प्रयागराज शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 29 जुलाई से शुरू
  संपर्क करें
ध्यान दें:

उत्तराखंड स्टेट पी.सी.एस.

  • 20 May 2024
  • 0 min read
  • Switch Date:  
उत्तराखंड Switch to English

गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान में हिम तेंदुए

चर्चा में क्यों?

हाल ही में उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले के गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान में एक हिम तेंदुआ देखा गया था।

मुख्य बिंदु:

  • वर्ष 2024 की शुरुआत में जारी भारत की नवीनतम हिम तेंदुए की जीव-गणना के अनुसार भारत में 718 हिम तेंदुए हैं। जिनमें से 124 उत्तराखंड में हैं।
    • इस पहाड़ी राज्य में लद्दाख (477) के बाद भारत में हिम तेंदुओं की दूसरी सबसे अधिक आबादी है। गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान में 38-40 हिम तेंदुओं की आबादी है।
    • IUCN रेड लिस्ट में सुभेद्य के रूप में सूचीबद्ध, अनुमान है कि हिम तेंदुओं की वैश्विक आबादी 10,000 से कम है।
  • उत्तराखंड में हिम तेंदुए उत्तरकाशी, टेहरी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़ और बागेश्वर ज़िलों में पाए जाते हैं।

गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान

  • इसे वर्ष 1989 में स्थापित किया गया था और यह उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले में भागीरथी नदी के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र स्थित है।
  • गंगोत्री ग्लेशियर पर गंगा नदी का उद्गम स्थल गौ-मुख इस पार्क के अंदर स्थित है।
  • इस उद्यान के तहत आने वाला क्षेत्र गोविंद राष्ट्रीय उद्यान और केदारनाथ वन्यजीव अभयारण्य के बीच एक जीवंत निरंतरता बनाता है।
  • वनस्पति: यह उद्यान घने शंकुधारी वनों से घिरा हुआ है जिनमें ज़्यादातर समशीतोष्ण वन हैं। इस पार्क की सामान्य वनस्पतियों में चिरपाइन, देवदार, फर, स्प्रूस, ओक एवं रोडोडेंड्रॉन शामिल हैं।
  • जीव-जंतु: इस उद्यान में विभिन्न दुर्लभ एवं लुप्तप्राय प्रजातियाँ, जैसे- नीली भेड़, काले भालू, भूरे भालू, हिमालयन मोनल, हिमालयन स्नोकॉक, हिमालयन तहर, कस्तूरी मृग और हिम तेंदुए पाई जाती हैं।


उत्तराखंड Switch to English

उत्तराखंड में चीनी बगुला

चर्चा में क्यों?

हाल ही में आमतौर पर पूर्वोत्तर राज्यों, राजस्थान और भूटान में पाया जाने वाले पक्षी चाइनीज़ पॉन्ड हेरॉन को पहली बार उत्तराखंड में देखा गया है।

मुख्य बिंदु:

  • विशेषज्ञों के मुताबिक, उत्तराखंड में चाइनीज़ पॉन्ड हेरॉन के अस्तित्त्व का कोई रिकॉर्ड नहीं था।
    • पहली बार इस पक्षी ने प्रजनन के लिये लैंसडाउन वन प्रभाग के कोटद्वार क्षेत्र को चुना है।
  • गर्मियों के दौरान कोटद्वार और लैंसडाउन वन प्रभाग के सनेह क्षेत्र के घने वनों में कई प्रवासी पक्षी दिखाई देते हैं।
    • पूर्वोत्तर राज्यों से पक्षियों का यहाँ आगमन/प्रवासन इस बात का संकेत है कि यहाँ का परिवेश उनके लिये अनुकूल है।

चाइनीज़ पॉन्ड हेरॉन (Chinese Pond Heron)

  • चाइनीज़ पॉन्ड हेरॉन  (Ardeola bacchus) बगुला कुल का एक पूर्वी एशियाई अलवण जलीय पक्षी है।
    • यह पक्षियों की छह प्रजातियों में से एक है जिन्हें "पॉन्ड हेरॉन अर्थात् तालाब के बगुलों" (genus Ardeola) के नाम से जाना जाता है।
  • यह आमतौर पर 47 cm (19 इंच) लंबा होता है, इसके सफेद पंख, पीले रंग की चोंच व काले सिरे, पीली आँखें और पैर होते हैं।
    • प्रजनन काल के दौरान इसका समग्र रंग लाल, नीला और सफेद होता है तथा अन्य समय में भूरा-भूरा एवं सफेद रंग का होता है।
  • यह उथले अलवण जल और खारे जल वाले आर्द्रभूमि व तालाबों में पाया जाता है।
  • यह काफी सामान्य है और IUCN रेड लिस्ट द्वारा इसे कम चिंतनीय (LC) प्रजाति माना जाता है।

 Switch to English
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2
× Snow