मध्य प्रदेश Switch to English
अटल प्रोग्रेस-वे, भारतमाला फेज-1 में शामिल
चर्चा में क्यों?
19 अगस्त, 2021 को भारत सरकार के राष्ट्रीय राजमार्ग एवं सड़क परिवहन मंत्रालय ने मध्य प्रदेश की महत्त्वाकांक्षी अटल प्रोग्रेस-वे परियोजना को भारतमाला फेज-1 में शामिल करने की अधिसूचना जारी की।
प्रमुख बिंदु
- चंबल संभाग के भिंड, मुरैना तथा श्योपुर ज़िलों से होते हुए चंबल नदी के किनारे-किनारे यह पूर्णत: नया एक्सप्रेस-वे मध्य प्रदेश में 404 किलोमीटर लंबाई का होगा, जो पूर्व में झाँसी (उत्तर प्रदेश) से पश्चिम में कोटा (राजस्थान) को जोड़ते हुए निर्मित किया जाएगा।i
- मुख्यमंत्री ने कहा है कि अटल प्रोग्रेस-वे ग्वालियर-चंबल संभाग के विकास की जीवनरेखा साबित होगा। इस 404 किलोमीटर लंबाई के एक्सप्रेस-वे के आस-पास इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का निर्माण कराया जाएगा, जो क्षेत्र के आर्थिक विकास की महत्त्वपूर्ण कड़ी बनेगा।
- उल्लेखनीय है कि इस मार्ग के निर्माण से झाँसी (उत्तर प्रदेश) से कोटा (राजस्थान) का एक प्रमुख नया मार्ग जुड़ेगा, जो मध्य प्रदेश के 3 ज़िलों को लाभान्वित करेगा। इन दोनों बिंदुओं की दूरी में भी लगभग 50 किलोमीटर की बचत होगी। इस एक्सप्रेस-वे के बनने से आवागमन में लगने वाला 11 घंटे का समय घटकर 6 घंटे हो जाएगा।
- एक्सप्रेस-वे में लगने वाली समस्त भूमि राज्य शासन द्वारा अपने व्यय पर उपलब्ध कराई जा रही है। इस परियोजना पर लगभग 7000 करोड़ रुपए का व्यय संभावित है। इस एक्सप्रेस-वे को 7 विभिन्न पैकेजों के माध्यम से बनाए जाने की तैयारी है।
- इस परियोजना का निर्माण एन.एच.ए.आई. द्वारा किया जाएगा। अटल प्रोग्रेस-वे के लिये राज्य शासन द्वारा रिकॉर्ड 4 महीने में डीपीआर बनाकर भारत सरकार के समक्ष प्रस्तुत किया गया। लगभग 1500 हेक्टेयर शासकीय भूमि का हस्तांतरण भी रिकॉर्ड समय में पूर्ण कर राष्ट्रीय राजमार्ग एवं सड़क परिवहन मंत्रालय (एन.एच.ए.आई.) को आधिपत्य दिया जा चुका है।
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