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छत्तीसगढ स्टेट पी.सी.एस.

  • 20 Oct 2022
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राष्ट्रीय फसल बीमा पोर्टल

चर्चा में क्यों?

19 अक्टूबर, 2022 को भारत सरकार के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्रालय ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनांतर्गत आर्थिक फसल बीमा पोर्टलों का डिजिटली एकीकरण डिजिटल भू-अभिलेख डाटाबेस (भुइयाँ) में करने के लिये छत्तीसगढ़ को उत्कृष्ट पुरस्कार प्रदान किया।

प्रमुख बिंदु

  • गौरतलब है कि 19 एवं 20 अक्टूबर, 2022 को केरल के कोच्चि में आठवें राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन किया गया। अधिवेशन के पहले दिन छत्तीसगढ़ को उत्कृष्ट पुरस्कार प्रदान किया गया।
  • यह पुरस्कार भारत सरकार की महत्त्वाकांक्षी योजना ‘प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना’ के अंतर्गत खरीफ वर्ष 2022 से राष्ट्रीय फसल बीमा पोर्टल का एकीकरण छत्तीसगढ़ के डिजिटल भू-अभिलेख डाटाबेस ‘भुइयाँ’ में सीमित समय में सफलतापूर्वक पूर्ण करने पर दिया गया है।
  • छत्तीसगढ़ की ओर से उत्कृष्ट पुरस्कार को विशेष सचिव एवं संचालक कृषि छत्तीसगढ़ शासन डॉ. अबयाज फकीर तम्बोली तथा संयुक्त संचालक कृषि, संचालनालय कृषि छत्तीसगढ़ श्री बी.के. मिश्रा ने ग्रहण किया।
  • गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में अनेक क्षेत्रों में नवाचार किये जा रहे हैं। वहीं हितग्राहियों को त्वरित लाभ दिलाने की प्रक्रिया भी अपनाई जा रही है, जिनमें से योजनाओं का डिजिटलीकरण मुख्य रूप से शामिल है।
  • उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय फसल बीमा पोर्टल का एकीकरण प्रदेश के डिजिटल भू-अभिलेख डाटाबेस (भुइयाँ) से होने से कृषकों की भूमि विवरण संबंधित जानकारी राष्ट्रीय फसल बीमा पोर्टल में भुइयाँ पोर्टल से सत्यापन उपरांत ही इंद्राज की जा सकेगी। इससे कृषकों के सही खसरा नंबर रकबा तथा सही ग्राम की जानकारी पोर्टल पर इंद्राज होने से फसल बीमा आवरण तथा दावा भुगतान की कार्यवाही सुगमतापूर्वक पारदर्शिता के साथ क्रियान्वित होगी।

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