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उत्तर प्रदेश स्टेट पी.सी.एस.

  • 20 Jun 2023
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उत्तर प्रदेश के कृषि विश्वविद्यालयों में बनेंगी टेस्टिंग लैब

चर्चा में क्यों?

19 जून, 2023 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में हुई राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद के संचालक मंडल की बैठक में राज्य के कृषि विश्वविद्यालयों में टेस्टिंग लैब बनाने के निर्देश दिये, जिनमें जैविक व प्राकृतिक उत्पादों का सत्यापन होगा।

प्रमुख बिंदु 

  • मुख्यमंत्री ने कहा कि आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज (अयोध्या) में टिशू कल्चर प्रयोगशाला की स्थापना की जाए। यह प्रयोगशाला कम-से-कम 3 हेक्टेयर के विशाल परिसर में स्थापित हो। इसके लिये धनराशि की व्यवस्था मंडी परिषद द्वारा की जाएगी।
  • उन्होंने कहा कि ‘मुख्यमंत्री कृषक छात्रवृत्ति योजना’ में कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, बाँदा, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झाँसी और बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झाँसी तथा 37 अन्य महाविद्यालयों को भी इसमें शामिल किया जाएगा।
  • राज्य में जैविक एवं प्राकृतिक उत्पादों के आउटलेट वर्तमान में मंडल मुख्यालय पर स्थापित हैं। इन्हें ज़िला मुख्यालय तक विस्तार देने की आवश्यकता है। मंडी समितियों में भी आउटलेट खोले जाएँ तथा जैविक व प्राकृतिक बाज़ार लगवाएँ जाने चाहिये।
  • राज्य के किसानों के जैविक/प्राकृतिक उत्पादों के सत्यापन, ब्रांडिंग के लिये लैब टेस्टिंग आवश्यक है। यद्यपि खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन द्वारा लखनऊ, मेरठ, बनारस एवं झाँसी में प्रयोगशालाएँ संचालित हैं, लेकिन प्रदेश के कृषि विश्वविद्यालयों में कोई लैब संचालित नहीं है। ऐसे में मंडी परिषद द्वारा प्रदेश के सभी 04 कृषि विश्वविद्यालयों में टेस्टिंग लैब स्थापित की जाएगी।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्रीय ज़रूरतो के अनुसार नए हाट पैठ और किसान मंडियों का निर्माण कराया जाना चाहिये तथा पटरी व्यवसायियों को यहाँ समायोजित किया जाना चाहिये। मंडी परिषद की सहायता से कृषि विश्वविद्यालयों में छात्रावासों का निर्माण कार्य का कृषि मंत्री द्वारा निरीक्षण किया जाएगा।


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