ताइवान की हुआयु संवर्धन छात्रवृत्ति के लिये सीयूजे के पाँच विद्यार्थी हुए चयनित | झारखंड | 20 Jun 2023
चर्चा में क्यों?
19 जून, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार ताइवान के शिक्षा मंत्रालय ने वर्ष 2023-2024 के शैक्षणिक कार्यक्रमों के लिये ‘हुआयु संवर्धन छात्रवृत्ति’का रिजल्ट जारी किया, जिसमें राँची के झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय के सुदूर पूर्व भाषा विभाग के पाँच चीनी भाषा सीखने वाले छात्रों को इस छात्रवृत्ति के लिये चुना गया है।
प्रमुख बिंदु
- इस छात्रवृत्ति के तहत झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय के इन सभी छात्रों को ताइवान जाने और रहने के दौरान अपनी भाषा कौशल को बढ़ाने में सक्षम बनाया जाएगा।
- छात्रा प्राची गोयल और छात्र राहुल कुमार को ताइवान जाने और वहाँ पर रहकर भाषा संवर्धन के लिये 6 महीने की स्कॉलरशिप दी गई है।
- विदित है कि हाल ही में प्राची गोयल और राहुल कुमार ने 22वीं चीनी ब्रिज प्रतियोगिता में अपने चीनी भाषा कौशल का शानदार प्रदर्शन किया था।
- सौरभ कुमार, रिंशु कुमार सिंह और आशुतोष कुमार को ताइवान में रहकर चीनी भाषा कौशल को विकसित करने के लिये 3 महीने की छात्रवृत्ति दी गई है। ये छात्र वहाँ की मूल संस्कृति और भाषा का गहराई से अध्ययन करेंगे।
- ज्ञातव्य है कि चीनी भाषा चित्रात्मक लिपि होने के कारण विश्व की सबसे कठिन भाषा मानी जाती है।
- वर्तमान समय में झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय पूर्वी भारत में चीनी भाषा सीखने के एक बड़े केंद्र के रूप में उभरा है, जहाँ से चीनी भाषा की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को भारत के अन्य विश्वविद्यालयों की अपेक्षा सबसे अधिक छात्रवृत्ति प्राप्त हुई है।
- चीनी भाषा सीखने के लिये प्रत्येक वर्ष इस विश्वविद्यालय में भारत के अनेक हिस्सों से विद्यार्थी यहाँ आते हैं। चीनी भाषा सीखने का क्रेज इस कदर है कि इस साल 31 सीटों के लिये 3500 से ज़्यादा आवेदकों ने अप्लाई किया।
- विश्वविद्यालय के इस विभाग में बेहतरीन शिक्षकों के साथ-साथ बेहतर चीनी भाषा प्रयोगशाला एवं श्रव्य-दृश्य प्रयोगशाला की सुविधा है, जो चीनी भाषा सीखने वालों को काफी मदद करती है।
- चीनी भाषा विशेषज्ञ और सीयूजे के शिक्षक सुशांत कुमार ने बताया कि आज चीनी भाषा की बाज़ार में काफी मांग है। रोज़गार की दृष्टि से भी अन्य भाषाओं के मुकाबले इसमें रोज़गार अधिक है। इसलिये इस भाषा की दिनोंदिन मांग बढ़ती जा रही है।