- उन्होंने कलाकारों को मारवाड़ और राजस्थान की थाती बताया, इनके माध्यम से आने वाली पीढ़ियों को लोक संस्कृति व परंपराओं के बारे में जानने-समझने तथा सीखने के अवसर मिलते हैं।
- मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में अकादमी की त्रैमासिक पत्रिका ‘रंगयोग’ के 29वें अंक का विमोचन भी किया।
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