बिहार के रवि सिन्हा बने RAW के नए चीफ | बिहार | 20 Jun 2023
चर्चा में क्यों?
19 जून, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार बिहार के भोजपुर के रहने वाले वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और मंत्रिमंडल सचिवालय में विशेष सचिव के रूप में कार्यरत् रवि सिन्हा को भारत की खुफिया एजेंसी ‘रॉ’ (RAW) का नया प्रमुख नियुक्त किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- विदित है कि रवि सिन्हा ने दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से पढ़ाई की और 1988 में यूपीएससी की परीक्षा पास की। उन्होंने यूपीएससी के तहत मध्य प्रदेश के अधिकारी के रूप में सेवा की शुरुआत की तथा वर्ष 2000 में अलग राज्य बनने पर उन्हें छत्तीसगढ़ कैडर मिला।
- ‘ऑपरेशन मैन’ के नाम से मशहूर 59 वर्षीय रवि सिन्हा लंबे समय से इस प्रतिष्ठित खुफिया एजेंसी से जुड़े रहे हैं। वह वर्तमान में रॉ में ‘सेकेंड इन कमांड’हैं। अपनी पदोन्नति से पहले वह रॉ की ऑपरेशनल डिवीजन का नेतृत्व कर रहे थे। सूचनाएँ व जानकारियाँ जुटाने में उन्हें आधुनिक तकनीक को अपनाने का श्रेय दिया जाता है।
- रवि सिन्हा की अपनी पेशेवर क्षमता के लिये सभी जासूसी समुदाय में विशेष पहचान है। उन्होंने कई क्षेत्रों में काम किया है। माना जा रहा है कि अपनी नई भूमिका में अनुभव व ज्ञान का जखीरा लेकर वह फील्ड में उतरेंगे।
- रवि सिन्हा को जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर और वामपंथी उग्रवादी क्षेत्रों के अलावा पड़ोस के घटनाक्रमों पर अच्छी पकड़ के लिये जाना जाता है, जहाँ उन्होंने समय के साथ अलग-अलग बिंदुओं पर काम किया है, जो उन्हें वर्तमान समय की चुनौतियों का समाधान करने के लिये एक साथ तकनीकी और मानव बुद्धि आयामों को एकीकृत करने में सक्षम बनाता है।
- पड़ोसी देशों के मामलों के विशेषज्ञ माने जाने वाले रवि सिन्हा की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है, जब पाकिस्तान राजनीतिक व आर्थिक रूप से उथल-पुथल के दौर से गुजर रहा है। कुछ देशों से सिख चरमपंथ को हवा देने की कोशिश की जा रही है और पूर्वोतर में हिंसा को बढ़ावा दिये जाने का प्रयास हो रहा है।
- ज्ञातव्य है कि रॉ पर विदेशी इंटेलिजेंस जुटाने का जिम्मा है। यदि किसी देश के घटनाक्रम का भारत पर असर हो सकता है, तो रॉ उस पर नज़र रखती है। रॉ राष्ट्रहितों के लिये खुफिया ऑपरेशंस को भी अंजाम देती है। रॉ इंदिरा गांधी सरकार में अस्तित्व में आई थी।